अमृतसर: पंजाब के अमृतसर में रविवार को बड़ी घटना को अंजाम दिया गया है। यहां के राजासांसी रोड पर स्थित निरंकारी भवन के अंदर मौजूद श्रद्धालुओं पर ग्रेनेड से हमला किया गया है। आईजी (बॉर्डर) सुरिंदर पाल सिंह परमार के अनुसार इस ब्लास्ट में तीन लोगों की मौत हुई है। साथ ही 15 लोग घायल हुए हैं। बताया जा रहा है कि यह हमला उस दौरान हुआ जब निरंकारी भवन में सत्संग चल रहा था और बड़ी संख्या में लोग वहां मौजूद थे। बता दें कि पंजाब पुलिस ने तीन दिन पहले ही हाई अलर्ट भी जारी किया था। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस हमले का कारण क्या था।
वहीं फॉरेंसिक टीम भी घटना की जांच के लिए घटनास्थल पर पहुंच गई है। साथ ही कुछ चश्मदीदों का कहना है कि बाइक से दो लोग इलाके में आए और निरंकारी भवन पर ग्रेनेड फेंका। इसके बाद वे फरार हो गए। उनका कहना है कि ग्रेनेड फेंकने वाले लोगों की उम्र अधिक नहीं थी। सेवादारों ने हमलावरों को पकड़ने की कोशिश भी की थी लेकिन वे भागने में सफल रहे। इस हमले के बाद पंजाब में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। साथ ही बीएसएफ को भी अलर्ट रहने को कहा गया है।
लोगों के अनुसार हर रविवार को इस निरंकारी भवन में सत्संग होता है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने निरंकारी भवन पर हुए धमाके पर दुख जताया। ट्वीट कर पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि होम सेक्रेटरी, पंजाब पुलिस के डीजीपी, डीजीपी इंटेलीजेंस, डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर को घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच के आदेश दिए हैं। सीएम ने बताया कि ब्लास्ट में मरने वालों के परिवार को पांच लाख रुपये और घायलों को मुफ्त इलाज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को हरसंभव मदद करने को कहा है।
हालांकि लड़के कौन थे, उनका इरादा क्या था, इस हरकत के पीछे किस संगठन का हाथ है इस बारे में कोई आधिकारीक बयान नहीं आया है। घटना पर पंजाब कांग्रेस प्रमुख सुनील जाखर ने दुख जाहिर किया है। सुनील ने कहा, मेरी सहानुभूति घटना में मारे गए लोगों के परिवार के साथ है। यह पंजाब में शांति भंग करने की कोशिश है। सभी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट रहना चाहिए और शांति बनाए रखने के लिए एक-दूसरे से संपर्क में रहना चाहिए।
बता दें कि अलकायदा कमांडर जाकिर मूसा के पंजाब में छिपे होने की आशंका के बाद से ही प्रदेश में सुरक्षा के प्रबंध कड़े कर दिए गए हैं। पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी है।
सवाल इस बात के भी उठ रहे हैं कि रविवार वाले दिन ही हमला क्यों किया गया है, क्या हमलावरों को इस बात का पता था कि इस दिन यहां पर धार्मिक समागम होता है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही गुरुदासपुर में आतंकी कार छीनकर फरार हो गए थे। इसी हफ्ते अमृतसर में आतंकी हजरत मूसा की गतिविधि की भी खबर मिली थी।