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बंगलूरू: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक अब तक देश में कोरोना की वजह से कुल मौतों की संख्या 166 हो चुकी है और संक्रमित मामलों की संख्या 5,734 हो गई है। अभी तक देश में कोरोना के लिए 1,30,000 सैंपल की जांच की जा चुकी है। देश में कोरोना संक्रमित मामलों की असल संख्या वर्तमान आंकड़ों के चार गुना ज्यादा हो सकती है। बायोटेक आंत्रेप्रेन्योर किरण मजूमदार शॉ ने गुरुवार को कहा कि इसका कारण बड़ी संख्या में लोगों का बिना जांच के क्वारंटीन में रहना है।

उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य होना चाहिए। बायोकॉन लिमिटेड की चेयरमैन मजूमदार शॉ का कहना है, 'मैं विश्वस्त हूं कि संक्रमित मामलों की संख्या आंकड़ों से कहीं अधिक है। अगर आप क्वारंटीन में रह रहे ऐसे लोगों की संख्या देखेंगे जिनकी जांच नहीं हुई है, मैं कहूंगी कि संक्रमितों की संख्या कम से कम चार गुना ज्यादा होगी। ' उन्होंने कहा, केवल ऐसे लोगों की जांच करना ही पर्याप्त नहीं है जिनमें कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। कई लोग ऐसे भी संक्रमित पाए गए हैं जिनमें स्पष्ट लक्षण नहीं दिख रहे थे। क्लस्टर में रैंडम जांच करना भी जरूरी है, सरकार को जांच की रफ्तार बढ़ाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, स्कूल और कॉलेज ऐसी जगहें हैं जहां कोरोना वायरस आसानी से फैल सकता है। इसलिए इन संस्थानों को जून अंत तक बंद रखना चाहिए। लोगों की भीड़ नहीं जमा होने देनी चाहिए, मॉल और सिनेमा हॉल को अभी लॉकडाउन के अंदर ही रखने की आवश्यकता है। सोशल डिस्टेंसिंग को जारी रखना होगा। सबसे महत्वपूर्ण बातों में से एक यह है कि लोगों को मास्क जरूर पहनना चाहिए। सरकार के लिए यह बेहद अहम है जब वह लॉकडाउन समाप्त करेगी। बता दें कि देश में 21 दिन के लॉकडाउन की मियाद 14 अप्रैल को समाप्त हो रही है।

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