भोपाल: कांग्रेस ने पार्टी प्रमुख राहुल गांधी की वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ घंटों तक चली कई दौर की बातचीत के बाद गुरुवार रात वरिष्ठ नेता कमलनाथ के नाम की घोषणा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में की। कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद अब उनकी ताजपोशी की तैयारी शुरू हो गई है। कमलनाथ ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलकर मध्य प्रदेश में सरकार बनाने के लिए दावा पेश कर दिया है। कमलनाथ 17 दिसंबर को डेढ़ बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे और यह कार्यक्रम भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित होगा। इसमें किस किस को बुलाया जाएगा इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है।
सीएम के नाम की घोषणा होने के बाद जब कमलनाथ गुरुवार देर रात भोपाल पहुंचे तो हवाईअड्डे पर उनके समर्थकों ने 'जय जय कमलनाथ के नारे से उनका स्वागत किया। वहां से वह विधायक दल के नेता के चयन के वास्ते नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक के लिए सीधे पार्टी कार्यालय गये। कांग्रेस की अगुवाई वाली पिछली सरकारों में केंद्रीय मंत्री रहे कमलनाथ मध्य प्रदेश में कांग्रेस द्वारा सत्तारुढ़ भाजपा के खिलाफ जीत दर्ज करने के समय से ही मुख्यमंत्री पद के शीर्ष दावेदार थे।
राज्य में पिछले 15 साल से भाजपा सत्ता में थी। पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में थे। कांग्रेस ने ट्वीट किया, ''कमलनाथ के मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री निर्वाचित होने पर उन्हें हमारी शुभकामनाएं। उनकी कमान में राज्य में एक नये युग का सूत्रपात होने जा रहा है।