औरंगाबादः कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बिहार के औरंगाबाद में गुरुवार (15 फरवरी) को एक जनसभा को संबोधित करते हुए एक बार फिर केंद्र सरकार पर यह कहते हुए हमला किया कि आगामी लोकसभा चुनाव आखिरी चुनाव होगा। उन्होंने बीजेपी नीत केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को तानाशाही का पक्षधर करार दिया और कहा है कि ऐसा ही सरकार आज कर रही है। केंद्र सरकार पर हमला तेज करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने यहां तक कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार आखिरी चुनाव कराएंगे और इसके बाद संविधान और लोकतंत्र खत्म हो जाएगा।
कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा‘ के दौरान औरंगाबाद में जनसभा को संबोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष खड़गे ने अपने संबोधन के दौरान कहा, "ये लोग (बीजेपी) न संविधान को मानते हैं, न लोकतंत्र को मानते हैं, ये लोग सिर्फ इस देश में हुकुमशाही चाहते हैं, डिक्टेटरशिप चाहते हैं और वो डिक्टेटरशिप मोदी जी आज कर रहे हैं।" उन्होंने कहा, "बीजेपी के लोग ये बात कर रहे हैंए इसलिए हमको चाहिए कि हम मजबूत बनकर उनका मुकाबला करें।"
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "जब तक हम मजबूत नहीं बनेंगे, मैं खासकर गरीबों को कहना चाहता हूं, दलितों को कहना चाहता हूं, पिछड़े हुए लोगों को कहना चाहता हूं, माइनॉरिटीज के लोगों को कहना चाहता हूं, जो भी कम्युनिटी के गरीब लोग हैं, उनसे कहना चाहता हूं... ऐसा महसूस हो रहा है, मोदी ये आखिरी इलेक्शन करवाएंगे, इसके बाद डेमोक्रेसी नहीं रहेगी, इसके बाद संविधान नहीं रहेगा, इसके बाद लोकतंत्र नहीं बचेगा।"
बता दें कि इससे पहले मल्लिकार्जुन खड़गे ने 29 जनवरी को ओडिशा के भुवनेश्वर में कांग्रेस कार्यकार्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि 'अगर नरेंद्र मोदी एक और चुनाव जीतते हैं, तो देश में तानाशाही होगी।'
कांग्रेस अध्यक्ष ने लगाया विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने बीजेपी पर अपने विधायकों की खरीद-फरोख्त का भी आरोप लगाया और कहा कि 10 वर्षों में करीब 500 विधायको को खरीदा गया है। उन्होंने कहा, "अभी डरा.डराकर अपने पास (बीजेपी में) ले रहे हैं, इस 10 साल में हमारे 500 एमएलए को उन्होंने खरीदा। बोलिए, कभी ऐसा हुआ, नेहरू जी के जमाने में हुआ? इंदिरा जी के जमाने में हुआ? लाल बहादुर शास्त्री के जमाने में हुआ? कब हुआ? राजीव गांधी के जमाने में हुआ? नहीं हुआ तो ये (बीजेपी) क्यों कर रहे हैं?"
उन्होंने लोगों से कहा, "एक तरफ ये तो कहते हैं कि हमको सत्ता से कोई लोभ नहीं है, ये लोभ नहीं है तो खरीद क्यों रहे हैं? हमारी चार-चार, पांच-पांच सरकारें गिराईं, परसों भी यही हुआ आपके पास।"