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नई दिल्ली: मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर गुरुवार को दिनभर खींचतान चलती रही। नामों के ऐलान से पहले पार्टी की शीर्ष नेता सोनिया गांधी ने अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठक की। सूत्रों के अनुसार, इसमें प्रियंका वाड्रा भी मौजूद रहीं। दिनभर चले घटनाक्रम में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया सुबह दिल्ली पहुंचे। दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर बैठक हुई। इसमें मध्य प्रदेश के पर्यवेक्षक एके एंटनी ने अपनी रिपोर्ट सौंपी। दोपहर में कमलनाथ और सिंधिया ने राहुल से मुलाकात की।

मुख्यमंत्री का नाम का ऐलान करने के सवाल पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, आप जल्द ही मुख्यमंत्रियों को देखेंगे। हम विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं की राय ले रहे हैं। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए कमलनाथ को प्रबल दावेदार माना जा रहा है। उनके साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया भी दौड़ में शामिल हैं। राहुल ने दोनों नेताओं से मुलाकात के बाद देर शाम ट्विट किया, 'धैर्य और समय 2 सबसे शक्तिशाली योद्धा।' राहुल से मुलाकात के बाद सिंधिया ने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता की सेवा मुख्य उद्देश्य, सीएम के लिए कोई रेस नहीं हैं। वहीं कमलनाथ ने कहा कि अभी हम भोपाल जा रहे हैं, विधायक दल की बैठक के बाद सीएम पर फैसला होगा।

नई दिल्ली: मध्यप्रदेश के निवृत्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार के लिए पूरी तरह वे खुद जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा है कि वे हरा-भरा प्रदेश सौंप रहे हैं। अब कांग्रेस की जिम्मेदारी है कि वह इसे आगे ले जाए। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस 10 दिन में किसानों का कर्ज माफ करने का वादा अब पूरा करे। शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को इस्तीफा सौंपने के बाद भोपाल में संवाददाताओं से बात की। उन्होंने कहा कि विपक्ष भी मजबूत है। हमारे पास 109 विधायक हैं। मेरा काम है रचनात्मक सहयोग। चौकीदारी करने की जिम्मेदारी हमारी है।

चौहान ने कहा कि हम भरा-पूरा मध्यप्रदेश छोड़ रहे हैं। अब कांग्रेस इसे संभाले और आगे ले जाए। उन्होंने कांग्रेस को उसका वादा याद दिलाते हुए कहा कि 10 दिन में किसानों का कर्ज माफ करने का वादा पूरा करें। चौकीदारी का काम अब हमारा है। उन्होंने कहा कि हम जनता के आभारी हैं। अध्यक्ष जी (अमित शाह) के नेतृत्व में हम सबने काम किया।

भोपाल: कांग्रेस विधायक दल ने मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री चयन करने का अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को दिया है। पार्टी के विधायकों ने बुधवार की शाम को इस आशय का एक पंक्ति का प्रस्ताव पारित किया। प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने संवाददाताओं को बताया, 'पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों ने एक प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को अधिकार दिया है कि वह मुख्यमंत्री के नाम पर अंतिम फैसला करें। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक आरिफ अकील ने इस आशय का प्रस्ताव विधायकों की बैठक में रखा, जिसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।'

विधायकों की बैठक प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में लगभग दो घंटे तक चली इसके बाद पार्टी पर्यवेक्षकों के तौर पर यहां आये कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी और कुंवर भंवर जितेन्द्र सिंह द्वारा विधायकों से अलग-अलग राय ली जा रही। ओझा ने बताया कि बैठक में कांग्रेस को समर्थन दे रहे चार निर्दलीय विधायक भी मौजूद थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह, अरुण यादव और विवेक तन्खा सहित अन्य नेता भी बैठक में मौजूद थे।

भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, ज्यातोरादित्य सिंधिया सहित कई कांग्रेसी नेताओं ने राज्यपाल से मुलकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया। कांग्रेस के विधायकों की बैठक आज शाम चार बजे भोपाल में होगी। इसमें विधायक दल के संभावित नेता के नाम पर भी चर्चा हो सकती है। कांग्रेस की ओर से आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, कांग्रेस के विधायक दल की बैठक प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में शाम चार बजे होगी।

बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, समन्वय समिति के अयक्ष दिग्विजय सिंह, चुनाव अभियान समिति के अयक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया, राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा, अभा कांग्रेस के प्रभारी महासचिव दीपक बावरिया सहित अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता उपस्थित रहेंगे। राज्य की 230 सीटों में से बहुमत के लिए 116 सीटों पर जीत आवश्यक है, कांग्रेस इस आंकड़े से दो सीटें पीछे है। कांग्रेस 114 सीटें ही जीत सकी है। बसपा और सपा के कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा कर चुके हैं। इस तरह बसपा के दो और सपा के एक विधायक का साथ मिलने पर कांग्रेस बहुमत के आंकड़े को आसानी से पार कर लेगी।

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