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रोहतास: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव प्रचार का अंतिम दिन है। इसी बीच महागठबंधन से मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव के एक बयान पर राजनीतिक बहस शुरू हो गई है। तेजस्वी ने इशारों-इशारों में जातिवाद का कार्ड खेल दिया है। एक चुनावी सभा के दौरान उन्होंने कहा कि जब लालू यादव का राज था तो गरीब सीना तान के बाबू साहब के सामने चलते थे। उनका इशारा राजपूतों की तरफ था, हालांकि उन्होंने किसी जाति का नाम नहीं लिया। उन्होंने आगे ये भी कहा कि हमारी सरकार आएगी तो हम सब लोगों को साथ लेकर चलेंगे। जो अपराध करेगा उसे सजा मिलेगी, जो कर्मचारी काम करेंगे उन्हें सम्मान मिलेगा। तेजस्वी के इस बयान पर जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि तेजस्वी पर जात-पात की राजनीति करने का आराेप लगाया। उन्होंने कहा तेजस्वी ध्रुवीकरण करना चाहते हैं। 

वहीं नाथनगर में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर ताबड़तोड़ रैलियां व सभा कर रहे है। सोमवार को नाथनगर के सीटीएस चर्च मैदान पहुंचकर उन्होंने महागठबंधन के भागलपुर विधानसभा के उम्मीदवार अजित शर्मा के पक्ष में वोट देने की अपील जनता से की।

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में अब महज कुछ दिन ही बाकी हैं। सभी पार्टियां और प्रत्याशी जनता को लुभाने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं। उम्मीदवार अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में जनता से मुलाकात कर रहे हैं तो रैलियों का दौर भी बदस्तूर जारी है। हालांकि, समर्थन जुटाने की इन कोशिशों के बीच उम्मीदवारों को जनता के विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है। 

सबसे पहले बात करते हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की... वह शनिवार को बेगूसराय के तेघड़ा विधानसभा सीट से जदयू प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा करने गए थे। हालांकि, इस दौरान वहां मौजूद कुछ लोगों ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के समर्थन में नारे लगाने शुरू कर दिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस पर बिफर उठे और नारे लगाने वालों को आड़े हाथ लिया। 

राजद के समर्थन में नारेबाजी करने वालों को निशाने पर लेते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि जिनके लिए ऐसा कर रहे हो, उनके बारे में सभी को पता है। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद जनता से तालियां बजवाते हुए कहा, 'देख लो, समझ में आ जाएगा, जिसके लिए कर रहे हो, ये लोग (जनता) पूरा जवाब दे देंगे और जिनके इशारे पर कर रहे हो उनका बुरा हाल कर देंगे।'

पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थक चुके हैं और ज्यादा दिन बिहार की सत्ता संभालने के योग्य नहीं हैं।

महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने रविवार को सीएम नीतीश कुमार की उम्र का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 69 वर्षीय मुख्यमंत्री जी थक गए हैं, जिसके कारण वह कठिन परिस्थिति का सामना करने के बाद हार मान लेते हैं। चाहे वह कोरोना महामारी हो या मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम की बीमारी।

31 वर्षीय तेजस्वी ने कहा, 'ऐसा लगता है कि वह इस तरह के उबाऊ, निरर्थक भाषणों और उनके द्वारा की जा रही बातों से ऊर्जाहीन हो गए हैं। नीतीश कुमार अब थक गए हैं और वह बिहार को मैनेज करने में सक्षम नहीं हैं।'

बक्सर: लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने दावा किया है कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सलाखों के पीछे होंगे। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में अपने प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करने के लिए चिराग पासवान रविवार को बक्सर के डुमरांव पहुंचे थे। यहां पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए चिराग ने नीतीश सरकार पर कई सवाल उठाए।

चिराग ने कहा, 'जो मुख्यमंत्री भ्रष्टाचारी हो, जो मुख्यमंत्री युवा विरोधी हो, जो मुख्यमंत्री बिहार को बर्बाद कर दे, जो मुख्यमंत्री युवाओं को पलायन के लिए मजबूर करे। क्या ऐसे मुख्यमंत्री को मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए क्या? उसको बदलना चाहिए कि नहीं बदलना चाहिए।' इसके बाद चिराग ने कहा, 'जिन लोगों ने सात निश्चय में भ्रष्टाचार किया, उनका क्या करना चाहिए? जेल भेज देना चाहिए। आज चिराग पासवान आप लोगों से वादा कर के जाता है कि सात चिश्चय में जो घोटाला हुआ है, जितना भ्रष्टाचार हुआ है। चाहे वह किसी अधिकारी ने किया हो या मुख्यमंत्री ने स्वयं किया हो। लोजपा की सरकार बनते ही सबकी जांच कराई जाएगी और जेल भेजा जाएगा।'

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