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बेंगलूरू: जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के सुप्रीमो एचडी देवेगौड़ा के दोबारा संसद भवन में दिखाई देने की उम्मीद है। कांग्रेस उन्हें कर्नाटक से राज्यसभा सीट पर समर्थन देने के लिए तैयार है। पार्टी ने यह फैसला आगामी राज्यसभा चुनाव में भाजपा के खाते में एक अतिरिक्त सीट को जाने से रोकने के लिए किया है। कांग्रेस ने शुक्रवार को अपनी एक सीट के लिए पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व लोकसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम की घोषणा की। कांग्रेस दक्षिणी राज्य से एक उम्मीदवार को आसानी से उच्च सदन भेज सकती है। खड़गे 2019 के लोकसभा चुनाव में हार गए थे।

वहीं राज्य में कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन ने मिलकर सरकार बनाई थी। हालांकि यह गठबंधन सरकार ज्यादा समय तक नहीं चल सकी क्योंकि बड़ी संख्या में कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। खड़गे के समर्थन में वोट देने के बावजूद कांग्रेस के पास 14 अतिरिक्त विधायकों के वोट बचेंगे। पार्टी के विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि इन वोटों का इस्तेमाल प्रतिद्वंद्वी भाजपा को रोकने के लिए किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि देवेगौड़ा या फिर किसी अन्य स्वीकार्य उम्मीदवार को पार्टी समर्थन दे सकती है।

नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी ने वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को कर्नाटक राज्यसभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है। कांग्रेस पार्टी के महासचिव मुकुल वासनिक की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कर्नाटक राज्यसभा चुनाव में पार्टी की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम को स्वीकृति दी हैं। बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे पिछली लोकसभा में कांग्रेस के नेता थे। साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में उनको हार का सामना करना पड़ा, तब से वह सदन से बाहर हैं। वर्तमान में अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में कांग्रेस के नेता हैं, जो कि पश्चिम बंगाल की बहरामपुर लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए हैं।

कर्नाटक में राज्यसभा की चार सीटों के लिए 19 जून को चुनाव होना है। ऐसे में अब कांग्रेस उनको राज्यसभा भेजना चाहती है। कांग्रेस के दो मौजूदा राज्यसभा सदस्यों एमवी राजीव गौड़ा और बीके हरिप्रसाद का कार्यकाल इस महीने के आखिर में पूरा हो रहा है। राज्य विधानसभा के मौजूदा संख्या बल के आधार पर कांग्रेस को चार में से सिर्फ एक सीट मिलती दिख रही हैं।

बंगलुरु: कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए कर्नाटक सरकार ने गुरुवार को एक बड़ा फैसला लिया है। कर्नाटक ने महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और राजस्थान से आने वाले उड़ानों, ट्रेनों और वाहनों के आगमन पर रोक लगा दी है। कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में आज कोरोना के 115 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 2533 हो गई है।   

बता दें कि देश में कोरोना की स्थिति लगातार बढ़ती जा रही है। देश में पिछले 24 घंटे में 6,566 नए मामले सामने आए हैं और 194 लोगों की मौत हुई है। भारत सरकार के मुताबिक देश में कोरोना के 86,110 सक्रिय मामले हैं और अब तक 67,691 लोग ठीक हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे में देश में 3266 लोग ठीक हो गए हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। भारत में रिकवरी रेट 42.75 है।

बंगलूरू: कोरोना और लॉकडाउन के बीच श्रमिकों के मुद्दे पर गहमागहमी जारी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा श्रमिकों को लेकर दिए गए बयान पर अब कांग्रेस ने भी पलटवार किया है। कर्नाटक कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश सरकार के इस फैसले को 'असंवैधानिक" बताया जिसमे योगी ने कहा था कि अन्य राज्यों को उसके मूल निवासियों को रोजगार देने के लिए अनुमति लेनी चाहिए। इसके साथ ही पार्टी ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई में व्यावहारिक बुद्धि की कमी है तथा इससे राज्य के लोगों की परेशानी बढ़ेगी।

कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने मंगलवार को कई ट्वीट कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा और कहा, ‘उत्तर प्रदेश उनकी सरकार की निजी संपत्ति नहीं है।’ उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोगों को काम पर रखे जाने से रोकने का योगी आदित्यनाथ का कदम असंवैधानिक है और यह आवाजाही की स्वतंत्रता के अधिकार के खिलाफ है। उन्होंने कहा, ‘श्री योगी, कृपया ध्यान दें कि उप्र आपकी सरकार की निजी संपत्ति नहीं है।’ शिवकुमार ने ट्वीट किया कि उत्तर प्रदेश के लोगों को भारत में कहीं भी काम करने के लिए आपकी अनुमति की आवश्यकता नहीं है। 

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