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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने मंगलवार को यह माना कि भारतीय जनता पार्टी केंद्र पर शासन कर रही है क्योंकि फिलहाल कोई विकल्प नहीं है, यह सुझाव भी दिया कि अन्य राजनीतिक दलों को विकल्प बनाने के लिए मिलकर काम करना होगा क्योंकि केवल बयान देने से कोई फायदा नहीं होगा।

मंगलवार को ममता बनर्जी ने पार्टियों का नाम लिए बगैर कहा, "तीन राजनीतिक दलों ने पश्चिम बंगाल में देवचा पचमी में कोयला खनन और ताजपुर में गहरे समुद्र बंदरगाह जैसी परियोजनाओं को कैसे रोका जाए, इस पर बैठकें की हैं। वे जानते हैं कि यदि ये परियोजनाएं सफल हो जाती हैं, तो वे अगले 20 वर्षों में सत्ता में नहीं आ पाएंगे। मैं कहूंगी कि उन्होंने जो किया है उसके लिए वे अगले 50 वर्षों में सत्ता में नहीं आ पाएंगे।"

ममता बनर्जी ये बातें कोलकाता में पार्टी की सांगठनिक बैठक के दौरान कही। बैठक में उनके अलावा अभिषेक बनर्जी और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी मंच साझा किया। ममता बनर्जी ने भाजपा का नाम लिए बगैर निशाना साधते हुए कहा, "आप केंद्र में हैं क्योंकि इस समय कोई विकल्प नहीं है।

कोलकाता: बंगाल सरकार और राजभवन के बीच जारी टकराव थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने अब अपने पास मंजूरी के लिए आईं वित्तीय मामलों से संबंधित फाइलों को राज्य सरकार को वापस लौटा दिया है। उन्होंने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक रूप से विधानसभा बुलाए जाने के बाद ही इन्हें मंजूर किया जा सकता है। राज्यपाल ने कहा- वित्तीय मामलों पर तभी बात की जाएगी, जब राज्य मंत्रिमंडल विधानसभा बुलाने का निर्णय लेगा और इसकी अधिसूचना गजट में प्रकाशित की जाएगी। उन्होंने 21 जनवरी, 2022 को जारी किए गए नोट के अनुपालन के लिए भी कहा है। इस नोट में राज्य के फंड के बारे में जानकारी मांगी गई थी।

बता दें कि इससे पहले राज्यपाल ने बिना कैबिनेट की मंजूरी के सात फरवरी से विधानसभा का सत्र बुलाने के लिए राज्य सरकार द्वारा भेजी गई फाइल भी संसदीय कार्य विभाग को वापस लौटा दिया था। दरअसल राज्यपाल व राज्य सरकार के बीच विभिन्न मुद्दों पर लगातार टकराव जारी है।

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने पार्टी में अंतर्कलह के बीच अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी का समर्थन किया है। ममता ने उनकी पार्टी में नंबर दो की हैसियत बनाए रखी है। ममता ने पार्टी के आंतरिक संगठन में फेरबदल का पिछले हफ्ते संकेत दिया था। पार्ट में गुटबाजी के संकेतों के बाद बंगाल की मुख्यमंत्री ने ये फैसला लिया था। अभिषेक बनर्जी को दोबारा टीएमसी का महासचिव बनाया गया है। ममता बनर्जी ने शुक्रवार को तृणमूल की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक की अध्यक्षता की। यह टीएमसी की शीर्ष निर्णय़ लेने वाली इकाई है। ये बैठक ममता बनर्जी के कोलकाता स्थित आवास पर हुई।

ममता बनर्जी की पार्टी ने हाल ही में निकाय चुनाव में शानदार सफलता हासिल करते हुए चारों बड़े शहरों में जीत हासिल की है। अभिषेक बनर्जी पर मुहर लगाने के साथ तृणमूल सुप्रीमो ने पूर्वोत्तर में पार्टी की इकाई की जिम्मेदारी कांग्रेस से टीएमसी में आईं सुष्मिता देव औऱ मुकुल संगमा को सौंपी है।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने क्षेत्रीय दिग्गज एमके स्टालिन और के चंद्रशेखर राव से संपर्क करने के बाद कांग्रेस को बड़ा झटका दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्रीय पार्टी के कांग्रेस के साथ अच्छे संबंध नहीं हैं और वह अपने रास्ते जा सकती है। रविवार को बंगाल की मुख्यमंत्री ने अपने तमिलनाडु और तेलंगाना समकक्षों को मैसेज भेजा और देश के संघीय ढांचे की "रक्षा" करने के लिए विपक्षी मुख्यमंत्रियों की एक बैठक पर चर्चा की। उन्होंने आज स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस को आमंत्रित नहीं किया गया है। ममता बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा, "किसी भी क्षेत्रीय दल के कांग्रेस के साथ अच्छे संबंध नहीं हैं। कांग्रेस पार्टी अब से अपने रास्ते पर जाएगी, हम अपने रास्ते जाएंगे।"

उन्होंने कहा कि उन्होंने कांग्रेस और वाम दलों को भाजपा के खिलाफ अन्य विपक्षी दलों के साथ आने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी। कांग्रेस और वामपंथी बंगाल में तृणमूल के कटु प्रतिद्वंद्वी हैं, जिसने राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग करने के प्रयासों को बाधित किया है।

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