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नई दिल्ली: झारखंड में बीते दिनों कथित तौर पर भूख से दो लोगों की मौत पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की है। सीपीएम नेता बृंदा करात के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल भवन जाकर मुलाकात की। बृंदा करात ने साफ तौर पर कहा है कि मौत की वजह राशन कार्ड का आधार से लिंक नहीं होना था। करात ने कहा, 'ये मौतें राशन कार्ड के रद्द होने के कारण हुई हैं, जो कि आधार से लिंक नहीं थे। बिना उचित जांच के 11 लाख राशन कार्ड को रद्द कर दिया गया है।'

इसके अलावा करात ने झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास और केंद्र की भाजपा सरकार पर गरीब लोगों के कल्याण के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया। गौरतलब है कि बीते दिनों झारखंड के गिरीडीह और चतरा जिले से कथित तौर पर भूख से दो लोगों की मौत की घटना सामने आई थी, जिसके बाद राज्य सरकार हरकत में आकर जांच के आदेश दिए थे। गिरीडीह जिले के डुमरी इलाके में एक 58 वर्षीय महिला सावित्री देवी की मौत हुई थी। सावित्री देवी की बहू सरस्वती देवी ने कहा था कि वह पिछले तीन दिनों से कुछ भी नहीं खाई थी।

रांची: विश्व पयार्वरण दिवस पर मंगलवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि 5 जून 2019 तक झारखंड प्लास्टिक मुक्त होगा। सवा तीन करोड़ झारखंडवासियों से आह्वान करता हूं कि वे अपने जुनून से झारखंड को प्लास्टिक मुक्त कर दें। उन्होंने कहा कि जनभागीदारी से प्लास्टिक के विरुद्ध जनांदोलन शुरू होगा। ऑफिस हो, घर हो या बाजार हो, गांव हो, बस्ती हो या शहर हो प्लास्टिक कहीं भी ना दिखे। उक्त बातें मुख्यमंत्री ने रांची के खेलगांव में आयोजित बीट प्लास्टिक पॉल्यूसन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कही।

इस मौके पर उन्होंने झारखंड में प्लास्टिक का रीसाइक्लिंग प्लांट लगाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वभर में पर्यावरण प्रदूषण से मछलियां मर रही हैं। नदियों और तालाबों में जहर घुल रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक को पूर्णतः प्रकृति में मिलने पांच सौ से एक हजार वर्ष लगता है। इस दौरान विषैली गैस उत्सर्जित होती है। झारखंड ग्रीन इकोनोमी राज्य बनेगा 

रांची: झारखंड में बीते तीन दिनों में भूख से दो महिलाओं की मौत का मामला सामने आया है, जिसके बाद मुख्यमंत्री रघुबर दास ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। मंगलवार को प्रकाशित स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक चतरा जिले के इतखोरी ब्लॉक में मीना मुसहर (45) नाम की महिला की सोमवार देर शाम मौत हो गई। उनके बेटे ने दावा किया है कि मीना की मौत भूख की वजह से हुई है लेकिन इस मामले में अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतीक्षा है। महिला कूड़ा बीनने का काम करती थी।

गौतम मुसहर ने पत्रकारों से कहा, 'मैं और मेरी मां कूड़ा बीनकर और बेचकर अपनी जीविका चलाते थे। बीते तीन से चार दिनों में हमें कोई आमदनी नहीं हुई थी।' उसने कहा, 'मेरी मां ने बीते चार दिनों से कुछ नहीं खाया था। सोमवार शाम को उनकी हालत बिगड़ने लगी और मैं अपनी कंधों पर उठाकर उन्हें अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

बीते तीन दिनों में भूख से हुई मौत का यह दूसरा मामला है। शनिवार को, गिरीडीह जिले के मनगारगड्डी जिले में सावित्री देवी (65) नाम की महिला की मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने तीन दिनों से खाना नहीं खाया था।

रांची: झारखंड के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) में जूनियर डाक्टरों एवं नर्सो की हड़ताल के कारण कम से कम 14 मरीजों की मौत हो गई। एक कर्मचारी पर हमले के कारण डाक्टरों एवं नर्सो ने यह हड़ताल की है। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रविवार को रिम्स की घटना पर संज्ञान लिया और मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी और स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रबंशी को डाक्टरों और नर्सो से बात करने के लिए कहा है। शुक्रवार की रात एक नर्स के इंजेक्शन देने के बाद मरीज गीता देवी की मौत हो गई। इसके बाद गीता देवी के परिजनों ने नर्स के साथ बदसलूकी और मारपीट की।

शनिवार की सुबह जूनियर डाक्टर और नर्स हड़ताल पर चले गए और नए मरीजों की भर्ती रोक दी। जो मरीज पहले से भर्ती थे उन्हें दवा और उपचार नहीं दी गई। इसकी वजह से 14 मरीजों की मौत हो गई। रिम्स में शनिवार और रविवार को दो हजार से अधिक मरीजों को बिना इलाज वापस लौटना पड़ा. कई परिजनों ने पहले से भर्ती अपने मरीजों को दूसरे अस्पताल ले गए।

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