रांची: झारखंड की खनन सचिव आईएएस पूजा सिंघल और उनके पति अभिषेक को बुधवार की शाम गिरफ्तार कर लिया गया। सिंघल बुधवार को खूंटी में मनरेगा के धन के कथित गबन और अन्य आरोपों से जुड़ी धन शोधन जांच के सिलसिले में लगातार दूसरे दिन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुई थीं। पति के साथ आमने-सामने बैठाकर हुई पूछताछ के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
दोनों को गिरफ्तारी के बाद सदर अस्पताल स्वास्थ्य परीक्षण के लिए लाया गया। सदर अस्पताल के डॉक्टर मयूख जांच करने पहुंचे। डॉक्टर के मुताबिक प्रारंभिक जांच में दोनों पूरी तरह से स्वस्थ हैं। पूजा सिंघल के करीबियों के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से पूछताछ का दौर दो दिनों से जारी था।
इससे पहले पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा से लगातार दो दिन ईडी ने पूछताछ की थी। अभिषेक झा और उसके सीए सुमन से पूछे गए सवाल और उत्तर दोनों को नोट किया गया है। अभिषेक झा से उसकी संपत्ति, आय के श्रोत, परिवार के सदस्यों का व्यवसाय और आय संबंधित जानकारी ली गई थी।
पूजा सिंघल को सरकार की ओर से छुट्टी भी मिल गई है। वह 30 मई तक की छुट्टी पर चली गई हैं। उनकी छुट्टी मंजूर करते हुए 2 पदाधिकारियों को जिम्मेदारी देने की तैयारी चल रही है। सोमवार को पूजा सिंघल ने छुट्टी के लिए विभाग में आवेदन दिया था।
डीएमओ व खान विभाग के अफसर भी रडार पर
मनरेगा घोटाले में जांच कर रही ईडी को पैसों के स्रोत के संबंध में कई तरह की जानकारियां मिली है। ईडी को जानकारी मिली है कि खान सचिव पूजा सिंघल के द्वारा डीएमओ रैंक के कई अफसरों को संरक्षण दिया जाता था। कई जिलों में पदस्थापित डीएमओ रैंक के अफसरों को अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया था। ईडी के अधिकारियों को जानकारी मिली है कि डीएमओ रैंक के अधिकारी भारी भरकम रकम रांची तक पहुंचाते थे। आशंका जतायी जा रही है कि उगाही का बड़ा हिस्सा ही सीए सुमन कुमार के फ्लैट से बरामद की गई है। जानकारी मिली है कि पलामू में एक अधिकारी को तबादले के बाद भी डिप्टी डायरेक्टर माइंस के पद पर बनाए रखा गया है। वहीं मासिक तौर भी भारी-भरकम वसूली की सूचना मिली है।
ईडी के सामने सुमन ने नहीं खोला था पैसों का राज
ईडी की पूछताछ के दौरान सीए सुमन कुमार 19.31 करोड़ के संबंध में कोई खास जानकारी नहीं दे पाया था। सुमन कुमार के द्वारा बार-बार बयान भी बदला जा रहा था। ईडी अधिकारियों के मुताबिक, सुमन के खिलाफ मनी लाउंड्रिंग के पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं। पूछताछ के दौरान अभिषेक झा भी ईडी के सवालों में उलझे रहे। ईडी के सवालों का उन्होंने खुलकर जवाब नहीं दिया।