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बेंगलुरु: 40 दिन के लॉकडाउन की वजह से जमा हुए स्टॉक को खाली करने के लिए कर्नाटक सरकार ने पब, बार, क्लबों और रेस्त्रां को भी एमआरपी पर शराब बेचेने की इजाजत दे दी है। यह आदेश शनिवार से 17 मई तक लागू होगा। हालांकि, सरकार ने पब, क्लब, बार और रेस्त्रां को चेतावनी दी है कि यदि उन्होंने अपने परिसर में शराब या बीयर परोसा तो उनका लाइसेंस कैंसल कर दिया जाएगा। एक्साइज डेप्युटी कमिश्नर जे गिरी ने कहा, ''एक आदेश पारित किया गया है, इसके तहत बिना संक्रमण वाले इलाकों में पब, बार, क्लब और रेस्त्रां को अस्थायी तौर पर रिटेल आउटलेट के रूप में बदल दिया गया है। इन्हें सभी ब्रैंड की भारतीय, विदेशी शराब और बीयर बेचने की अनुमति दी गई है। लेकिन शराब सर्व करने की इजाजत नहीं दी गई है।''

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने 4 मई से केवल एकल शराब दुकानों को खोलने की इजाजत दी थी। 4 मई से राज्य में शराब की दुकानें खुल रही हैं, लेकिन पब, क्लब, बार, रेस्त्रां और होटल में शराब का काफी स्टॉक है, जिन्हें वे लॉकडाउन की वजह से बेच नहीं पाए। अब सरकार ने इन्हें एमआरपी पर बेचकर स्टॉक 17 मई तक खाली कर लेने की मोहलत दी है।

नई दिल्ली: कर्नाटक से प्रवासी मजदूरों की घर वापसी अब मुश्किल होने वाली है। कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार ने प्रवासी कामगारों को उनके गृह राज्यों तक पहुंचाने के लिए विशेष ट्रेनें चलाने का अनुरोध अब वापस ले लिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बिल्डरों ने मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा से मुलाकात कर मजदूरों के घर लौटने के बाद निर्माण क्षेत्र के सामने आने वाले संकट के बारे में बताया। कहा जा रहा है कि इसी वजह से राज्य सरकार ने विशेष ट्रेनें चलाने का अनुरोध अब वापस ले लिया है।

मालूम हो कि प्रवासी मजदूरों के लिए नोडल अधिकारी एवं राजस्व विभाग में प्रधान सचिव एन मंजूनाथ प्रसाद ने दक्षिण पश्चिम रेलवे से बुधवार को छोड़ कर पांच दिन के लिए हर रोज दो स्पेशल ट्रेनें चलाने के लिए अनुरोध किया था। कर्नाटक सरकार चाहती थी कि बिहार के दानापुर के लिए हर रोज तीन ट्रेनें चलाई जाएं। प्रसाद ने अब पत्र लिख कर कहा कि विशेष ट्रेनों की जरूरत नहीं है। कर्नाटक में अभी भी बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर मौजूद हैं और वो सभी घर लौटना चाहते हैं।

नई दिल्ली: कोरोना वायरस संकट के बीच कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार ने बुधवार को बड़ा एलान किया है। मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने राज्य के ड्राइवरों और नाइयों को पांच-पांच हजार रुपये की राशि देने की घोषणा की। राज्य के लगभग 7,75,000 ड्राइवरों और 2,30,000 नाइयों को लाभ मिलेगा। कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा, 'कोरोना के चलते राज्य सरकार 1610 करोड़ रुपये का वित्तीय पैकेज जारी कर रही है।' इस राहत पैकेज के तहत फूल की खेती करने वालों को प्रति हेक्टेयर 25,000 रुपये की राहत मिलेगी। धोबी और नाइयों को एकमुश्त 5,000 रुपये मुआवजा दिया जाएगा। ऑटो और टैक्सी चालकों को एक बारगी 5,000 रुपये की राशि दी जाएगी। निर्माण श्रमिकों को 3,000 रुपये मिलेंगे। उन्हें पहले दो हजार रुपये का भुगतान किया चा चुका है। 

उन्होंने बताया कि हमारी सरकार ने लगभग एक लाख लोगों को 3500 बसों और ट्रेनों से उनके घर वापस भेजा है। उन्होंने कहा, 'मैंने प्रवासी श्रमिकों से प्रदेश में रहने की अपील की है क्योंकि निर्माण कार्य अब फिर से शुरू हो गया है।'

कलबुर्गी: कोरोना वायरस की महामारी के कारण देशभर में लागू लॉकडाउन के बीच कर्नाटक के चितपुर गांव में गुरुवार को सिद्धलिंगेश्वर मंदिर रथ उत्सव में सैकड़ों की संख्‍या में लोगों ने हिस्‍सा लिया। लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्‍टेसिंग के दिशानिर्देश की इस धार्मिक कार्यक्रम में धज्‍ज‍ियां उड़ती नजर आई। पुलिस अधीक्षक लाडा मार्टिन ने मीडिया को बताया, " सुबह 6.30 बजे लगभग 100-150 लोग लगभग 20 मिनट के लिए सिद्धलिंगेश्वर मंदिर के पास आए थे और रथ खींचने के समारोह में भाग लिया।'

इस घटना को लेकर 20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, लॉकडाउन के बावजूद इस धार्मिक कार्यक्रम में इतनी संख्‍या में लोग कैसे जुड़े, इसे लेकर आगे की जांच की जा रही है। मामले में एक सब इंस्‍पेक्‍टर को सस्‍पेंड कर दिया गया है। गौरतलब है कि कर्नाटक में गुरुवार को कोरोना वायरस के 36 मामले सामने आए। राज्‍य में अब तक कोरोना वायरस के 300 से अधिक केस सामने आए हैं और 13 लोगों को इस वायरस के कारण जान गंवानी पड़ी है।

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