कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नारद स्टिंग ऑपरेशन मामले की जांच करने के आदेश कोलकाता पुलिस को दिए हैं। इस स्टिंग में तृणमूल कांग्रेस के कई नेता एक फर्जी कंपनी से धन लेते दिख रहे हैं। अपने कार्यालय में मुख्य सचिव बासुदेब बनर्जी और गृहसचिव मलय डे के साथ बैठक करने के बाद ममता ने कहा कि हालिया विधानसभा चुनाव के दौरान कथित स्टिंग ऑपरेशन की मदद से लोगों को उकसा कर और लोगों के बीच संदेह पैदा कर षड्यंत्र रचा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा, 'मुझे अभी भी विश्वास है कि कोई षड्यंत्र था। हम चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए। इसलिए मैंने मुख्य सचिव को शुक्रवार को आदेश दिया है कि पुलिस इस पूरे मामले की विस्तृत जांच करेगी। वे जांच करेंगे और कानून के अनुसार काम करेंगे।' हम पारदर्शी हैं। हम सच्चाई चाहते हैं। पुलिस निष्पक्ष जांच करेगी। दोषी को सजा मिलेगी।' मुख्य सचिव बासुदेब बनर्जी ने कहा कि कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में हुई प्राथमिक जांच के बाद कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। अब यह मामला प्रशासन के पास है और पुलिस निष्पक्षता से काम कर रही है। ममता ने कहा, 'हमने विधानसभा अध्यक्ष को सूचित कर दिया है और उनकी अनुमति ले ली है।' मामले के जांच के आदेश को विपक्ष ने जनता को बुद्धू बनाने और स्टिंग ऑपरेशन के महत्वपूर्ण साक्ष्यों को दबाने का नाटक करार दिया।
विपक्ष के नेता एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अब्दुल मन्नान ने कहा, 'यह और कुछ नहीं जनता को बेवकूफ बनाने का तरीका है। सभी जानते हैं कि सारदा घोटाले में एसआईटी बनी और फिर क्या हुआ। महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब हो गए और कोई बड़ी गिरफ्तारी नहीं हुई। सीबीआई की जांच के कारण तृणमूल कांग्रेस के महत्वपूर्ण नेताओं की गिरफ्तारी हुई।'