लखनऊ: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही भाजपा ने समाज को तोड़ने और तनाव पैदा करने की साजिशें तेज कर दी हैं। भाजपा नेता विवादास्पद बयान देकर अशांति फैलाने और अराजक स्थिति पैदा करने में लग गए हैं। भाजपा नेता यह समझने में भयंकर भूल कर रहे हैं कि बुनियादी मुद्दों से ध्यान हटाकर वे मतदाताओं को गुमराह करने में सफल हो जाएंगे।
अखिलेश यादव ने शनिवार को यहां जारी बयान में कहा कि भाजपा नेताओं ने पुराने तौर-तरीकों से जाति-संप्रदाय की राजनीति को अपनाना शुरू किया है। तिल का ताड़ बनाने का यह काम संगठित तरीके से हो रहा है। मोदी सरकार के दौरान नफरत में 500 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। नफरत वाले बयान देने वालों में 90 प्रतिशत भाजपा के नेता हैं।
उन्होंने कहा, सच तो यह है कि भाजपा ने जब से केंद्र और राज्य में सत्ता संभाली है वह राष्ट्रीय मसलों पर कोई ठोस नीति नहीं बना सकी है। उसने देश की अर्थव्यवस्था को चौपट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
भ्रष्टाचार रुका न आतंकियों पर रोक लगी
सपा अध्यक्ष ने कहा, भाजपा नेतृत्व को पता है कि नोटबंदी और जीएसटी से व्यापक स्तर पर अराजकता पैदा हुई है। नोटबंदी से न भ्रष्टाचार रुका न ही आतंकियों पर रोक लगी। न पत्थरबाजी रुकी और न ही कालाधन खत्म हुआ। जनता को कोई राहत तो मिली नहीं उल्टे महंगाई बढ़ गई। कहा कि भाजपा सरकार ने देश को अन्य देशों के मुकाबले पीछे कर दिया है।