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नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद अनंत कुमार हेगड़े एक बार फिर से विवादित बयानब के चलते चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर विवादित बयान दिया। उन्होंने महात्मा गांधी के स्वतंत्रता आंदोलन को ड्रामा करार दिया। उन्होंने कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि ऐसे लोगों को भारत में महात्मा क्यों कहा जाता। उन्होंने बेंगलुरु में एक जनसभा में ये बातें कहीं। हेगड़े ने कहा कि 'पूरे स्वतंत्रता आंदोलन का मंचन अंग्रेजों की सहमति व समर्थन से हुआ। इनमें से कोई भी कथित नेता अंग्रेजों द्वारा एक बार भी मारा पीटा नहीं गया। उनका स्वतंत्रता आंदोलन सिर्फ एक बड़ा ड्रामा था। ये एक समझौता था।

उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की भूख हड़ताल और सत्याग्रह सिर्फ एक ड्रामा था कोई जायज लड़ाई नहीं। कांग्रेस का समर्थन करने वाले कहते हैं कि भारत को सत्याग्रह को भूख हड़ताल के चलते आजादी मिली। ये सच नहीं है। अंग्रेजों ने सत्याग्रह के कारण भारत नहीं छोड़ा था। बल्कि अंग्रेजों ने तंग आकर हमें आजादी दे दी थी। मैं जब इतिहास पढ़ता हूं तो मेरा खून खौल उठता है। ऐसे लोग देश में महात्मा बनकर बैठे हैं।

नई दिल्ली: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा को शुक्रवार (31 जनवरी) को प्रदेश में बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल विस्तार के लिए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से मंजूरी मिल गई है और मंत्रिपरिषद में 11 मंत्रियों को शामिल किए जाने की संभावाना है। येदियुरप्पा ने बताया कि अगले एक दो दिन में शपथ ग्रहण की तिथि निर्धारित कर दी जाएगी। उन्होंने हालांकि संकेत दिया कि तीन फरवरी को शपथ ग्रहण हो सकता है। मौजूदा समय में राज्य मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री समेत 18 मंत्री हैं। मंत्रिमंडल में अधिकतम 34 सदस्य हो सकते हैं और फिलहाल इसमें 16 लोगों को शामिल किए जाने की गुंजाइश है।

येदियुरप्पा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ''केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने हमारे अधिकतर सुझावों को स्वीकार कर लिया है। अगर कोई मतभेद है तो हम बेंगलुरु में इस पर चर्चा करेंगे और अंतिम रूप दे देंगे।" उन्होंने बताया कि एक या दो को छोड़कर जद (एस), कांग्रेस के अयोग्य करार दिए गए अधिकतर विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा जो भाजपा के टिकट पर दोबारा निर्वाचित हुए हैं।

मंगलुरु: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन और अनुच्छेद 370 के अधिकांश प्रावधानों को निष्क्रिय करने के एनडीए सरकार के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि कश्मीरी पंडितों को कश्मीर वापस जाने से कोई ताकत नहीं रोक सकती। रक्षा मंत्री ने कर्नाटक के मंगलुरु में एक रैली को संबोधित करते हुए 1990 के दशक में आतंकवाद के चरम पर रहने के दौरान घाटी से बड़ी संख्या में हुए कश्मीरी पंडितों के विस्थापन का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अब कोई भी ताकत उन्हें उनके घरों में लौटने से नहीं रोक सकती।

पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि हम किसी को छूएंगे नहीं, लेकिन यदि हमें कोई परेशान करता है तो हम उसे शांति से रहने भी नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने नेहरू से पाकिस्तान में हिंदुओं, सिखों जैसे अल्पसंख्यकों के भारत आने पर उन्हें नागरिकता देने को कहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसी सोच को पूरा किया। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के संबंध में उन्होंने कहा कि यह किसी भी धर्म की भावनाएं आहत करने का कानून नहीं है, बल्कि यह धार्मिक उत्पीड़न के शिकार लोगों को राहत प्रदान करने के लिए है।

बेंगलुरु: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारतीय संस्कृति और परंपरा का “ध्वजवाहक” बताया। वेदांत भारती द्वारा यहां आयोजित एक कार्यक्रम में अपने भाषण में शाह ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी भारतीय संस्कृति और परंपरा के ध्वजवाहक के रूप में दुनिया भर का दौरा कर रहे हैं।’’ अपनी बात को साबित करने के लिए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मोदी ने प्रधानमंत्री की शपथ लेने से पहले वाराणसी में गंगा में डुबकी लगायी और गंगा आरती में शामिल हुए।

उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ कि मोदी ने पशुपतिनाथ मंदिर में भारत सरकार की ओर से विशेष प्रार्थना के लिए लाल चंदन भेजा। शाह ने धर्मनिरपक्षेता की गलत व्याख्या करने और देश की श्रेष्ठ चीजों का सम्मान करने से रोकने को लेकर पिछली सरकारों की आलोचना भी की । उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन लंबे समयांतराल के बाद हमारे पास ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो संदेश देते हैं कि दुनिया को देने के लिए हमारे पास काफी चीजें हैं।’’

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