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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

कोलकाता: बीरभूम हिंसा में आठ लोगों को जिंदा जलाने के बाद बंगाल की सियासत गरमा गई है। भाजपा की फैक्ट फाइडिंग टीम ने पिछले सप्ताह बीरभूम हिंसा को टीएमसी और माफिया राज का नतीजा बताया। बंगाल के सत्तारूढ़ दल के नेताओं द्वारा रिश्वत लेने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली शर्तों का जिक्र करते हुए, भाजपा की रिपोर्ट में कहा गया है कि बोगतुई गांव में हत्याएं "राज्य प्रायोजित जबरन वसूली, गुंडागर्दी और टैक्स का परिणाम थीं। भाजपा की फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट में दावा किया गया है, "स्थानीय निवासियों ने अपने जीवन और संपत्ति के खतरे के डर से अपने घरों को छोड़ दिया है," रामपुरहाट के पास बोगतुई गांव में तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता भादू शेख की हत्या के बाद कुछ मकानों में आग लगा दी गई थी, जिससे आठ लोगों की जल कर मौत हो गई, और एक घायल ने बाद में दम तोड़ दिया था।

बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भगवा पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि रिपोर्ट में टीएमसी के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल के नाम का उल्लेख है, जो स्पष्ट रूप से भाजपा के प्रतिशोधपूर्ण रवैये को दर्शाता है।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में भाजपा ने एक वीडियो को लेकर सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा है। इस वीडियो में एक टीएमसी विधायक, पार्टी कार्यकर्ताओं को आसनसोल लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा समर्थकों को वोटिंग को लेकर धमकी देने की बात कहते नजर आ रहे हैं। वीडियो में दिखाया गया है कि चुनाव तैयारियों की बैठक में तृणमूल कांग्रेस के पांडबेश्‍वर से एमएलए नरेन चक्रवर्ती पार्टी कार्यकर्ताओं से कह रहे हैं, 'उनसे कहें, यदि आप वोट करते हैं तो वोटिंग के बाद आप कहां होंगे, यह आपके अपने जोखिम पर है।' वीडियो को भाजपा की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय, बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी सहित अन्‍य नेताओं ने शेयर किया है।

पांडबेश्‍वर विधानसभा सीट आसनसोल लोकसभा सीट का हिस्‍सा हैं जहां 12 अप्रैल को उपचुनाव के लिए वोटिंग होनी है। वीडियो में चक्रवर्ती को बांग्‍ला में यह कहते सुना जा सकता है, 'जो भाजपा के कट्टर समर्थक हैं और जिन्‍हें प्रभावित नहीं किया जा सकता है, उन्‍हें धमकाया जा सकता है।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। इसी के साथ उन्होंने तमाम राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर भगवा पार्टी का मुकाबला करने के लिए एकजुट होने को कहा है। जिन नेताओं को उन्होंने चिठ्ठी लिखी उसमें कोई भी भाजपा नेता शुमार नहीं है। उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाते हुए एक बैठक बुलाई है।

बंगाल सीएम ने चिठ्ठी में लिखा कि प्रवर्तन निदेशालय, सीबीआई, केंद्रीय सतर्कता जैसी केंद्रीय एजेंसियां आयोग (सीवीसी) और आयकर विभाग का इस्तेमाल प्रतिशोध के लिए देश भर में राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने, उन्हें परेशान करने और उन्हें घेरने के लिए किया जा रहा है। इसलिए “हम सभी को मिलकर भाजपा को केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने से रोकना चाहिए, जब चुनाव नजदीक होते हैं तो केंद्रीय एजेंसियां ​​हरकत में आ जाती हैं। इस चिठ्ठी में ममता बनर्जी ने लिखा कि न्यायपालिका के लिए मेरे मन में सबसे ज्यादा सम्मान है।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा में आज सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी पार्टी भाजपा के विधायक मारपीट पर उतर आए। दरअसल भाजपा विधायक राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति पर सदन में बोलने की मांग कर रहे थे। इसी बीच मारपीट शुरू हो गई। भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय और प्रवक्ता शहजाद जय हिंद सहित कई नेताओं द्वारा इस मारपीट की एक वीडियो भी साझा की गई। जिसमें कई विधायक हाथापाई करते हुए दिखाई दे रहे हैं।

भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा में नरक। बंगाल के राज्यपाल के बाद, टीएमसी विधायकों ने अब मुख्य चीफ मनोज तिग्गा सहित भाजपा विधायकों पर हमला किया। क्योंकि वे सदन में रामपुरहाट हत्याकांड पर चर्चा की मांग कर रहे थे। क्या छुपाना चाहती हैं ममता बनर्जी? वहीं तृणमूल विधायक असित मजूमदार को इस मारपीट में नाक पर चोट लगी है और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है।

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