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नई दिल्ली: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने कुछ महीने पहले जाति आधारित सर्वेक्षण कराया है। इसका विवरण सार्वजनिक करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर हुई है। याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने बिहार सरकार से कहा कि जाति सर्वेक्षण का 'डेटा ब्रेकअप' सार्वजनिक किया जाए। अदालत ने कहा, मामले की अगली सुनवाई 5 फरवरी को होगी। शीर्ष अदालत ने कहा, बिहार में कराए गए जाति सर्वेक्षण का डेटा जनता को उपलब्ध नहीं कराए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट चिंतित है। अगर कोई व्यक्ति सर्वेक्षण के किसी विशेष निष्कर्ष को चुनौती देना चाहता है तो उसके पास सर्वेक्षण का डेटा होना चाहिए।

अंतरिम राहत देने से इंकार, डेटा सार्वजनिक

सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को हुई सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की पीठ ने याचिकाकर्ताओं को अंतरिम राहत देने से इंकार कर दिया।

दरभंगा: बिहार के दरभंगा से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां दरभंगा के विश्विद्यालय थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर चार स्थित नीम पोखर इलाके में भूमाफियाओं ने एक तालाब को रात के अंधेरे में चोरी छुपे मिट्टी भरकर उसे समतल कर दिया और अपना कब्जा जमाने के लिए वहां एक झोपड़ी भी बना दी।

सरकारी है भूमाफिया के कब्जे वाला तालाब

मोहल्ले के लोगों ने इसकी सूचना दरभंगा सदर के एसडीपीओ अमित कुमार को दी। इसके बाद मौके पर पुलिस बल के साथ खुद एसडीपीओ पहुंचे, लेकिन तब तक भूमाफिया मौके से फरार हो गए। खुद एसडीपीओ अमित कुमार ने मोहल्ले के लोगों से पूछताछ की, जिसमें यह बात सामने आई कि यह तालाब सरकारी है और इसकी बंदोबस्ती भी होती रही है। लेकिन दरभंगा में बढ़ते जमीन की कीमत को देखते भूमाफिया की नजर यहां पर गई। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि यह तालाब सरकारी है और इसकी बंदोबस्ती होती थी। यहां मछली पालन से लेकर पानीफ़ल तक की खेती की जाती थी। लेकिन अब भूमाफिया  तालाब में मिट्टी भराई करने लगे। यह सब कैसे हुआ किसके आदेश से हुआ इसकी जानकारी नहीं है।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): दिल्ली में जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पार्टी की कमान संभाल ली है। यह जानकारी पार्टी प्रवक्ता केसी त्यागी ने पत्रकार वार्ता में दी। जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने बताया कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हुए फैसले का राष्ट्रीय परिषद की मीटिंग में अनुमोदन किया गया। इसके तहत मीटिंग में ललन कुमार के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया गया। ऐसे में अब जेडीयू के चीफ नीतीश कुमार होंगे।

त्यागी ने बताया कि बैठक में चार राजनीतिक प्रस्ताव पारित किए गए हैं। उन्होंने कहा, ''जाति आधारित जनगणना को लेकर देशभर में प्रचार प्रसार किया जाएगा। इंडिया गठबंधन का भी ये एजेंडा होगा। नीतीश कुमार जनवरी महीने में जनजागरण के लिए निकलेंगे। इसकी शुरुआत झारखंड से होगी। इंडिया गठबंधन के घटक दलों के साथ सीटों के तालमेल पर और अन्य फैसलों पर नीतीश कुमार को अधिकृत किया गया है। उन्होंने कहा, संसद के शीतकालीन सत्र में सांसदों का निलंबन शर्मनाक है।''

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक दिल्ली में गुरुवार (28 दिसंबर) को हुई। इसमें नीतीश कुमार और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह शामिल हुए। ये मीटिंग ऐसे समय में हुई जब अटकलें लगाई जा रही है कि ललन सिंह जेडीयू चीफ पद से इस्तीफा दे सकते हैं। 

ललन सिंह और नीतीश कुमार तमाम तरह की अटकलों के बीच राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में भाग लेने के लिए एक साथ दिल्ली में पार्टी कार्यालय पहुंचे। बैठक के बाद दोनों नेता एक साथ निकले, इसके बाद माना जा रहा कि दोनों ने ऐसा एकजुटता का संदेश देने के लिए किया है। जेडीयू से जुड़े सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी और परिषद की बैठक में जेडीयू के अध्यक्ष पद से ललन सिंह नहीं हटेंगे। ललन सिंह और नीतीश भी ऐसी संभावनाओं को लेकर मना करते रहे हैं।

ललन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा देने की खबरों को खारिज करते हुए कहा, ''बीजेपी के इशारे पर मीडिया विवाद खड़ा कर रहा है।

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