अयोध्या: अयोध्या के राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए हो रहे भूमिपूजन के बारे में प्रेस को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि तमाम संत यहां पहुंच गए हैं। संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, सुरेश भैया जोशी भी कल रात तक पहुंचेंगे। हमने 133 संतों को निमंत्रण भेजा है। नेपाल के संत भी पहुंचेंगे। नेपाल का बिहार और यूपी से रिश्ता है।
उन्होंने कहा कि लोगों को पूर्वाग्रह है, हमने सिर्फ़ संतों को बुलाया है। कुछ संतों को दलित कहते हैं। संत महात्मा मिलाकर 175 लोग यहां होंगे। हमने इक़बाल अंसारी को बुलाया है। हमने फ़ैज़ाबाद के निवासी मोहम्मद शरीफ़ को बुलाया है। वे पद्मश्री हैं, वे लाशों का दाह संस्कार कराते हैं। पहले ये निमंत्रण अयोध्या के लोगों को दिया जा रहा है जो कि यहां के निवासी हैं। हमने अयोध्या के उन्हीं लोगों को बुलाया है, जिनके परिवार का कोई 1992 में 1990 में गोली से मारा गया है।
चंपत राय ने कहा कि निमंत्रण पत्र पर सिक्योरिटी कोड है। यह सिर्फ़ एक बार प्रयोग हो सकता है। परिसर में कोई इलैक्ट्रिक उपकरण नहीं ले जा सकेगा। हर निमंत्रण पत्र पर सिर्फ़ एक व्यक्ति को जाने की अनुमति होगी। ये निमंत्रण पत्र अहस्तांतरणीय हैं।
इसमें मोहन भागवत, योगी जी, आनंदीबेन पटेल का नाम होगा. किसी को वाहन पास नहीं दिया जा रहा है। कार्यक्रम दो बजे तक पूरा हो जाएगा, ऐसा अनुमान है।
उन्होंने कहा कि 18 अप्रैल से देवताओं का आह्वान शुरू किया गया। जन्मस्थान पर पूजा शुरू की गई। 108 दिन से स्थान देव की पूजा की जा रही है। आज वहां गणपति की पूजा शुरू की गई। कल हम हनुमानगढ़ी की पूजा करेंगे। पांच अगस्त गर्भगृह में पूजा की जाएगी। एक शिलापट्ट का अनावरण भी होगा। यूपी सरकार ने मंदिर मॉडल का एक डाक टिकट जारी किया है। उसका भी अनावरण प्रधानमंत्री करेंगे। समारोह में मंच पर संत नृत्यगोपालदास, आंनदीबेन पटेल, योगी आदित्यनाथ, मोहन भागवत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रहेंगे। यही पांच लोग मंच पर रहेंगे।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि भगवान हरे रंग के कपड़े पहनेंगे. कुछ लोगों को क्यों भय है? इससे प्रधानमंत्री, योगी जी का ट्रस्ट का लेना देना नहीं है। ये परंपरा की बात है। हरा रंग ख़ुशहाली का रंग है। ऐसी बेतुकी बातों की चर्चा नहीं करनी चाहिए। किसी रंग का कोई निषेध नहीं है। भगवान क्या पहनेंगे ये पुजारी तय करते हैं, ये परंपरा की बात है। प्रतीकात्मक शिलान्यास भी किया जाएगा। 9 शिलाएं होंगी जिनकी पूजा प्रधानमंत्री मोदी करेंगे।
चंपत राय ने कहा कि भूमिपूजन के लिए देश की संपूर्ण नदियों का जल मंगवाया गया है। अनेक लोग मानसरोवर का जल भी लाए हैं। रामेश्वरम और श्रीलंका से भी समुद्र का जल आया है। लगभग 2000 स्थानों से जल और मिट्टी लाई गई है। ओरिजनल ड्राइंग के आधार पर ही मंदिर निर्माण होगा। जो पत्थर कार्यशाला में तराशकर रखे गए हैं वे सबसे पहले लगेंगे।
उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की तरफ से एक करोड़ रुपये की पहली किश्त आ गई है। उद्धव ठाकरे ने तीन करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी। ट्रांसफर में शिवसेना लिखा है। बहुत लोग, बहुत कुछ भेज रहे हैं। हम बैंक में जोड़ने बैठ जाएं तो और कुछ नहीं कर पाएंगे।
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव ने कहा कि समाज से निवेदन है कि आप अपनी शुभकामनाएं भेजिए। 5 तारीख़ को जो आनंद अयोध्या में दिख रहा है वो हर गांव में दिखे। सायंकाल में दीपोत्सव करें। किसी को चिढ़ाने का काम नहीं करें। हिंदू समाज इसको सामान्य तौर पर ले, ऐसा हमने जजमेंट के वक़्त कहा था। इसलिए हमने इक़बाल अंसारी को बुलाया है। सिख आ रहे हैं, जैन आ रहे हैं, आर्य समाजी आ रहे हैं। कोरोना की वजह से संख्या को बहुत सीमित रखा गया है। चेन्नई से पराशरन जी कैसे आ सकते हैं, आडवाणी जी कैसे आ सकते हैं। सबकी आयु के हिसाब से हमने सूची बनाई है।
चंपत राय ने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी जी और जोशी जी, दोनों से फ़ोन पर बात की गई। उन्हें निमंत्रण नहीं भेजा गया है। उन्होंने ने ख़ुद आने में असमर्थता जताई थी। हमने आयु की वजह से कल्याण सिंह से भी न आने का आग्रह किया है।