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नई दिल्ली: नागरिकता कानून के खिलाफ आज देशव्यापी प्रदर्शन हो रहा है। नागरिकता कानून के खिलाफ वामदलों और कुछ मुस्लिम संगठनों ने आज भारत बंद बुलाया है। इस बीच कर्नाटक के बेंगलुरु में प्रदर्शन के दौरान इतिहासकार रामचंद्र गुहा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। नागरिकता कानून के खिलाफ लेफ्ट विंग और मुस्लिम संगठनों द्वारा बुलाए गए एक दिन के बंद को लेकर बेंगलुरु में तीन दिनों के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं, वामदलों और मुस्लिम संगठनों ने कलबुर्गी में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया। पुलिस ने 20 से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया।

दरअसल, संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए दक्षिण कन्नड़ जिले में 21 दिसंबर की मध्यरात्रि तक निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। दक्षिण कन्नड़ जिले के उपायुक्त सिंधू बी रूपेश ने कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका को देखते हुए पूरे जिले में ही निषेधाज्ञा लागू कर दी। मंगलुरु शहर के पुलिस उपायुक्त पी एस हर्ष ने बुधवार को कमिश्नरी क्षेत्र में ही 18 दिसंबर से 20 दिसंबर तक निषेधाज्ञा लागू की थी।

बेंगलुरु: नागरिकता कानून के खिलाफ लेफ्ट विंग और मुस्लिम संगठनों द्वारा बुलाए गए एक दिन के बंद को लेकर बेंगलुरु में तीन दिनों के लिए धारा 144 लागू की जाएगी। बेंगलुरू के पुलिस आयुक्त भास्कर राव ने कहा, 'अगले 3 दिनों के लिए कल (गुरुवार) सुबह 6 बजे से पूरे बेंगलुरु में धारा 144 लागू की जाएगी।' संगठनों ने गुरुवार सुबह 11 बजे बेंगलुरु के टाउन हॉल में विरोध-प्रदर्शन की योजना बनाई है। बेंगलुरु में धारा-144 गुरुवार सुबह 6 बजे से शुरू होकर 21 दिसंबर की मध्यरात्रि तक तीन दिनों तक लागू रहेगी।

मंगलुरु में प्रतिबंध गुरुवार सुबह से शनिवार आधी रात तक दो दिनों के लिए होगा। दोनों शहरों के पुलिस आयुक्तों ने अलग-अलग आदेश जारी किए। आदेशों में कहा गया है कि किसी को भी विरोध प्रदर्शन करने, पटाखे फोड़ने या हथियार प्रदर्शित करने की अनुमति नहीं होगी।

बेंगलूरू: कर्नाटक में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने उपचुनाव में 15 में से 12 सीटें जीत कर विधानसभा में पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है। कांग्रेस को केवल दो सीटें मिली हैं। एक सीट पर निर्दलीय उम्‍मीदवार जीता है। इस उपचुनाव में जनता दल- सेक्‍यूलर एक भी सीट नहीं हासिल कर सका। इस जीत के साथ 223 सदस्‍यीय सदन में भाजपा विधायकों की संख्‍या 117 हो गयी है। उसे एक निर्दलीय सदस्‍य का समर्थन भी हासिल है। इस तरह अब उसके पास सदन में पूर्ण बहुमत से भी अधिक सीटें हो गयीं हैं। सदन में कांग्रेस के 68 और जनता दल सेक्‍यूलर के 34 विधायक हैं।

कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने पार्टी के खराब प्रदर्शन की जिम्‍मेदारी लेते हुए विधायक दल के नेता पद से इस्‍तीफा दे दिया है। दिनेश गुंडुराव ने भी प्रदेश पार्टी अध्‍यक्ष पद से त्‍यागपत्र दे दिया है।

मुख्‍यमंत्री बी एस येदियुरप्‍पा ने राज्‍य में स्‍थायी सरकार के लिए वोट देने के वास्‍ते लोगों को धन्‍यवाद दिया। उन्‍होंने आश्‍वासन दिया कि वे राज्‍य के विकास के लिए प्रयास जारी रखेंगे।

बेंगलूरू: कांग्रेस के नेता डीके शिवकुमार ने कर्नाटक उपचुनाव के नतीजों पर कहा कि हमें इन 15 निर्वाचन क्षेत्रों के मतदाताओं के जनादेश से सहमत होना होगा। लोगों ने दलबदलुओं को स्वीकार कर लिया है। हमने हार स्वीकार कर ली है, मुझे नहीं लगता कि हमें निराश होना पड़ेगा। आपको बता दें कि 15 सीटों के उपचुनाव के रुझानों में बीजेपी 12 सीटों पर आगे चल रही है। कनार्टक के 15 विधानसभा सीटों पर 5 दिसंबर को हुए उपचुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है और शुरुआती रुझानों में भाजपा आगे चल रही है।

उपचुनाव के नतीजे दक्षिणी राज्य में चार महीने पुरानी भारतीय जनता पार्टी की येदियुरप्पा सरकार के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि सत्तारूढ़ दल को कम से कम सात सीटों पर जीत की जरूरत है, ताकि उसके पास 223 सदस्यीय विधानसभा में कम से कम साधारण बहुमत 112 हो सके। आज 15 सीटों पर चुनाव के नतीजे तय करेंगे कि चार महीने पुरानी बी. एस. येदियुरप्पा सरकार का भाग्य तय करेंगे, क्योंकि सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के पास बहुमत की कमी है। भाजपा को कम से कम सात सीटें जीतनी होगी, जिससे सदन में उसका बहुमत बरकरार रहे। भाजपा के पास वर्तमान में 105 विधायक है, जिसमें एक निर्दलीय विधायक भी शामिल है।

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