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पुणे: प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी पुणे में राज्‍यों, केन्‍द्रीय जांच और खुफिया ब्‍यूरो, केन्‍दीय सशस्‍त्र पुलिस बल के शीर्ष अधिकारियों के साथ आंतरिक सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। इससे पहले कल रात प्रधानमंत्री पुलिस महानिदेशक और महानिरीक्षक सम्‍मेलन में हिस्‍सा लेने के लिए पुणे पहुंचे थे। महाराष्‍ट्र के राज्‍यपाल भगत सिंह कोश्‍यारी, मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे और पूर्व मुख्‍यमंत्री देवेन्‍द्र फडणवीस ने प्रधानमंत्री का हवाई अड्डे पर स्‍वागत किया।

इससे पहले शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह आज महाराष्‍ट्र के पुणे में पुलिस महानिदेशकों और महानिरीक्षकों के तीन दिन के राष्‍ट्रीय सम्‍मेलन के पहले दिन के सत्र में शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी सम्‍मेलन को सम्‍बोधित करने के लिए कल और शनिवार को इसमें शामिल होंगे। राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केन्‍द्रीय खुफिया और जांच एजेंसियों तथा अर्धसैनिक बलों के प्रमुख भी सम्‍मेलन में भाग ले रहे हैं।

पुणे: भाजपा के साथ गठबंधन तोड़कर कांग्रेस-एनसीपी की मदद से महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। ठाकरे शुक्रवार शाम को पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए पुणे एयरपोर्ट पर पहुंचे। पीएम यहां होने जा रहे पुलिस महानिदेशकों व महानिरीक्षकों के राष्ट्रीय सम्मेलन में शिरकत करने के लिए पहुंचे हैं। राज्य सरकार के अधिकारियों का कहना है कि प्रधानमंत्री का स्वागत करने के बाद ठाकरे मुंबई के लिए रवाना हो गए। हालांकि इस बात की जानकारी नहीं मिल सकी है कि दोनों के बीच एयरपोर्ट पर क्या बातचीत हुई। एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का स्वागत करने वालों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और भाजपा नेता व पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी शामिल रहे।

भाजपा और शिवसेना ने पिछले महीने हुए राज्य विधानसभा चुनावों में एक गठबंधन के तौर पर शिरकत की थी, लेकिन चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद दोनों पार्टियों में तल्खी पैदा हो गई थी।

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस-एनसीपी छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए करीब दर्जन भर विधायक अब वापस पुरानी पार्टियों में वापसी को तैयार हैं। ये नेता महाविकास आघाड़ी के नेताओं के संपर्क में हैं। सूत्रों के अनुसार ये लोग भाजपा से इस्तीफा देकर फिर कांग्रेस-एनसीपी व शिवसेना के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। इन्हें सिर्फ इन दलों से हरी झंडी की दरकार है। हालांकि कांग्रेस-एनसीपी ने फिलहाल कोई संकेत नहीं दिया है। लेकिन माना जा रहा है कि नागपुर विधानसभा सत्र के बाद ये विधायक बड़ा कदम उठा सकते हैं।

हालांकि भाजपा नेता आशीष शेलार के अनुसार इन बातों में दम नहीं है और ये अफवाहें सिर्फ भ्रम फैलाने के लिए हैं। सूत्र बताते हैं कि चुनाव पूर्व भाजपा में गए विधायक नाराज हैं कि महीने भर तक सत्ता संघर्ष में भाजपा द्वारा शिवसेना की शर्तें न मानने से उन्हें नुकसान उठाना पड़ गया। ये नेता आश्वस्त थे कि भाजपा सत्ता में आएगी और इसीलिए इन्होंने कांग्रेस-एनसीपी का साथ छोड़ा था। इनमें राधाकृष्ण विखे पाटिल, विजय सिंह मोहिते पाटिल, शिवेंद्रराजे भोंसले, गणेश नाइक, हर्षवर्द्धन पाटिल, मधुकर पिचड़, चित्रा वाघ जैसे चर्चित नेता शामिल थे।

मुंबई: महाराष्ट्र के एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने एनसीपी नेता अजित पवार को सिंचाई घोटाले में आरोपों से मुक्त कर दिया है। 27 नवंबर को बॉम्बे हाईकोर्ट में जमा किए गए शपथपत्र के मुताबिक विदर्भ सिंचाई विकास निगम (वीआईडीसी) के चेयरमैन अजित पवार को कार्यकारी एजेंसियों के कार्यों के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है, क्योंकि पवार के पास कोई वैधानिक दायित्व नहीं है।

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