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कोलकाता: पश्चिम बगाल में कोलकाता के बेहाला इलाके में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। इसमें पांच लोग घायल हो गए। घटना के बाद पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है। बेहाला थाने के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रक्तदान शिविर को लेकर रविवार को भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में झड़प हुई। इसमें करीब पांच लोग घायल हुए। भाजपा के स्थानीय नेता दीपांकर बनिक ने दावा किया कि उन्होंने निजी प्रयास से रक्त दान शिविर का आयोजन किया था। उन पर भी हमला हुआ। बनिक ने हमले में शामिल लोगों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की।

उधर, तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने पार्टी के दो कार्यकर्ताओं पर हुए हमले के विरोध में रविवार की रात रॉय बहादुर रोड के एक हिस्से को जाम कर दिया। इससे यातायात बाधित हुआ। तृणमूल के स्थानीय पार्षद और आईसी तारक सिंह के हस्तक्षेप के बाद करीब दो घंटे में यह जाम खत्म हुआ। सिंह ने बताया कि हमने पुलिस से क्षेत्र में शांति भंग करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सीबीआई के उन अधिकारियों का नाम बताने की रविवार को चुनौती दी, जिन्होंने भगवा दल में शामिल होने के लिए तृणमूल कांग्रेस नेताओं को कथित तौर पर धमकी दी थी। दरअसल, यहां शहीद दिवस रैली को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष बनर्जी ने रविवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियां उनकी पार्टी के नेताओं और निर्वाचित प्रतिनिधियों को भाजपा से संपर्क करने, अन्यथा चिट फंड घोटालों में जेल भेजने की धमकी दे रही है। हालांकि, उन्होंने किसी केंद्रीय एजेंसी का नाम नहीं लिया।पश्चिम बंगाल में हुए करोड़ों रूपये के दो पोंजी घोटालों की सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अलग-अलग जांच कर रही है।

घोष ने यहां संवाददाताओं से कहा, '' आज, उन्होंने (बनर्जी ने) आरोप लगाया कि सीबीआई के अधिकारी उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को भाजपा से संपर्क करने, अन्यथा चिटफंड घोटाले में जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं। मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वह अपनी पार्टी के नेताओं को धमकाने वाले अधिकारियों के नाम बताएं। घोष ने कहा, '' अगर वह किसी अधिकारी का नाम नहीं बता पाती हैं तो उन्हें बेबुनियाद आरोप लगाने से बचना चाहिए।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियां तृणमूल कांग्रेस के नेताओं और निर्वाचित प्रतिनिधियों को धमकी दे रही हैं। उन्होंने कहा कि टीएमसी नेताओं को धमकाया जा रहा है कि यदि वे भाजपा के संपर्क में नहीं आएंगे तो उन्हें चिटफंड घोटाला मामलों में जेल भेज दिया जाएगा। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने यहां शहीद दिवस रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी 26 जुलाई को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगी और भाजपा द्वारा जुटाए गए काले धन को वापस करने की मांग करेगी। लोकसभा चुनाव के बाद अपनी पहली बड़ी राजनीतिक रैली में बनर्जी ने कहा, ‘केंद्रीय एजेंसियां चिटफंड घोटाले से संबंधित मामलों को लेकर हमारे नेताओं और निर्वाचित प्रतिनिधियों को धमकी दे रही हैं और उनसे भाजपा के संपर्क में रहने या फिर जेल का सामना करने को कह रही हैं।’

'दो करोड़ रुपये और पेट्रोल पंप का लालच दे रही भाजपा'

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा धन और अन्य प्रलोभनों के जरिए तृणमूल कांग्रेस के विधायकों को ललचाने की कोशिश कर रही है।

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के स्थान पर मतपत्र वापस लाने की मांग की है और कहा है कि लोकतंत्र को बचाने एवं चुनाव के दौरान कालेधन के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए देश में चुनाव सुधार जरूरी हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी ने चुनाव की सरकारी फंडिंग की भी मांग की है। उन्होंने कहा, ''यह मत भूलिए कि पहले इंग्‍लैंड, फ्रांस, जर्मनी और अमेरिका में भी ईवीएम का इस्तेमाल किया गया। लेकिन अब उन्होंने उसका इस्तेमाल करना बंद कर दिया है... तो ऐसे में हम क्यों मतपत्र वापस नहीं ला सकते? ऐसी संभावना है कि रविवार की रैली के दौरान वह ईवीएम और चुनाव सुधार जैसे मुद्दे जोर-शोर से उठा सकती हैं।

बनर्जी ने शनिवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ''1995 से मैं चुनाव सुधार की मांग करती आ रही हूं। यदि हम चुनाव में कालेधन का इस्तेमाल रोकना चाहते हैं, लोकतंत्र को बचाना चाहते हैं और राजनीतिक दलों में पारदर्शिता कायम करना चाहते हैं तो चुनाव सुधार करने ही होंगे।

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