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मुंबई: महाराष्ट्र के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सहयाद्री गेस्ट हाउस में मंत्रिमंडल की पहली बैठक की। बैठक के बाद ठाकरे ने कहा कि मैं राज्य के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम एक अच्छी सरकार देंगे। मैं किसानों की मदद करना चाहता हूं जिससे उन्हें खुशी मिले। ऐसे उम्मीद की जा रही थी कि ठाकरे प्रदेश के लिए बैठक में कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे आप सभी को यह बताते हुए खुशी हो रही है कि इस कैबिनेट ने जो पहला निर्णय लिया है, वह रायगढ़ के विकास के लिए 20 करोड़ रुपये को मंजूरी देना है। जो छत्रपति शिवाजी महाराज की राजधानी थी।
उन्होंने कहा कि मैंने अधिकारियों से अगले दो दिनों में किसानों के लिए राज्य और केंद्र की योजनाओं के बारे में पूरी जानकारी देने के लिए कहा है। एक बार जब मुझे सभी विवरण मिल जाएंगे, तो मैं उसके अनुसार निर्णय लूंगा। गौरतलब है कि बीते कई दिनों से महाराष्ट्र में चल रहे सियासी संग्राम को बाद आखिरकार गुरुवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
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मुंबई: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दो-दो नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। मुंबई के शिवाजी पार्क में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौके पर तीनों दलों के वरिष्ठ नेता और हजारों कार्यकर्ता मौजूद थे। पहली बार ठाकरे परिवार का कोई सदस्य महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बना है। उद्धव राज्य में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन ‘महाराष्ट्र विकास अघाड़ी’ की सरकार का नेतृत्व करने जा रहे हैं।
शिवसेना से एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई ने भी शपथ ली। शिंदे और देसाई दोनों शिवसेना के वरिष्ठ नेता हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कोटे से पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं जयंत पाटिल और छगन भुजबल ने भी शपथ ग्रहण किया। पाटिल मराठा समुदाय तो भुजबल ओबीसी वर्ग से आते हैं। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट और कार्यकारी अध्यक्ष नितिन राउत को मंत्री पद की शपथ दिलाई गयी है।
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मुंबई: अजित पवार को बुधवार की सुबह महाराष्ट्र विधानमंडल में अपनी चचेरी बहन सुप्रिया सुले के साथ गले मिलते देखा गया। इसके बाद दिन में उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की विधायक दल की बैठक में भी भाग लिया और विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी पार्टी नहीं छोड़ी। सूत्रों का कहना है कि उन्हें नियत समय में फिर से विधायक दल का नेता बनाया जाएगा। उनमें अचानक इस तरह से आया बदलाव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे को रास नहीं आया है। इसलिए उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर कथित रूप से अजित पवार के साथ गठबंधन करने के फैसले पर सवाल उठा दिया है।
अब भाजपा के अंदर सवाल उठ रहा है कि क्या अजित पवार की दलबदल का मतलब सरकार बनाने में भाजपा को लालच देना था। एक अंदरूनी सूत्र ने कहा कि राकांपा सुप्रीमो शरद पवार की चालों से भाजपा अनभिज्ञ रही और जूनियर पवार ने दबाव में आकर यह काम किया। एक नेता ने कहा कि भाजपा यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या तख्तापलट की कोशिश शरद पवार द्वारा लिखी गई एक पटकथा है, जिसका पार्टी अनुमान नहीं लगा सकी। जबकि राकांपा प्रमुख को इससे सबसे अधिक फायदा पहुंचा।
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मुंबई (जनादेश ब्यूरो): उद्धव ठाकरे आज शाम को ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में आयोजित एक भव्य समारोह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसके लिए सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। इस बीच एनसीपी-कांग्रेस-शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं की छह घंटे तक हुई मैराथन बैठक में यह तय किया गया कि महाराष्ट्र में सिर्फ एक ही डिप्टी सीएम होगा, वह भी एनसीपी के कोटे से होगा।
बैठक के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता प्रफुल्ल पटेल ने बुधवार रात बताया कि महाराष्ट्र सरकार में राकांपा को उपमुख्यमंत्री का पद मिलेगा। शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के नेताओं की बैठक के बाद पटेल ने यहां संवाददाताओं को बताया कि कांग्रेस को विधानसभा अध्यक्ष का पद मिलेगा जबकि राकांपा को उप विधानसभाध्यक्ष का पद मिलेगा। उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार शाम शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ, तीनों दलों में प्रत्येक से एक या दो सदस्य मंत्री पद की शपथ लेंगे । उन्होंने कहा कि सरकार में उपमुख्यमंत्री का केवल एक पद होगा।
इस बीच सूत्रों के मुताबिक खबर है कि एनसीपी नेता अजित पवार को एक बार फिर विधायक दल का नेता चुना जा सकता है और उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। भाजपा सरकार में डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने के बाद उन्हें इस पद से हटा दिया गया था।
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