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भोपालः कांग्रेस नेता कमलनाथ ने सोमवार को मध्य प्रदेश के18वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। भोपाल के जम्बूरी मैदान में कमलनाथ का शपथ ग्रहण समारोह हुआ। शपथग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित यूपीए के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। समारोह से पहले सर्वधर्म प्रार्थना हुई।

इससे पहले शपथ ग्रहण समारोह के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत यूपीए के कई नेता जयपुर से भोपाल पहुंचे। जिनमें पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, एनसीपी नेता शरद पवार, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला, आंध्र के सीएम चंद्रबाबू नायडू, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी पहुंचे। गौर हो कि कमलनाथ ने शनिवार को मीडिया को बताया था कि "वह अकेले शपथ लेगें" इसका मतलब मंत्रिमंडल में शामिल होने की उम्मीद रखने वाले विधायकों को फिलहाल कुछ दिन और इंतजार करना होगा। राहुल गांधी के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी, द्रमुक नेता एम के स्टालिन इस शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहे।

भोपाल: कांग्रेस ने पार्टी प्रमुख राहुल गांधी की वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ घंटों तक चली कई दौर की बातचीत के बाद गुरुवार रात वरिष्ठ नेता कमलनाथ के नाम की घोषणा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में की। कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद अब उनकी ताजपोशी की तैयारी शुरू हो गई है। कमलनाथ ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलकर मध्य प्रदेश में सरकार बनाने के लिए दावा पेश कर दिया है। कमलनाथ 17 दिसंबर को डेढ़ बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे और यह कार्यक्रम भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित होगा। इसमें किस किस को बुलाया जाएगा इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है।

सीएम के नाम की घोषणा होने के बाद जब कमलनाथ गुरुवार देर रात भोपाल पहुंचे तो हवाईअड्डे पर उनके समर्थकों ने 'जय जय कमलनाथ के नारे से उनका स्वागत किया। वहां से वह विधायक दल के नेता के चयन के वास्ते नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक के लिए सीधे पार्टी कार्यालय गये। कांग्रेस की अगुवाई वाली पिछली सरकारों में केंद्रीय मंत्री रहे कमलनाथ मध्य प्रदेश में कांग्रेस द्वारा सत्तारुढ़ भाजपा के खिलाफ जीत दर्ज करने के समय से ही मुख्यमंत्री पद के शीर्ष दावेदार थे।

भोपाल: जिन्होंने भी मेरे और मेरी पार्टी के खिलाफ काम किया है, कल रात को वो लोग सो नहीं पाए होंगे। जिसने किसी के बहकावे में आकर, बरगलाने पर या मन से मुझे वोट नहीं दिया है, उनको रुला न दिया तो मेरा नाम चिटनीस नहीं, वो पछताएंगे। ये कहना है मध्य प्रदेश की पूर्व भाजपा मंत्री अर्चना चिटनीस का, जिनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। बताया जा रहा है कि अर्चना चिटनीस ने बुधवार रात शहर के कमल चौराहे पर एक सभा का आयोजन किया था, यह वीडियो उसी सभा का है।

इस सभा में चिटनीस कह रही हैं की मंत्री पूर्व हो सकता है, सांसद पूर्व हो सकता है, प्रदेशाध्यक्ष पूर्व हो सकता है, लेकिन बहन पूर्व नहीं हो सकती। जिनकी दुर्भावना, बेवकूफी के कारण सरकार नहीं बनी, मैं ये नहीं कहती कि उनको माफ करो, लेकिन मर्यादा का उल्लंघन मत करो। आपको कोई डरा नहीं पाएगा। किसी ने अफवाह फैला दी कि मुझे हार्ट अटैक आया। बुरहानपुर से इंदौर और दिल्ली भेजा गया है।

भोपाल: मध्यप्रदेश में कौन बनेगा मुख्यमंत्री इसे लेकर सस्पेंस खत्म हो गया है। कमलनाथ मध्यप्रदेश के अगले मुख्यमंत्री होंगे। कांग्रेस ने ट्वीट कर कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनने की बधाई दी। उधर, विधायक दल की बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जितेंद्र सिंह ने कहा कि आम राय से कमलनाथ का चुनाव किया गया। एके एंटनी ने कहा कि राहुल गांधी ने कमलनाथ को चुना है। वहीं, कमलनाथ ने कहा कि मुझे पद की कोई भूख नहीं है। अगला समय काफी चुनौती का है। यह पद मेरे लिए मील का पत्थर है। कमलनाथ ने सिंधिया को भी धन्यवाद दिया। कमलनाथ ने कहा कि हम एक नई पारी की शुरुआत करेंगे। कल सुबह साढ़े 10 बजे राज्यपाल से मिलेंगे। सूत्रों का कहना है कि 15 दिसंबर को कमलनाथ पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे।

बता दें कि दिल्ली में राहुल गांधी के घर हुई मैराथन बैठक के बाद कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया दोनों भोपाल के लिए रवाना हुए थे। बता दें कि इन दोनों नेताओं के बीच ही मुख्यमंत्री पद की रेस थी। दोनों ही लोकप्रिय नेता हैं और अपनी अलग पहचान रखते हैं।

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