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चेन्‍नई: देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की एक भीषण हमले में 1991 में हत्‍या कर दी गई थी। इस हमले में बचे आईपीएस अधिकारी प्रतीप वी फिलिप ने अपने रिटायरमेंट के दिन वही रक्‍तरंजित टोपी और बैज पहना, जो उन्‍होंने राजीव गांधी हत्‍याकांड के दिन पहना था। इसके बाद उनका रिटायरमेंट भावनाओं का एक कॉकटेल बन गया। यह कैप और बैज राजीव गांधी हत्‍याकांड में एक सबूत है।

डीजीपी (प्रशिक्षण) के रूप में रिटायर हुए फिलिप को हाल ही में शहर की एक अदालत ने टोपी और बैज रखने और उन्हें रिटायरमेंट के दिन पहनने की अनुमति मिली। प्रतीप वी फिलिप ने कहा कि वह 21 मई, 1991 को श्रीपेरंबदुर की भयानक त्रासदी पर अपने अनुभवों के आधार पर एक किताब लिखेंगे, जिसमें लिट्टे के आत्मघाती हमलावर द्वारा खुद को उड़ाए जाने के बाद कम से कम 14 अन्य लोगों की मौत हो गई थी।

शहर की एक सिविल कोर्ट ने आईपीएस अधिकारी को उनकी सेवा के अंतिम दिन खून से सने टोपी और नाम का बिल्ला पहनने की अनुमति दे दी, जिसे उन्होंने पूर्व प्रधान मंत्री की हत्या के समय ड्यूटी के दौरान पहना था।

चेन्नई: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने स्नातक मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) में बैठने के मामले से परेशान छात्रों से आज भावनात्मक अपील की। नीट परीक्षा को लेकर एक सप्ताह में छात्रों के आत्महत्या के तीन मामले सामने आ चुके हैं। तमिलनाडु में आज कथित तौर पर 17 वर्षीय एक लड़की ने परीक्षा को लेकर आत्महत्या कर ली। बताया गया है कि नीट 2021 की परीक्षा देने वाली 17 वर्षीय लड़की इसे पास करने को लेकर चिंतित थी। उसने 12वीं कक्षा में 84.9 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। अगले दिन होने वाली परीक्षा से कुछ घंटे पहले उसकी मौत और रविवार को 19 वर्षीय लड़के की मौत के बाद सामने आई है। पिछले कुछ वर्षों में, राज्य में 15 चिकित्सा उम्मीदवारों ने आत्महत्या की है।

मुख्यमंत्री स्टालिन ने अपनी अपील में कहा, "मैं आपसे विनती करता हूं, कृपया अपने जीवन को समाप्त न करें। आपके लिए कुछ भी असंभव नहीं है। उस आत्मविश्वास के साथ अध्ययन करें। माता-पिता को भी बच्चों में आत्मविश्वास पैदा करना चाहिए और उन्हें तनाव नहीं देना चाहिए।"

चेन्नई: मद्रास उच्च न्यायालय ने राजमार्गों पर चलने वाले वाहनों के लिए गति सीमा 120 किमी प्रति घंटा तय करने वाली केंद्र सरकार की अधिसूचना को रद्द कर दिया है। न्यायमूर्ति एन किरुबाकरण (सेवानिवृत्त) और न्यायमूर्ति टी वी तमिलसेल्वी की पीठ ने हाल में 6 अप्रैल, 2018 की अधिसूचना को रद्द कर दिया। साथ ही केंद्र और राज्य सरकारों को कम गति सीमा निर्धारित करते हुए नयी अधिसूचना जारी करने का भी निर्देश दिया।

इस साल 3 मार्च को मूल रूप से एक अपील पर अंतरिम आदेश पारित करते हुए पीठ ने अपीलकर्ता को मुआवजे की राशि 18.43 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.50 करोड़ रुपये कर दी थी। याचिकाकर्ता एक दंत चिकित्सक है। साल 2013 में तमिलनाडु के कांचीपुरम में सड़क दुर्घटना में वह 90 प्रतिशत तक दिव्यांग हो गया था। इसके अलावा पीठ ने केंद्र को गति सीमा को बढ़ाकर 120 करने की 2018 की उसकी अधिसूचना पर पुनर्विचार करने का निर्देश दिया था। अदालत ने अगस्त में अनुपालन रिपोर्ट दाखिल करने के लिये कहा था।

चेन्नई: तमिलनाडु विधानसभा ने नीट को रद्द करने के लिए एक विधेयक पारित कर दिया है। अब कक्षा 12वीं के अंकों के आधार पर ही एमबीबीएस और बीडीएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश को सक्षम बनाएगा। सदन में विपक्षी दल अन्नाद्रमुक ने विधेयक का समर्थन किया और जबकि भाजपा ने वाकआउट किया। बता दें कि तमिलनाडु सरकार ने सोमवार सुबह ही विधानसभा में यह विधेयक पेश किया था। इसमें राज्य के मेडिकल शिक्षा उम्मीदवारों को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) से छूट देने के लिए राष्ट्रपति की सहमति मांगी गई है।

विधानसभा में विधेयक पेश करते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा था कि आज मैंने नीट के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया है। आप (एआईएडीएमके) भी यह प्रस्ताव लेकर आए। मैं विपक्षी दलों से इस प्रस्ताव को अपना समर्थन देने का आग्रह करता हूं। उल्लेखनीय है कि रविवार को देश भर में हुई नीट परीक्षा के एक दिन पहले शनिवार को राज्य में एक नीट अभ्यर्थी की आत्महत्या मामले ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया था। 

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