नई दिल्ली: भाजपा की सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड मोदी मंत्रिपरिषद में शामिल नही होगी। जदयू के वरिष्ठ नेता के सी त्यागी ने इस आशय की जानकारी दी। त्यागी ने पत्रकारों को बताया, ‘‘सरकार में शामिल होने के लिये हमारी पार्टी को भाजपा से आमंत्रण मिला था। लेकिन यह सांकेतिक प्रतिनिधित्व जैसा था।’’ उन्होंने कहा कि जदयू में इस सांकेतिक प्रतिनिधित्व को लेकर सहमति नहीं है। लिहाजा हम (जदयू) मंत्रिपरिषद में शामिल नहीं हो रहे हैं। जदयू के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘जदयू सांकेतिक प्रतिनिधित्व से असहमतका हिस्सा बनी रहेगी।’’ उन्होंने कहा कि हमें इसे लेकर कोई नाराजगी नहीं है। हमारे नेता नीतीश कुमार शपथ ग्रहण में जायेंगे।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि वे मंत्रिमंडल में जेडीयू से सिर्फ 1 मंत्री चाहते थे, इसलिए यह सिर्फ एक प्रतीकात्मक भागीदारी थी। हमने उन्हें सूचित किया कि यह ठीक है हमें इसकी आवश्यकता नहीं है। यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है, हम पूरी तरह से एनडीए में हैं और परेशान नहीं हैं। हम एक साथ काम कर रहे हैं, कोई भ्रम नहीं है।
बता दें कि नीतीश कुमार भाजपा के एकमात्र सहयोगी थे, जिन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से बुधवार को व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की थी। बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार और अमित शाह के बीच मुलाकात करीब आधे घंटे चली थी।
बता दें कि बिहार की 40 में 39 सीटों पर भाजपा-जेडीयू-एलजेपी गठबंधन ने कब्जा जमाया था। वहीं, महागठंधन के हिस्से सिर्फ एक सीट आई थी। जेडीयू ने 17, भाजपा 17 और एलजेपी ने 6 सीटों पर चुनाव लड़ा था। जेडीयू ने इनमें से 16 सीटों पर कब्जा जमाया था।