ताज़ा खबरें
औरंगजेब कब्र विवाद पर नागपुर में दो गुटों के बीच पथराव और आगजनी
तेलंगाना में ओबीसी समुदाय को मिलेगा 42 फीसद आरक्षण: सीएम रेड्डी
अमृतसर में मंदिर पर ग्रेनेड हमला करने वाला पुलिस मुठभेड़ में मारा गया

अयोध्या: पांच अगस्त को रामलला के मंदिर निर्माण के लिए आयोजित भूमि पूजन समारोह के दो खास मेहमान भी होंगे। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अयोध्या विवाद में बाबरी मस्जिद के मुद्दई रहे इकबाल अंसारी और पद्मश्री मो. शरीफ को समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रण पत्र भेजा है।ट्रस्ट की ओर से दूत के रूप में विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय मंत्री राजेन्द्र सिंह पंकज और प्रदेश प्रवक्ता शरद शर्मा सोमवार को बाबरी मस्जिद के पूर्व मुद्दई इकबाल अंसारी के कजियाना स्थित आवास पर पहुंचे। विहिप नेताओं ने ट्रस्ट की ओर से रामलला के भूमि पूजन समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रण पत्र अंसारी को सौंपा।

आमंत्रण पत्र मिलने के बाद बेहद खुश नजर आ रहे इकबाल अंसारी ने कहा कि भूमि पूजन समारोह में वह जरूर जाएंगे। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में आमंत्रण मेरे लिए सम्मान की बात है। उन्होंने कहा कि रामलला के भूमि पूजन समारोह में शामिल होने के दौरान वह प्रधानमंत्री से भेंट भी करना चाहते हैं। साथ ही उनकी ख्वाहिश है कि वह प्रधानमंत्री को रामनामी चादर और राम चरित मानस भेंट करें।

अंसारी ने कहा कि यह पूरे देश के लिए खुशी की बात है कि मंदिर-मस्जिद विवाद का हल हो गया और अयोध्या में रामलला का मंदिर बनने जा रहा है। 

इसी कड़ी में ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने बताया कि पद्मश्री समाजसेवी मो. शरीफ को भी भूमि पूजन समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण पत्र भेजा गया है। उन्होंने कहा कि मो. शरीफ बिना धर्म का भेदभाव किए लावारिस लाशों का कई वर्षों से सम्बन्धित धर्म की परम्परा के अनुसार अंतिम संस्कार कराते चले आ रहे हैं। अब तक 10 हजार लाशों का अंतिम संस्कार सम्पन्न करा चुके हैं। इसी साल गणतंत्र दिवस के मौके पर उन्हें पद्मश्री से विभूषित किया गया। दूसरी तरफ पद्मश्री मो. शरीफ ने कहा कि वह पहले से राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन में शामिल होना चाहते थे। उनकी इच्छा प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करने की भी है। मो. शरीफ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें पद्मश्री के लिए चयनित कर बहुत बड़ा सम्मान दिया है।  

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख