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पटना: बिहार की राजधानी पटना में महापर्व छठ पर रविवार से सोमवार की दोपहर तक शहर में बड़े वाहनों के प्रवेश पूरी तरह बंद रहेगा । निर्माण कार्य से जुड़े वाहनों पर रोक रहेगी। दीघा से गायघाट और अटल पथ की ओर आर ब्लाक तक वाहन नहीं चलेंगे। वैशाली और सारण के लिए गांधी सेतु का उपयोग कर सकते हैं। सोमवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ इस महापर्व की समाप्ति होगी। सूर्य को अर्घ्य देन के लिए लोग घाटों पर पहुंचने लगे हैं।

पटना के 13 घाटों को मॉडल घाट घोषित किया गया

लोक आस्था के महापर्व छठ के आज तीसरे दिन रविवार को पहला अर्घ्य दिया गया। इस दौरान छठ व्रती समेत सभी श्रद्धालुओं ने डूबते सूरज की पूजा की। बिहार के सभी जिलों में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। छठ व्रती को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए घाट पर साफ-सफाई का ध्यान रखा गया है। खतरनाक घाटों का निरीक्षण कर उसे प्रतिबंधित किया गया है। पटना नगर निगम ने 13 घाटों को माडल घाट घोषित किया है। यातायात की जानकारी 9470630615 और 0612-2219151 पर ले सकते हैं।

पटना: बिहार के सबसे लोकप्रिय त्योहार चार दिवसीय पर्व छठ पूजा के तीसरे दिन रविवार की शाम श्रद्धालुओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर देवी ‘छठी मैया’ की पूजा की। राजधानी पटना में पवित्र नदी गंगा के विभिन्न घाटों और तालाब किनारे राज्य के विभिन्न भागों में श्रद्धालु डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर देवी ‘छठी मैया’ की पूजा अर्चना करते नज़र आए।

बिहार सरकार द्वारा इस महापर्व को लेकर राज्य भर में व्यापक व्यवस्था की गई है। अधिकारियों ने बताया कि छठ पूजा के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पटना जिला प्रशासन ने यहां गंगा नदी के सभी 100 घाटों पर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है। इसके अलावा, पटना के विभिन्न घाटों पर कई चिकित्सा शिविर भी लगाए गए हैं।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए राज्य की राजधानी में लगभग 5000 अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। इसके अलावा, शहर के विभिन्न घाटों पर 300 से अधिक राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और एनडीआरएफ के जवान तैनात किए गए हैं।

पटना: बिहार विधानसभा में आरक्षण संशोधन बिल आम राय से पास हो गया, जिसके बाद जातिगत कोटा सुप्रीम कोर्ट की तय सीमा से आगे बढ़ गया। ये संशोधन राज्य सरकार के नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण के नए प्रावधान के लिए हैं। इसके बाद जहां अनुसूचित जाति और जनजाति का आरक्षण बीस और दो प्रतिशत होगा जबकि वर्तमान में उन्हें सोलह और एक प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिल रहा हैं। वहीं ओबीसीं और ईबीसी को अब अठारह और पच्चीस प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया हैं। जबकि उन्हें वर्तमान में बारह और अठारह प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिल रहा हैं।

बिहार विधानमंडल में जाति सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल ने मंगलवार को पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के लिए राज्य में आरक्षण 65 प्रतिशत तक बढ़ाने का प्रस्ताव पारित किया था। बिहार विधानमंडल के चालू सत्र के दौरान इस पर सदन में विधेयक लाया जाएगा।

पटना: विधानसभा में गुरुवार को प्रश्नकाल के दौरान भाजपा ने जबरदस्त हंगामा किया। अध्यक्ष के आसन (वेल) के पास पहुंच जमकर नारेबाजी की। इस क्रम में रिपोर्टर टेबल पर कुर्सियां फेंकी गई। उस समय मारपीट की नौबत आ गई, जब भाजपा विधायक जनक सिंह से माकपा विधायक सत्येंद्र यादव इशारे-इशारे में भिड़ गए।

हाथापाई पर आमादा सत्येंद्र यादव गुस्से में वेल में पहुंचना चाह रहे थे। इसी दौरान अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान भी बिफरते हुए वेल की ओर बढ़े पर दोनों को मार्शलों ने रोक दिया। सत्ताधारी गठबंधन के कुछ अन्य विधायकों ने भी इन्हें रोका और अप्रिय घटना होने से बच गई। इसी बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दिया।

विधानसभा में प्रश्नकाल जैसे ही आरंभ हुआ कि नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा और विधायक प्रेम कुमार अपनी सीट पर खड़े हो गए। विजय सिन्हा ने कहा कि उन्हें कुछ महत्वपूर्ण बात पर अपनी बात रखने का मौका दिया जाए पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि अभी प्रश्नकाल चलेगा। उन्हें अपनी बात रखने का मौका बाद में दिया जाएगा।

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