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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): बिहार में लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के साथ सत्तारूढ़ जनता दल यूनाईटेड में क्या बिखराव होने वाला है? क्या जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को अपने पद से मुक्ति मिलने वाली है? इन दो सवालों के साथ मीडिया ने जब ललन सिंह से सवाल किया, तब उन्होंने कहा कि पार्टी एक रहेगी, मतलब नहीं टूटेगी। दूसरे सवाल के जवाब में उन्होंने जदयू की टूट की अफवाह के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को दोषी करार दिया।

जदयू एक ही है और एक ही रहेगा: ललन सिंह

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद ललन सिंह दिल्ली में मीडिया के सवालों को जवाब देते हुए कहा कि हमारी पार्टी की ओर से पहले ही सभी अफवाहों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी जितना चाहे जोर लगा ले लेकिन जदयू एक ही है और एक ही रहेगा।

नई दिल्ली: कांग्रेस नेतृत्व ने मंगलवार को अपनी बिहार इकाई के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे को लेकर सामंजस्य बैठाने पर जोर देने के साथ ही एक कार्य योजना के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया गया। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेता 29 दिसंबर को पार्टी की राष्ट्रीय गठबंधन समिति की बैठक में अपनी बात रखेंगे और उसके आधार पर यह समिति राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल (यूनाइटेड) के साथ सीट बंटवारे को लेकर बातचीत करेगी। कांग्रेस मुख्यालय में हुई इस बैठक में बिहार में संगठन की स्थिति, चुनाव की तैयारियों और सीट बंटवारे को लेकर चर्चा हुई।

बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, बिहार प्रभारी मोहन प्रकाश, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और कई अन्य नेता मौजूद थे। बैठक के बाद खड़गे ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘लोकसभा चुनाव संबंधी तैयारियों को लेकर कांग्रेस की बिहार इकाई के नेताओं से चर्चा हुई। बिहार में महागठबंधन सरकार मजबूती से बिहार के लोगों की आशा के अनुरूप काम कर रही है।''

पटना: बिहार के सियासी गलियारे से चौंकाने वाली खबर है। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ललन सिंह इस्तीफा दे सकते हैं। कहा जा रहा है कि 29 दिसंबर को राष्ट्रीय परिषद की बैठक होने वाली है और इस बैठक से पहले ही ललन सिंह इस्तीफा दे सकते हैं। सूत्रों के अनुसार ललन सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से राष्ट्रीय पद से मुक्त किए जाने का आग्रह किया था। हालांकि नीतीश कुमार ने उनसे लोकसभा चुनाव तक पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहने को कहा।

कई दिनों से थी नीतीश कुमार की नाराजगी की चर्चा

खबर है कि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पद छोड़ने पर अड़े हुए हैं। ऐसी स्थिति में ललन सिंह के इस्तीफा देने के बाद सीएम खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकते हैं या फिर अपने किसी विश्वस्त को यह पद दे सकते हैं। राजनीतिक जानकार तो यह मानते हैं कि नीतीश कुमार ललन सिंह की जगह अतिपिछड़ा जाति से रामनाथ ठाकुर या दलित समाज से अशोक चौधरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है।

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को उन अटकलों को खारिज कर दिया कि पिछले हफ्ते दिल्ली में विपक्षी 'इंडिया' गठबंधन की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाने का सुझाव और उन्हें गठबंधन का संयोजक नहीं बनाए जाने के कारण उन्हें "मायूसी" हुई और इसको लेकर उन्हें "नाराजगी" है। भाजपा के विरोध में विपक्षी दलों को एकजुट करने की पहल करने वाले जदयू नेता ने सोमवार को कहा, "मुझे कोई मायूसी नहीं हुई, कोई नाराजगी नहीं हुई।"

दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर सोमवार को यहां आयोजित एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान नीतीश ने दिल्ली और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्रियों क्रमश: अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी द्वारा खड़गे का नाम प्रस्तावित किए जाने के बारे में कहा, ‘‘बैठक में मुद्दा (एक नेता के नाम का) आया। मैने शुरू में ही स्पष्ट कर दिया था कि हमारी अपनी कोई इच्छा नहीं है। सब लोग साथ मिलकर चलें यही हम चाहते हैं। फिर एक और नाम प्रस्तावित किया गया, मैंने कहा कि यह ठीक है।''

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