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बेंगलुरू: नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ फरवरी में बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क की रैली में 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाने वाली छात्रा अमूल्या लियोना की जमानत याचिका शहर की एक अदालत ने खारिज कर दी है। अमूल्या की जमानत याचिका बुधवार को खारिज करते हुए 60वें अतिरिक्त नगर दीवानी एवं सत्र न्यायाधीश विद्याधर शिराहट्टी ने कहा कि जांच पूरी नहीं हुई है और जांच अधिकारी ने अभी तक आरोप-पत्र दाखिल नहीं किया है।

न्यायाधीश ने कहा, 'यदि याचिकाकर्ता को जमानत पर रिहा कर दिया जाता है तो वह फरार हो सकती है, या इस तरह के अपराध में संलिप्त हो सकती है, जिससे शांति व्यवस्था में खलल पड़ेगा।' कार्यकर्ता एवं कॉलेज छात्रा अमूल्या ने 'हिंदू-मुस्लिम सिख ईसाई फेडरशन' द्वारा 20 फरवरी को आयोजित सीएए, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के खिलाफ विरोध सभा के दौरान पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए थे।

बेंगलुरू: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (एस) के संरक्षक एचडी देवेगौड़ा ने मंगलवार को कर्नाटक से पार्टी उम्मीदवार के तौर पर राज्यसभा चुनावों के लिये पर्चा दाखिल किया। 19 जून को राज्यसभा चुनाव होना है। पूर्व प्रधानमंत्री के साथ इस मौके पर उनके बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी, पूर्व मंत्री एच डी रेवन्ना, प्रदेश जद एस अध्यक्ष एच के कुमारस्वामी और अन्य मौजूद थे। देवेगौड़ा ने अपना पर्चा विधानसभा सचिव एम के विशालाक्षी के समक्ष दाखिल किया क्योंकि वह राज्यसभा चुनाव के लिये निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किये गये हैं।

जेडीएस ने सोमवार को देवेगौड़ा को पार्टी का राज्यसभा उम्मीदवार घोषित किया था। इस निर्णय की घोषणा करते हुये कुमारस्वामी ने कहा था कि देवेगौड़ा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, विभिन्न राष्ट्रीय नेताओं एवं पार्टी विधायकों के आग्रह के बाद राज्यसभा चुनाव लड़ने के लिये तैयार हुये हैं। उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव के लिये उन्हें तैयार करना आसान काम नहीं था।

बेंगलूरू: जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के सुप्रीमो एचडी देवेगौड़ा के दोबारा संसद भवन में दिखाई देने की उम्मीद है। कांग्रेस उन्हें कर्नाटक से राज्यसभा सीट पर समर्थन देने के लिए तैयार है। पार्टी ने यह फैसला आगामी राज्यसभा चुनाव में भाजपा के खाते में एक अतिरिक्त सीट को जाने से रोकने के लिए किया है। कांग्रेस ने शुक्रवार को अपनी एक सीट के लिए पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व लोकसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम की घोषणा की। कांग्रेस दक्षिणी राज्य से एक उम्मीदवार को आसानी से उच्च सदन भेज सकती है। खड़गे 2019 के लोकसभा चुनाव में हार गए थे।

वहीं राज्य में कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन ने मिलकर सरकार बनाई थी। हालांकि यह गठबंधन सरकार ज्यादा समय तक नहीं चल सकी क्योंकि बड़ी संख्या में कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। खड़गे के समर्थन में वोट देने के बावजूद कांग्रेस के पास 14 अतिरिक्त विधायकों के वोट बचेंगे। पार्टी के विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि इन वोटों का इस्तेमाल प्रतिद्वंद्वी भाजपा को रोकने के लिए किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि देवेगौड़ा या फिर किसी अन्य स्वीकार्य उम्मीदवार को पार्टी समर्थन दे सकती है।

नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी ने वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को कर्नाटक राज्यसभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है। कांग्रेस पार्टी के महासचिव मुकुल वासनिक की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कर्नाटक राज्यसभा चुनाव में पार्टी की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम को स्वीकृति दी हैं। बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे पिछली लोकसभा में कांग्रेस के नेता थे। साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में उनको हार का सामना करना पड़ा, तब से वह सदन से बाहर हैं। वर्तमान में अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में कांग्रेस के नेता हैं, जो कि पश्चिम बंगाल की बहरामपुर लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए हैं।

कर्नाटक में राज्यसभा की चार सीटों के लिए 19 जून को चुनाव होना है। ऐसे में अब कांग्रेस उनको राज्यसभा भेजना चाहती है। कांग्रेस के दो मौजूदा राज्यसभा सदस्यों एमवी राजीव गौड़ा और बीके हरिप्रसाद का कार्यकाल इस महीने के आखिर में पूरा हो रहा है। राज्य विधानसभा के मौजूदा संख्या बल के आधार पर कांग्रेस को चार में से सिर्फ एक सीट मिलती दिख रही हैं।

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