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पटना: बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने आज (24 अक्टूबर) अपना अलग चुनावी घोषणा पत्र जारी किया। इसमें भी 10 लाख सरकारी नौकरी देने का वादा किया गया है और इसे टॉप प्रायोरिटी में रखा गया है। घोषणा पत्र में किए गए वादों का उल्लेख करते हुए पार्टी के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि नौकरी देने के नाम पर भाजपा लोगों को बेवकूफ बना रही है। उन्होंने कहा कि उनका वादा असली है। वो चाहते तो वो भी एनडीए की तरह झूठा 50 लाख नौकरियों का वादा कर सकते थे। लेकिन ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा हम जो कहते हैं, कर के दिखाते हैं। तेजस्वी ने कहा, उन्होंने वही वादा किया है जो असलियत में विभागों में पद खाली हैं।

तेजस्वी ने कहा कि हमारे घोषणा पत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, ग्रामोत्थान, सरकारी नौकरियों में सुधार, सांस्कृतिक उन्नयन, जलवायु परिवर्तन के लिए संकल्प आदि शामिल किए गए हैं। तेजस्वी ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग 10 लाख नौकरी के वादे पर उनकी आलोचना कर रहे थे, उन्हें भी अब समझ में आ गया है।

पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार में एक रैली को संबोधित करते हुए यह दावा किया है कि 9 नवंबर को लालू प्रसाद यादव जेल से रिहा हो जाएंगे और अगले दिन यानी 10 नवंबर को नीतीश कुमार जी का फेयरवेल होगा। महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार तेजस्वी यादव को अपनी जीत पर पूरा भरोसा है। तेजस्वी ने विश्वास जताते हुए कहा, 'लालू जी 9 नवंबर को रिहा हो रहे हैं। उसी दिन मेरा जन्मदिन भी है और 10 नवंबर को नीतीश जी की विदाई होगी।'

एक सभा को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब लॉकडाउन हुआ तो नीतीश जी कहां थे। शिक्षा, रोजगार का हाल बुरा है। अस्पताल में डॉक्टर नहीं हैं। दवा भी नहीं मिल रही है। नीतीश सरकार के पास न तो कोई मिशन है और न कोई विजन है। उन्होंने 15 साल तक सत्ता सुख भोगने व बिहार के गरीबों को छलने का काम किया है। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार 15 साल से राज्य के मुख्यमंत्री हैं। केंद्र और राज्य दोनों जगह इनकी सरकार है, लेकिन इस डबल इंजन की सरकार में कहीं भी कोई काम बिना चढ़ावा के नहीं होता है।

नवादा: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आज बिहार के नवादा में चुनावी रैली कर रहे हैं। इस दौरान राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव भी मौजूद हैं। राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत पीएम मोदी पर हमले के साथ की। उन्होंने चीन के सीमा विवाद के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा। साथ ही, बेरोजगारी का भी जिक्र किया। राहुल गांधी ने कहा कि जिस भी प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। वहां किसानों का कर्ज माफ किया गया है। मोदी अडानी और अंबानी के लिए रास्ता साफ कर रहे हैं। ऐसा ही रहा तो देश दो-तीन उद्योगपतियों के हाथ में चला जाएगा। राहुल गांधी बोले कि पीएम मोदी ने किसानों पर आक्रमण करने के लिए तीन कानून बनाए हैं। 

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘जब बिहार के युवा सैनिक शहीद हुए, उस दिन हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री ने क्या कहा और क्या किया? सवाल यह है? मैं लद्दाख गया हूं। लद्दाख में हिंदुस्तान की सीमा पर बिहार के युवा अपना खून-पसीना देकर जमीन की रक्षा करते हैं। चीन ने हमारे 20 जवानों को शहीद किया और हमारी जमीन पर कब्जा किया, लेकिन प्रधानमंत्री ने झूठ बोलकर हिंदुस्तान की सेना का अपमान किया।’’

सासाराम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बिहार विधानसभा चुनावों के लिए अपनी पहली चुनावी रैली में हिस्सा लेने सासाराम पहुंचे थे। पीएम ने यहां पर कई मुद्दों को लेकर विपक्ष पर हमला किया। उन्होंने इस दौरान जम्मू-कश्मीर में विशेष दर्जा देने वाली धारा 370 हटाने के केंद्र के फैसले का भी जिक्र किया और कहा कि विपक्ष इस फैसले की आलोचना कर रहा है। उन्होंने कहा, 'सबको आर्टिकल 370 हटाए जाने का इंतजार था, लेकिन ये लोग कह रहे हैं कि अगर वो सत्ता में आते हैं तो वो इस फैसले को पलट देंगे।'

पीएम ने कहा, 'एनडीए सरकार ने आर्टिकल 370 को हटा दिया। ये लोग कहते हैं कि अगर ये वापस सत्ता में आए तो इसे दोबारा ले आएंगे। ऐसे बयान देने के बाद ये लोग बिहार में वोट मांगने की हिम्मत कैसे कर सकते हैं? क्या यह बिहार का अपमान नहीं है? ऐसा राज्य जो अपने बेटे-बेटियों को सीमा पर सुरक्षा करने के लिए भेजता है।' दिलचस्प यह है कि पिछले साल अगस्त में केंद्र की मोदी सरकार के इस फैसला का विरोध खुद नीतीश कुमार ने किया था।

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