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दार्जिलिंग: गोरखा जनमुक्ति मोर्चा नेता विमल गुरुंग ने आज (शुक्रवार) से पिकेटिंग कर गोरखालैंड आंदोलन को और तीव्र करने की अपील की है। उन्होंने जनता से रैली और जनसभा करने का आह्वान करते हुए कहा कि इस दौरान पुलिस जनता पर लाठीचार्ज कर सकती है, लेकिन अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए यह सब करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि एक टीम दिल्ली में काम कर रही है और आगामी 10-15 दिनों में दिल्ली से अच्छी खबर आने की उम्मीद है। एक ऑडियो संदेश में विमल गुरुंग ने कहा कि कुछ स्वार्थी नेता बंगाल सरकार का मोहरा बन गये हैं और गोरखालैंड आंदोलन को खराब कर रहे हैं। आंदोलन के कारण बच्चों की पढ़ाई खराब हुई है, इसके लिए वह माफी मांगते हैं। चाय और सिन्कोना बगानों के श्रमिकों से लेकर आम जनता आंदोलन में सहयोग कर रही है, लेकिन कुछ नेता अपने स्वार्थ के लिए आंदोलन को बर्बाद कर रहे हैं। बंगाल प्रशासन सरकारी कर्मचारियों को विभिन्न प्रकार का प्रलोभन दिखाकर और पुलिस बल का प्रयोग करके कार्यालयों को खुलवाने का कार्य कर रही है। जनता-जनार्दन को इस पर विचार करना होगा।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गोरखालैंड पर त्रिपक्षीय वार्ता कराने के मूड में नहीं हैं। वह दो-चार स्वार्थी नेताओं को मोहरा बनाकर फिर जीटीए समझौता कराने की साजिश कर रही हैं। विनय तमांग को मोर्चा से निष्कासित किया जा चुका है, फिर किस आधार पर वह पार्टी का लेटर पैड आदि प्रयोग कर रहे हैं। इस बारे में उन्होंने कानूनी कार्रवाई की बात कही। गुरुंग ने जनता से अपील करते हुए कहा कि केंद्र सरकार को त्रिपक्षीय वार्ता के लिए बाध्य बनाना होगा और इसके लिए जनता को जोरदार से आंदोलन करना होगा। दार्जिलिंग. दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में बंद लगातार कमजोर पड़ता जा रहा है। विनय तमांग और उनके समर्थक पहाड़ को फिर से खुलवाने में जुटे हुए हैंv इसके अलावा लोग भी बंद से आजिज आ चुके दिख रहे हैं। गुरुवार को भी दार्जिलिंग शहर में एनबीएसटीसी की बस आयी और बस में यात्री भी आये। इसी तरह जीटीए कार्यालयों में भी कर्मचारियों की करीब आधी उपस्थित रही। राज्य सरकार के कार्यालयों में लगभग पूरी हाजिरी दिखी। शहर में शांति और सुरक्षा बनाये रखने के लिए प्रशासन ने शहर में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बलों को तैनात कर रखा है। जलपाईगुड़ी गुप्त डेरे से ऑडियो क्लिपिंग भेजकर पहाड़ के लोगों को डराने से कोई फायदा नहीं है। अगर हिम्मत है तो जंगल में कायरों की तरह छिपकर नहीं रहें, बल्कि पहाड़ की जनता के सामने आकर दिखायें। गोजमुमो सुप्रीमो विमल गुरुंग को यह खुला चैलेंज विनय तमांग ने दिया है। गुरुवार को वह जलपाईगुड़ी जेल में बंद मोर्चा समर्थकों के साथ मुलाकात करने आये थे।

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