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पटना: बिहार सरकार ने आज (शुक्रवार) 21 आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया। रत्न संजय कटियार को विशेष सतर्कता इकाई और विशेष शाखा का नया आईजी बनाया गया है। गृह विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक हाल में पुलिस महानिरीक्षक रैंक में प्रोन्नत किये जाने वाले और फिलहाल गया में मगध रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक कटियार को पटना में आईजी :विशेष सतर्कता इकाई: बनाया गया है। वह आईजी :सुरक्षा:, विशेष शाखा का भी अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे। आईजी के तौर पर प्रोन्नत किये जाने वाले अवधेश कुमार शर्मा सशस्त्र पुलिस, उत्तरी खंड के डीआईजी हैं। उन्हें पटना में आईजी (आधुनिकीकरण) के तौर पर स्थानांतरित किया गया है। इसके अलावा प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, उमाशंकर सुधांसु और नागेंद्र प्रसाद सिंह समेत अन्य आईपीएस अधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है।

पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), आरएसएस और केन्द्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि हमें किसी से देशभक्ति का सर्टिफिकेट (प्रमाणपत्र) नहीं चाहिए। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी ने ट्वीट किया, "हम देशभक्त हैं, बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के संविधान व लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखते हैं पर आपकी विचारधारा (स्कूल ऑफ थॉट) से हमें देशभक्ति का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए।" तेजस्वी ने अपने एक अन्य ट्वीट में भाजपा को नसीहत देते हुए कहा, "युवाओं के लोकतांत्रिक अधिकार व क्षेत्र में दखलदांजी बंद करें, अन्यथा जिस दिन देश के सभी छात्र एवं युवा एक हो गए, आपको कोई ठौर नहीं मिलेगा।" जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) विवाद पर उपमुख्यमंत्री ने सवाल किया कि बिहार के कन्हैया कुमार का क्या दोष था? भाजपा कभी साबित नहीं कर पाएगी।

पटना: जेएनयू विवाद को लेकर नरेन्द्र मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुये बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि आर्थिक मोर्चे पर अपनी असफलताओं को छुपाने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार भावनात्मक मुद्दे उठा रही है। राज्य कैबिनेट की एक बैठक के बाद नीतीश ने संवाददाताओं से कहा, ‘2014 में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान बड़े बड़े दावे करने के बाद आर्थिक मोर्च पर बुरी तरह से विफल रहने से वे (भाजपा और आरएसएस) असफलता को छुपाने के लिए भावनात्मक मुद्दे (जेएनयू समारोह) उठा रहे हैं।’ उन्होंने बिना किसी साक्ष्य के बिहार के रहने वाले जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर द्रेशद्रोह का आरोप लगाये जाने के लिए भी केन्द्र की निदां की। उन्होंने सवाल उठाया, ‘अगर उनके पास देशद्रोह के आरोप में कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी को सही ठहराने का कोई साक्ष्य है, तो वह उसको सार्वजनिक क्यों नहीं करते?’

मुंगेर: बिहार की एक अदालत ने दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में कथित तौर पर राष्ट्रविरोधी नारे लगाने के मामले में जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया है। मुंगेर के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अंजना लाल ने वकील रविशंकर रॉय की याचिका पर सुनवाई करते हुए कोतवाली को मामला दर्ज करने का आदेश दिया। याचिकाकर्ता के वकील शशि कुमार ने बताया कि कन्हैया के अलावा भाकपा नेता डी राजा की बेटी अपराजिता, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अली जावेद, जेएनयू के प्रशासनिक अधिकारी जगदीश सिंह और जेएनयू के चार छात्रों- उमर खालिद, रूबीना, रेहाना और भट्टाचार्य को पक्षकार बनाया गया है तथा अदालत ने इन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया है।

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