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लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार के झूठे वादों से किसान त्रस्त है। किसानों के साथ धोखाधड़ी की गई है। वर्ष 2022 में किसानों की आमदनी दोगुनी करना सबसे बड़ा झांसा है। भाजपा को इसका जवाब भी वर्ष 2022 में मिल जाएगा।

अखिलेश ने सोमवार को जारी बयान में कहा है कि बाढ़ग्रस्त इलाकों में लोग तटबंधों या छतों पर दिन गुजार रहे हैं। पशुओं की जिन्दगी भी संकट में हैं। कई जगह नदियों का उफान खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। सड़कें, पुल क्षतिग्रस्त हैं। किंतु भाजपा सरकार को प्राकृतिक आपदा से किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा देने का समय नहीं है। भाजपा सरकार राज्य की परेशान हाल जनता की खोज खब़र नहीं ले रही है।

उन्होंने कहा, बाराबंकी, अयोध्या, कुशीनगर, गोरखपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी, आजमगढ़, मऊ, बस्ती, गोंडा, संतकबीरनगर, सीतापुर, सिद्धार्थनगर और बलरामपुर में बाढ़ से हजारों गांवों की लाखों जनसंख्या प्रभावित हैं। सैकड़ों गांवों का संपर्क बाकी इलाकों से टूट गया है। हजारों हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें जलमग्न हो गई हैं।

अयोध्या: पांच अगस्त को रामलला के मंदिर निर्माण के लिए आयोजित भूमि पूजन समारोह के दो खास मेहमान भी होंगे। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अयोध्या विवाद में बाबरी मस्जिद के मुद्दई रहे इकबाल अंसारी और पद्मश्री मो. शरीफ को समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रण पत्र भेजा है।ट्रस्ट की ओर से दूत के रूप में विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय मंत्री राजेन्द्र सिंह पंकज और प्रदेश प्रवक्ता शरद शर्मा सोमवार को बाबरी मस्जिद के पूर्व मुद्दई इकबाल अंसारी के कजियाना स्थित आवास पर पहुंचे। विहिप नेताओं ने ट्रस्ट की ओर से रामलला के भूमि पूजन समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रण पत्र अंसारी को सौंपा।

आमंत्रण पत्र मिलने के बाद बेहद खुश नजर आ रहे इकबाल अंसारी ने कहा कि भूमि पूजन समारोह में वह जरूर जाएंगे। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में आमंत्रण मेरे लिए सम्मान की बात है। उन्होंने कहा कि रामलला के भूमि पूजन समारोह में शामिल होने के दौरान वह प्रधानमंत्री से भेंट भी करना चाहते हैं। साथ ही उनकी ख्वाहिश है कि वह प्रधानमंत्री को रामनामी चादर और राम चरित मानस भेंट करें।

अयोध्या: अयोध्या के राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए हो रहे भूमिपूजन के बारे में प्रेस को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि तमाम संत यहां पहुंच गए हैं। संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, सुरेश भैया जोशी भी कल रात तक पहुंचेंगे। हमने 133 संतों को निमंत्रण भेजा है। नेपाल के संत भी पहुंचेंगे। नेपाल का बिहार और यूपी से रिश्ता है। 

उन्होंने कहा कि लोगों को पूर्वाग्रह है, हमने सिर्फ़ संतों को बुलाया है। कुछ संतों को दलित कहते हैं। संत महात्मा मिलाकर 175 लोग यहां होंगे। हमने इक़बाल अंसारी को बुलाया है। हमने फ़ैज़ाबाद के निवासी मोहम्मद शरीफ़ को बुलाया है। वे पद्मश्री हैं, वे लाशों का दाह संस्कार कराते हैं। पहले ये निमंत्रण अयोध्या के लोगों को दिया जा रहा है जो कि यहां के निवासी हैं। हमने अयोध्या के उन्हीं लोगों को बुलाया है, जिनके परिवार का कोई 1992 में 1990 में गोली से मारा गया है। 

चंपत राय ने कहा कि निमंत्रण पत्र पर सिक्योरिटी कोड है। यह सिर्फ़ एक बार प्रयोग हो सकता है। परिसर में कोई इलैक्ट्रिक उपकरण नहीं ले जा सकेगा। हर निमंत्रण पत्र पर सिर्फ़ एक व्यक्ति को जाने की अनुमति होगी। ये निमंत्रण पत्र अहस्तांतरणीय हैं।

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के फायर ब्रांड नेता विनय कटियार ने कहा कि राम मंदिर का शिलान्यास पहले ही हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पांच अगस्त को शिला पूजन और भूमि पूजन करने आ रहे हैं। कटियार ने कहा कि बिहार के दलित कामेश्वर चौपाल ने 1989 में ही राम मंदिर का शिलान्यास कर दिया था। अब केवल शिला पूजन व भूमि पूजन होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अयोध्या में पांच अगस्त को आ करके श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला के भव्य मंदिर निर्माण का भूमि पूजन करेंगे। जब वह गुजरात में मुख्यमंत्री नहीं थे तब वह राम मंदिर का प्रचार करते थे और राम मंदिर के लिये काम भी करते थे। आज जो कुछ भी हो रहा है प्रधानमंत्री खुद को सौभाग्यशाली समझेंगे और हम लोग भी सौभाग्यशाली हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अयोध्या में भूमि पूजन करने आ रहे हैं।

भूमि पूजन का विरोध करने वालों पर निशाना साधते हुए कटियार ने कहा कि हाथी चलता रहता है, हम लोग देखते रहते हैं। भूमि पूजन केवल श्री मोदी करेंगे और कोई नहीं करेगा, क्योंकि प्रधानमंत्री के रहते हुए अदालत का निर्णय भी आ गया है और राम मंदिर निमार्ण का सारा श्रेय देश के प्रधानमंत्री को जाता है। रामभक्त उत्साहित हैं।  

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