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मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मस्लिम समुदाय को आश्वस्त किया कि नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन यानी एनआरसी के तहत राज्य में किसी भी डिटेंशन कैंप को बनाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के लागू होने के बाद मुसलमानों को इससे डरने की जरूरत नहीं है और राज्य सांप्रदायिक आधार पर किसी भी नागरिकों के अधिकारों का उल्लंघन नहीं होने देगा। शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने एनआरसी और नागरिकता संशोधन कानून पर उठ रही चिंताओं के संबंध में कहा कि राज्य में हम किसी भी डिटेंशन कैंप की इजाजत नहीं देंगे।

उन्होंने आगे कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि हालिया एनआरसी और नागरिकता विवाद में किसी के साथ अन्याय नहीं होगा। ठाकरे ने सोमवार को एक प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात के दौरान ये बातें कहीं। हालांकि, उद्धव ठाकरे ने स्पष्ट रूप से यह नहीं कहा कि महाराष्ट्र में एनआरसी को लागू किया जाएगा या नहीं। शिवसेना की सहयोगी कांग्रेस और एनसीपी स्पष्ट तौर पर एनआरसी का विरोध कर चुकी है।

मुंबई: राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र के बाद झारखंड भी भाजपा के हाथ से निकल गया है। यहां चुनाव पूर्व हुए झामुमो, कांग्रेस और राजद के महागठबंधन को जनता ने सत्ता की चाबी सौंप दी है। ऐसे में भाजपा की सहयोगी पार्टी रही शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए उस पर हमला बोला है। उसका कहना है कि भाजपा कांग्रेस मुक्त हिंदुस्तान की बात करती है और अब कई राज्य भाजपामुक्त हो गए हैं। पार्टी का कहना है कि यहां प्रधानमंत्री से लेकर गृहमंत्री और केंद्रीय मंत्रिमंडल को प्रचार के लिए उतारा गया लेकिन भाजपा को जीत नहीं मिली। शिवसेना का कहना है कि यदि जनता को हल्के में लिया जाएगा तो यही होगा।

शिवसेना ने लिखा, 'भाजपा ने एक राज्य और गवां दिया है तथा प्रधानमंत्री और गृहमंत्री सहित पूरे केंद्रीय मंत्रिमंडल को वहां लगाने के बावजूद भाजपा झारखंड में नहीं जीत पाई। झारखंड मुक्ति मोर्चा के हेमंत सोरेन अब मुख्यमंत्री बनेंगे। झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के गठबंधन को बहुमत मिलेगा, ये स्पष्ट हो चुका है। कुल मिलाकर कांग्रेस-राजद के समर्थन से झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार वहां आ रही है। ये भाजपा के लिए धक्कादायक है।

मुंबई: झारखंड विधानसभा चुनाव के परिणाम पर राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि इस परिणाम से साफ हो गया है कि लोग गैर-भाजपा दलों के साथ हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के बाद लोगों ने झारखंड में भी बीजेपी को सत्ता को दूर रखने का फैसला किया है। बता दें कि झारखंड की 81 विधानसभा सीटों पर अभी तक के आए नतीजों में सत्ताधारी पार्टी भाजपा 25 सीटों पर जीती है। जबकि कांग्रेस-जेएमएम गठबंधन ने 47 सीटों पर जीत दर्ज की है। नतीजों से यह साफ हो गया है कि राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) की जोरदार वापसी हुई है।

नतीजों में स्पष्ट बहुमत के बाद जेएमएम नेता हेमंत सोरेन ने झारखंड की जनता का धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा कि आज झारखंड की लगभग 40 दिन की चुनावी यात्रा का अंतिम दिन है। आज पूरे राज्य में मतगणना का कार्यक्रम चल रहा है। नतीजे स्पष्ट हो चुके हैं। झारखंड की जनता ने जो जनादेश दिया है, इसके लिए मैं सभी मतदाताओं का आभार प्रकट करता हूं।

पुणे: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार ने राजग सरकार पर शनिवार को हमला बोला. उन्होंने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) देश को त्रस्त कर रहे गंभीर मुद्दों से “ध्यान हटाने की चाल” है। उन्होंने कहा, “सीएए और एनआरसी देश के सामने खड़े गंभीर मुद्दों से ध्यान हटाने की चाल है।” पवार ने कहा, “न सिर्फ अल्पसंख्यक बल्कि जो लोग देश की एकता एवं प्रगति की चिंता करते हैं, वे सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहे हैं। नया नागरिकता कानून देश की धार्मिक, सामिजक एकता और सौहार्द को बिगाड़ेगा।”

पवार ने पूछा कि संशोधित कानून के तहत केवल पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के शरणार्थियों को ही नागरिकता क्यों दी जाएगी और श्रीलंका के तमिलों को क्यों नहीं। पवार ने एक सवाल के जवाब में कहा कि बिहार समेत आठ राज्यों ने कानून को लागू करने से इंकार कर दिया है और महाराष्ट्र का भी रुख यही रहना चाहिए। उन्होंने पूछा, “सीएए भले ही केंद्रीय कानून हो लेकिन इसको लागू राज्यों को करना है।

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