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लखनऊ: बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात फर्जी शिक्षकों की भर्ती का राज अब उनका पैन कार्ड खोलेगा। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 2013 के बाद नियुक्त हुए ऐसे शिक्षकों को सूची लेखा विभाग को तैयार करने के निर्देश दिए हैं, जिन्होंने अपना पैन कार्ड इस दौरान बदला है। इन पैन कार्ड का मिलान शिक्षकों की सर्विस बुक व मूल प्रमाण पत्रों से किया जाएगा। अनामिका शुक्ला प्रकरण के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शिक्षकों की तलाश तेज हो गई है। खासकर 2013 के बाद अपने पैन नम्बर बदलने वाले शिक्षकों पर विभाग की नजर है।

बेसिक शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार ने लेखाधिकारी को निर्देश जारी किया है कि 2013 के बाद परिषदीय विद्यालयों में नियुक्ति पाने वाले उन शिक्षकों की सूची तैयार करें। जिन्होंने अपने पैन कार्ड में बदलाव किया है। ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार करने के बाद खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में मौजूद उनके मूल अभिलेखों से उनके नाम आदि का मिलान किया जाए। बीएसए ने 22 जून तक इन शिक्षकों की जानकारी मांगी है।

लखनऊ: अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए प्रदेश के 2545 हॉट स्पॉट क्षेत्रों में 9.50 लाख मकानों और उनमें रहने वाले 57.32 लाख लोगों को चिह्नित किया गया है। इन क्षेत्रों में फिलहाल 5536 कोरोना पॉजिटिव हैं।

उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान धारा-188 के तहत 69234 एफआईआर दर्ज करते हुए 1,85,319 लोगों को नामजद किया गया है। इस दौरान प्रदेश में अब तक 69.11 लाख वाहनों की सघन चेकिंग में 56,627 वाहन सीज किए गए। चेकिंग अभियान के दौरान 31.06 करोड़ रुपये शमन शुल्क वसूल किया गया। इसी तरह कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 931 लोगों के खिलाफ 705 एफआईआर दर्ज करते हुए 331 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

लखनऊ: कोरोना काल के लंबा खिचने के आसार के चलते समाजवादी पार्टी ने अब चुनौतियों को नए तरीके से निपटने पर काम शुरू किया है। कार्यकर्ताओं में जोश बनाए रखने की मुहिम वर्चअुल संवाद के जरिए की जा रही है। साथ ही कोरोना संकट में सरकार की खामियों को उजागर करने में भी सपा खासी आक्रामक दिखती है। इस मुहिम में उसे मुकाबला कांग्रेस और बसपा से भी करना पड़ रहा है। उसकी निगाह मिशन-2022 पर है। सपा अब केंद्र व यूपी की सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है। 2022 के चुनाव में भाजपा के विकल्प के रूप में खुद को जनता के सामने पेश करने की मुहिम अभी से शुरू कर दी है।

अखिलेश यादव अब वीडिया कांफ्रेंस के जरिए जिलों-जिलों के कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे हैं। वह जिलों के पदाधिकारियों से उनके द्वारा किए गए कामों का फीडबैक भी ले रहे हैं। हाल ही में उन्होंने अयोध्या, बिजनौर, महोबा, कन्नौज, गोंडा, कानपुर, चंदौली, आजमगढ़ व सिद्धार्थनगर जिले के कार्यकर्ताओं के साथ सोशल मीडिया के जरिए संवाद किया।

अयोध्या: रामजन्मभूमि परिसर में विराजमान रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन दो जुलाई को प्रात: आठ बजे से साढ़े दस बजे तक होगा। कोरोना के कारण देश की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस आयोजन का हिस्सा बनेंगे। भूमि पूजन के बाद वे अपना संदेश भी देंगे। तीन जून को रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या आए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी रामजन्मभूमि परिसर की पवित्र मिट्टी लेकर गए थे। उन्होंने वह मिट्टी प्रधानमंत्री तक पहुंचा दी है।

प्रधानमंत्री मोदी एक जुलाई को निर्धारित मुहूर्त में परिसर की मिट्टी का पूजन करेंगे और अपने प्रतिनिधि व मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र के हाथों अयोध्या भेजेंगे। यहां भूमि पूजन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रामजन्मभूमि ट्रस्ट के पदाधिकारी और अन्य संत-महंत शामिल होंगे। बताया गया कि श्री रामजन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी शामिल होंगे।

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