चेन्नई: तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के तीन बड़े सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में 50 से ज्यादा डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारी कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं। उत्तरी चेन्नई के स्टेनली मेडिकल कॉलेज में ऊटी और कूर्ग की यात्रा पर गए कम से कम 30 मेडिकल छात्रों को कोरोना वायरस परीक्षण में संक्रमित पाया गया है। इसी कॉलेज कैंपस में दो पोस्ट ग्रेजुएट डॉक्टर और सात नर्स समेत 14 अन्य स्टाफ सदस्य भी संक्रमित हुए हैं।
स्टेनली कॉलेज के एक मेडिकल छात्र विरुधागिरी ने कहा, "हम सभी क्वारंटीन में हैं और अलग-थलग हैं. सभी सुरक्षित हैं। हमारे सभी संपर्कों की भी पहचान कर ली गई है और अगर वे पॉजिटिव हैं तो उन्हें भी आइसोलेट कर दिया जाएगा।"
शहर के बीच में स्थित किलपौक मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पिछले एक सप्ताह में कम से कम 12 डॉक्टरों को कोविड पॉजिटिव पाया गया है। पिछले महीने शहर के राजीव गांधी मेडिकल हॉस्पिटल में भी 50 स्वास्थ्यकर्मी कोविड पॉजिटिव पाए गए थे।
तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव डॉ जे राधाकृष्णन ने कहा, "सबसे महत्वपूर्ण और चिंताजनक बात यह है कि राजीव गांधी सरकारी चिकित्सा अस्पताल में जब एक मधुमेह रोगी का पैर के अल्सर के लिए ऑपरेशन किया गया था, तो उसे एस जीन ड्रॉप आउट पाया गया। इसके बाद 7 अंडरग्रैज्यूएट मेडिकल रेजिडेन्ट्स, सात नर्सिंग छात्र, तीन नर्स और कई कर्मचारी भी पॉजिटिव पाए गए थे। कुल 42 लोगों में एस जीन ड्रॉप आउट थे।"
बता दें कि कोविड के परीक्षण में आरट-पीसीआर विधि वायरस की उपस्थिति की पुष्टि करता है, जबकि जीनोम सिक्वेंसिंग वायरस के अंदर स्पाइक (एस) जैसे कोरोनावायरस में विशिष्ट जीन का पता लगाती है। ओमिक्रॉन के मामले में, चूंकि एस जीन भारी रूप से उत्परिवर्तित होता है, इसलिए कुछ प्राइमरों से एस जीन की अनुपस्थिति का संकेत मिलता है (जिसे एस जीन ड्रॉप आउट कहा जाता है)।