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कलबुर्गी: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को कहा कि लाउडस्पीकर विवाद को 'सामंजस्य से' हल करने के निर्देश जारी किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कहा कि पुलिस थाना स्तर पर शांति समिति की बैठक कर लाउडस्पीकर की समस्या का सौहार्दपूर्ण ढंग से समाधान करने के निर्देश जारी किए गए हैं। सभी को कानून का पालन करना चाहिए।

इसके साथ ही कलबुर्गी में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अजान पर उच्च न्यायालय का आदेश है। उसी के अनुसार एक परिपत्र पहले ही जारी किया जा चुका है। नियम डेसिबल स्तर को भी निर्दिष्ट करता है। डीजी (पुलिस महानिदेशक) परिपत्र को पहले ही जारी कर चुके हैं।

विधानसभा चुनाव पर बोम्मई ने कहा, पार्टी में नहीं है कोई मतभेद

इसके अलावा, कर्नाटक विधानसभा चुनाव अगले साल होने वाले हैं। इसको लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र में भाजपा एकजुट है और कोई मतभेद नहीं हैं।

बेंगलुरु: कर्नाटक में हिजाब के पक्ष में अर्जी देने वाली दो युवतियों को हिजाब पहनकर परीक्षा देने की अनुमति नहीं मिली, जिसके बाद वह कॉलेज से लौट आईं। इन दोनों छात्राओं ने कक्षाओं में हिजाब पहनने की अनुमति के लिए याचिका दायर की है। आज भी उन्होंने हिजाब पहनकर 12वीं की बोर्ड की परीक्षा में बैठने की अनुमति मांगी, जिसके बाद दोनों छात्राएं परीक्षा केंद्र से चली गईं। आलिया असदी और रेशम ने उडुपी के विद्योदय पीयू कॉलेज में परीक्षा देने के लिए अपना हॉल टिकट लिया और बुर्का पहनकर परीक्षा देने आईं। उन्होंने करीब 45 मिनट तक पर्यवेक्षकों और कॉलेज के प्रिंसिपल से अनुरोध किया, लेकिन अंतत: राज्य सरकार के प्रतिबंध को बरकरार रखने वाले अदालत के आदेश के बाद ये अनुमति नहीं दी गई। फिर इन दोनों को बिना परीक्षा दिए चुपचाप परिसर से बाहर निकलते देखा गया।

कर्नाटक में हिजाब प्रतिबंध के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे रही लड़की ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से नए सिरे से अपील करते हुए कहा था कि आपके पास अभी भी हमारे भविष्य को बर्बाद होने से रोकने का मौका है।

होस्पेट (कर्नाटक): भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जे पी नड्डा ने रविवार को दावा किया कि हाल ही में रामनवमी और हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभा यात्राओं के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा समाज को तोड़ने की एक 'साजिश' है। साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर 'सबसे गैर-जिम्मेदार' तरीके से काम करने का आरोप लगाया। राज्य कार्यकारिणी समिति की बैठक में यहां भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए, नड्डा ने हिंसा को पांच राज्य विधानसभा चुनावों के हालिया परिणामों से जोड़ा, जिसमें भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया।

उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भाजपा को मिले ऐतिहासिक जनादेश ने कुछ लोगों को झकझोर कर रख दिया है। इसलिए हताशा में उन्होंने खुद को समाज को तोड़ने का काम करने वालों की साजिशों से जोड़ लिया है। इसके चलते, हनुमान जयंती और रामनवमी के दौरान जुलूस पर हमले हुए।'' कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि राज्य की पूर्ववर्ती सिद्धरमैया सरकार ने पीएफआई के सदस्यों को मुक्त कर दिया था।

बेंगलुरु: कर्नाटक में हाल में सांप्रदायिक तनाव की घटनाओं के बीच सद्भाव की एक मिसाल पेश करते हुए हसन जिले के बेलूर स्थित चेन्नाकेशव मंदिर ने वर्षों से चली आ रही उस परंपरा को बनाये रखा, जिसके तहत ‘रथोत्सव' की शुरुआत कुरान की आयतें पढ़कर की जाती है। परंपराओं का पालन करते हुए डोड्डा मेदुरु के खाजी सैयद सज्जाद बाशा ने 13 अप्रैल को दो दिवसीय रथोत्सव के पहले दिन कुरान की आयतों को पढ़ा, जिसके बाद रथ को खींचा गया। वहां के अधिकारियों के अनुसार, यह स्पष्ट रूप से ज्ञात नहीं है कि मंदिर के मेले में कुरान की आयतों को पढ़ने की परंपरा कब शुरू हुई।

उन्होंने बताया कि हालांकि मंदिर नियमावली, जो 1932 की है, में इस परंपरा के बारे में उल्लेख है जिसका आज तक पालन किया जा रहा है। रथोत्सव में हजारों लोग इकट्ठा हुए थे, जिसमें भगवान विष्णु के अवतारों में से एक, भगवान चेन्नाकेशव को रथ में ले जाते हुए देखा गया था। बाशा ने मंदिर के अधिकारियों, स्थानीय नेताओं और लोगों की मौजूदगी में कुरान की आयतें को पढ़ा था।

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