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मुंबई: महाराष्ट्र सरकार ने आरएसएस से जुड़े नागपुर के पुवरुत्थान शोध संस्थान को मिली स्टांप शुल्क में छूट खत्म कर दी है। बता दें कि यह छूट पहले भाजपा सरकार ने दी थी। जिसे अब महाराष्ट्र विकास आघाड़ी नेतृत्व वाली सरकार ने रद्द कर दिया है। एक अधिकारी ने बताया कि नागपुर के पुनरुत्थान शोध संस्थान ने करोल तहसील में बड़ै पैमाने पर जमीन खरीदी थी। जिस पर नौ सितंबर को देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई वाली सरकार ने स्टांप शुल्क और पंजीकरण शुल्क के भुगतान से छूट दी थी।

संस्थान करोल तहसील में 105 हेक्टेयर जमीन खरीदी थी, जिसके लिए 1.5 करोड़ रुपये के स्टांप शुल्क पर छूट दी गई थी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा छूट हटाएं जाने के बाद अब संस्था को स्टांप शुल्क का भुगतान करना होगा।

मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा साथ मिल कर काम करने की पेशकश किये जाने का शरद पवार द्वारा किए गए खुलासे के कुछ दिनों बाद शिवसेना ने हैरानी जताते हुए सवाल किया है कि राकांपा प्रमुख की ‘‘उपयोगिता एवं अनुभव’’ को समझने में भाजपा को पांच साल क्यों लग गए। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामाना’ में बुधवार को प्रकाशित एक संपादकीय में यह सवाल किया गया है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से भाजपा क्या लाभ उठाने की कोशिश कर रही थी, जबकि (एनसीपी) को भगवा पार्टी के नेताओं ने ‘नेचुरली करप्ट पार्टी’ (स्वभाविक रूप से भ्रष्ट पार्टी) कह कर संबोधित किया था।

इसमें कहा गया है, ‘‘खास बात है यह कि पवार की पार्टी से 54 विधायकों के चुने जाने के बाद उनके (पवार के) अनुभव से (भाजपा को) साक्षात्कार हुआ।’’ संपादकीय में कहा गया है, ‘‘भाजपा की सभी कोशिशें सिर्फ शिवसेना को सत्ता में आने से रोकने के लिये थी। हालांकि, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सत्ता हासिल करने की भाजपा की योजना नाकाम कर दी।’’ सामना में भाजपा को यह भी चेतावनी दी गई है, ‘‘ये महाराष्ट्र है। फिर से पांव फिसला तो गिर पड़ोगे।’’

मुंबई: अपने भविष्य के राजनीतिक कदम के बारे में अटकलों पर चुप्पी तोड़ते हुए, भाजपा नेता पंकजा मुंडे ने मंगलवार को कहा कि वह पार्टी नहीं छोड़ रही हैं। मुंडे ने एक दिन पहले ट्विटर परिचय से 'भाजपा शब्द हटा लिया था। मुंडे ने रविवार शाम महाराष्ट्र में बदले राजनीतिक परिदृश्य के मद्देनजर फेसबुक पर अपनी 'भावी यात्रा' के संबंध में एक पोस्ट करने के साथ ही राजनीति में उनके अगले कदम को लेकर अटकलों का बाजार गर्म कर दिया था। उन्होंने सोमवार को अपने ट्विटर बायो से 'भाजपा और अपने राजनीतिक सफर का विवरण हटाकर अफवाहों को और बल दे दिया था। महाराष्ट्र में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने मिलकर गठबंधन में सरकार बनाया है।'

पंकजा ने संवाददाताओं से कहा, 'मैं पार्टी नहीं छोड़ रही हूं। दलबदल मेरे खून में नहीं है। भाजपा के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी पंकजा ने उन अफवाहों का भी खंडन किया, जिनमें कहा गया था कि उनके ट्विटर परिचय से ''भाजपा को हटाने का मकसद अपनी पार्टी पर दबाव बनाना था।' मंगलवार को पंकजा ने दक्षिण मुंबई के मालाबार हिल स्थित अपने आवास पर भाजपा के वरिष्ठ नेता विनोद तावड़े, राम शिंदे और विधायक बबनराव लोणीकर से मुलाकात की।

मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने 40 हजार करोड़ रुपये केंद्र को वापस करने के मु्द्दे पर सफाई दी है। फडणवीस ने कहा है कि इस तरह का कोई फैसला सीएम रहने के दौरान उन्होंने नहीं लिया था। इस तरह के सभी आरोप झूठे हैं। क्या कहा था हेगड़े ने? बता दें कि कर्नाटक भाजपा के नेता अनंत हेगड़े ने दावा किया था कि फडणवीस ने सीएम रहते हुए केंद्र को 40 हजार करोड़ रुपये वापस किए थे। उन्हें पता था कि अगर कांग्रेस-शिवसेना-एनसीपी की सरकार बनी तो इस पैसे का दुरुपयोग हो सकता है। इसलिए यहां सरकार बनाने का ड्रामा रचा गया।

एक कार्यक्रम में हेगड़े ने कहा था- आप सभी इस बात को जानते हैं कि महाराष्ट्र में हमारा आदमी (देवेंद्र फडणवीस) 80 घंटे के लिए मुख्यमंत्री बना और फिर उसने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने यह नाटक क्यों किया? क्या हमें यह बात मालूम नहीं थी कि हमारे पास बहुमत नहीं है और फिर भी वह मुख्यमंत्री बन गए। यह वो सवाल है जो हर कोई पूछता है।

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