ताज़ा खबरें
केंद्र नहीं अब खुद यूपी सरकार तय करेगी डीजीपी, अखिलेश ने कसा तंज
दिल्ली-एनसीआर में सांसों का संकट, कई इलाकों में एक्यूआई 400 के पार
झारखंड में अवैध हड़पी गई ज़मीन आदिवासी बेटियों के ​नाम करेंगे: मोदी
मनोज जरांगे पाटील का एलान- महाराष्ट्र चुनाव नहीं उतारेंगे एक भी प्रत्याशी
उत्तराखंड: अल्मोड़ा में बस खाई में गिरी, 15 यात्रियों की मौत, कई घायल

नई दिल्ली: कर्नाटक में टुमकुर जिले के तुरुवेकेर में भाजपा विधायक एम जयराम ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में जारी लॉकडाउन के नियमों धज्जियां उड़ाते हुए जोर शोर से अपना जन्मदिन मनाया। यहां केक काटकर बिरयानी पार्टी दी गई जिसमें बड़ी संख्या में जयराम के समर्थक शामिल हुए। बता दें कि कोरोना वायरस के कहर के मद्देनजर केंद्र सरकार ने 21 दिनों के लिए देश लॉकडाउन का आदेश दिया था। ये लॉकडाउन 14 अप्रैल के खत्म हो रहा है। लेकिन स्थितियों को देखते हुए इस लॉकडाउन का बढ़ाने की चर्चा जोर पर है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज (11 अप्रैल) सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ देशव्यापी लॉकडाउन को आगे बढ़ाने के सवाल पर चर्चा करेंगे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली चर्चा में इस बात पर कोई फैसला लिया जा सकता है कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जाए या नहीं। हर जगह ये सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है कि कोई भी बेमतलब घरों से बाहर न निकले। गौरतलब है कि चीन से फैले कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में तबाही मची है।

बंगलूरू: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक अब तक देश में कोरोना की वजह से कुल मौतों की संख्या 166 हो चुकी है और संक्रमित मामलों की संख्या 5,734 हो गई है। अभी तक देश में कोरोना के लिए 1,30,000 सैंपल की जांच की जा चुकी है। देश में कोरोना संक्रमित मामलों की असल संख्या वर्तमान आंकड़ों के चार गुना ज्यादा हो सकती है। बायोटेक आंत्रेप्रेन्योर किरण मजूमदार शॉ ने गुरुवार को कहा कि इसका कारण बड़ी संख्या में लोगों का बिना जांच के क्वारंटीन में रहना है।

उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य होना चाहिए। बायोकॉन लिमिटेड की चेयरमैन मजूमदार शॉ का कहना है, 'मैं विश्वस्त हूं कि संक्रमित मामलों की संख्या आंकड़ों से कहीं अधिक है। अगर आप क्वारंटीन में रह रहे ऐसे लोगों की संख्या देखेंगे जिनकी जांच नहीं हुई है, मैं कहूंगी कि संक्रमितों की संख्या कम से कम चार गुना ज्यादा होगी। ' उन्होंने कहा, केवल ऐसे लोगों की जांच करना ही पर्याप्त नहीं है जिनमें कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। कई लोग ऐसे भी संक्रमित पाए गए हैं जिनमें स्पष्ट लक्षण नहीं दिख रहे थे। क्लस्टर में रैंडम जांच करना भी जरूरी है, सरकार को जांच की रफ्तार बढ़ाने की जरूरत है।

बेंगलुरु: कोरोना का अंधकार मिटाने की पीएम मोदी की आज यानी 5 अप्रैल की रात नौ बजे दीया, मोमबत्ती जलाने की अपील को लेकर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने रविवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के संदर्भ में दीपक-मोमबत्ती जलाने की जो अपील की है वह भाजपा का 'छिपा हुआ एजेंडा'है।

कुमारस्वामी ने प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती दी कि वह अपनी अपील के लिए एक विश्वसनीय वैज्ञानिक और तर्कसंगत स्पष्टीकरण दें।

जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने ट्वीट किया, 'क्या प्रधानमंत्री ने देश को भाजपा के स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर मोमबत्ती जलाने के लिए कहा है? छह अप्रैल इसका स्थापना दिवस है, इस आयोजन के लिए इस तारीख और समय चुनने को और क्या समझा जा सकता है? मैं प्रधानमंत्री को चुनौती देता हूं कि वह एक विश्वसनीय वैज्ञानिक और तर्कसंगत स्पष्टीकरण दें।' कुमारस्वामी ने कहा कि राष्ट्रीय संकट को आत्म अभ्युदय के लिए इस्तेमाल करना शर्मनाक है और वैश्विक विपत्ति की स्थिति में अपनी पार्टी के छिपे हुए एजेंडे को आगे बढ़ाना शर्मनाक है।

तुमकुर: कर्नाटक के तुमकुर में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमित 65 वर्षीय एक व्यक्ति की मृत्यु हो गयी। राज्य में इस बीमारी से यह तीसरी मौत है। लेकिन सबसे अधिक परेशान करने वाली बात जिले के एक अधिकारी ने बताया है। अधिकारी के अनुसार इस व्यक्ति ने विदेश यात्रा नहीं की थी। मृतक ज्ञात रूप से किसी संक्रमित से मिला भी नहीं था। हालांकि 5 मार्च को वो संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से दिल्ली गया था और 11 मार्च को वापस आया था। 7 मार्च को दिल्ली निजामुद्दीन स्टेशन पर पहुंचने के बाद उसने जामा मस्जिद में एक कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया था।

मृतक में 18 मार्च को कोविड-19 के लक्षण पहली बार देखे गए जिसके बाद उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां उन्हें दवाइयां देकर घर वापस भेजा दिया गया। लेकिन बाद में उसकी हालत बिगड़ गयी जिसके बाद उसे 23 मार्च को, जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन फिर उसने अपना इलाज एक निजी अस्पताल में करवाना शुरु कर दिया। जिसके बाद हालत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल लाया गया। जहां आज सुबह करीब 10.30 बजे उनका निधन हो गया। गौरतलब है कि कोरोना वायरस से कर्नाटक में यह तीसरी मौत है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख