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रांची: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और निर्दलीय विधायक सरयू रॉय के बीच कोविड प्रोत्साहन योजना में धन की हेराफेरी के आरोप को लेकर चल रहे विवाद ने कानूनी मोड़ ले लिया है। बन्ना गुप्ता ने रॉय को कानूनी नोटिस भेजा है और उसने तीन दिनों के भीतर बिना शर्त मांफी मागने को कहा है। 13 अप्रैल को, रॉय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी और उन पर आरोप लगाया था कि स्वास्थ्य मंत्री के सेल में 60 व्यक्तियों के लिए वेतन लिया है। जिसमें स्वयं, उनके निजी सहायक भी शामिल थे।

वहीं अब कानूनी नोटिस में, गुप्ता ने आरोप को "झूठा और निराधार" कहा है और बिना शर्त सार्वजनिक माफी की मांग की है। इसके जवाब में रॉय ने बयान जारी कर कहा है कि नोटिस का जवाब देने लायक नहीं है। रॉय ने कहा, "मेरे खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने दें।"

इससे पहले, धन की हेराफेरी के आरोपों का जवाब देते हुए, गुप्ता ने कहा था कि रॉय के आरोप निराधार और तथ्य से परे हैं।

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि देवघर में त्रिकूट के पास रविवार को हुए रोपवे हादसे को लेकर उनके पास एक भी बार न तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और न ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का फोन आया। सोरेन ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्‍फ्रेस में कहा कि हालांकि हम लोग, संबंधित संस्‍थाओं से जुड़े हुए थे। सीएम ने कहा, वैसे ऑफिशियली तो बात नहीं हुई लेकिन मुझे लगता है कि ये संदेश वहां तक जरूर गया होगा। सभी चीजें निर्धारित समय पर हुईं। यह ऑपरेशन शुरू हुआ और अंजाम तक पहुंचा।

गौरतलब है कि सोरेन इससे पहले, कोरोना महामारी को लेकर राज्‍यों के सीएम से चर्चा के मामले में भी पीएम पर निशाना साध चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल, कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों से फोन पर बात करके कोरोना महामारी की स्थिति के बारे में जानकारी ली थी। उन्‍होंने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को भी फोन किया था। सोरेन ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी। साथ ही उन्होंने इस ट्वीट में प्रधानमंत्री पर एकतरफा संवाद का आरोप लगाते हुए तंज भी कसा था।

रांची: झारखंड सरकार ने देवघर के त्रिकूट पर्वत रोप-वे हादसे को लेकर उच्चस्तरीय जांच समिति गठित करने का फैसला किया है। इसके साथ ही मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये मुआवजा देने का भी एलान राज्य की हेमंत सोरेन सरकार ने किया है। दरअसल, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज मंगलवार को कांके रोड रांची स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में पर्वत रोप-वे हादसे एवं लोहरदगा में हुई घटना को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की।

इस बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने त्रिकूट पर्वत रोप-वे हादसे एवं लोहरदगा घटना में मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपए मुआवजा देने का निर्णय लिया। साथ ही दोनों घटनाओं में घायल हुए लोगों को राज्य सरकार द्वारा गुणवत्तापूर्ण ईलाज कराए जाने का निर्देश अधिकारियों को दिए।

उन्होंने देवघर जिला स्थित त्रिकूट पर्वत रोप-वे हादसे की जांच के लिए उच्चस्तरीय जांच समिति गठित करने और गठित समिति में रोप-वे से संबंधित विशेषज्ञों को भी शामिल किए जाने के निर्देश दिए। बैठक में त्रिकूट पर्वत रोप-वे हादसे को लेकर प्राथमिकी दर्ज किए जाने का भी निर्देश दिया गया है।

रांची: झारखंड के देवघर स्थित त्रिकूट रोपवे हादसे में बचाव कार्य जारी है। पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी है कि अब तक 37 लोगों को बचा लिया गया है। वहीं, 10 लोग अभी भी तीन केबल कार में फंसे हुए हैं। राज्य के मुख्मयंत्री हेमत सोरेन ने सोमवार को घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। बचाव कार्य में भारतीय सेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी और स्थानीय पुलिस जुटी हुई है।

हवा में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए भारतीय सेना के एक एमआई-17 और एक एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है। वहीं, अब तक बचाए गए लोगों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। खबर है कि लंबे समय तक ऊंचाई पर फंसे रहने के कारण कई लोग बीमार हो चुके हैं। झारखंड पर्यटन विभाग के अनुसार, यह भारत का सबसे ऊंचा वर्टिकल रोपवे है।

रविवार को बाबा बैद्यनाथ मंदिर के पास त्रिकूट पहाड़ी पर रोपवे हादसा हो गया था। इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने जानकारी दी कि बचाव कार्य सुबह 5 बजे दोबारा शुरू हुआ और पांच और लोगों को बचाया गया है।

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