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नागपुर: महाराष्ट्र की सभी 288 सीटों पर एक ही चरण में 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। चुनाव की तारीख नजदीक आते ही प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। राजनीतिक दलों के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नागपुर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए आरएसएस और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा है कि बीजेपी, आरएसएस नहीं चाहती है कि बाबा साहब का संविधान इस देश में चले।

आरएसएस के गढ़ नागपुर से खड़गे ने पीएम मोदी पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी ने दो टांग लगा लिए हैं। उनके पैर दोनों नकली हैं। एक टीडीपी की और दूसरा टांग जेडीयू का है। अगर आप वो दोनों टांग निकाल दो तो वह चल भी नहीं पाएंगे। अगर संविधान को कुछ हुआ तो उसके जिम्मेदार आरएसएस और पीएम मोदी होंगे क्योंकि उनकी विचारधारा यही कहती है।'

खड़गे ने कहा "नागपुर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की कर्मभूमि है। इसीलिए दीन-दलित लोग यहां पर आते हैं, बाबा साहेब को नमन करते हैं, महात्मा फूले जी को नमन करते हैं, छत्रपति शिवाजी महाराज को याद करते हैं।

उन्होंने कहा, इन सभी को याद करने का एक ही उद्देश्य है कि इन नेताओं ने उनकी एक पहचान बनाई है। विचारधारा के लिए वे मशहूर हैं, उन्होंने समता और समानता की विचारधारा इस देश को दी। इसका श्रेय अगर किसी को जाता है तो नागपुर के लोगों को जाता है।

नागपुर के लोगों ने अंबेडकर को दिया साहस

खड़गे ने कहा कि नागपुर के लोगों ने बाबा साहेब अंबेडकर को साहस दिया। कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक बहुत लोग 10-15 साल पहले बाबा साहेब के बारे में कुछ बात ही नहीं करते थे। संविधान से नफरत करते थे। वे कहते थे कि बाबा साहेब का संविधान हमारे लिए ठीक नहीं है, अगर बनाना भी चाहिए तो मनुस्मृति के हिसाब से बनाया जाना चाहिए।

आरएसएस के दफ्तरों में नहीं लगाया जाता बाबा साहेब की फोटो

उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा "मोदी आते हैं नागपुर में, बाबा साहेब की तस्वीर उनकी सभाओं में लगती है। यही चीज आप 11 साल पहले क्यों नहीं किया। आपने बाबा साहेब की फोटो अपने ऑफिस में क्यों नहीं लगाया। क्या कभी आरएसएस के ऑफिस में लगा है नहीं, क्या कभी देश का झंडा आपके दफ्तरों में लहराता है, नहीं। वे नहीं चाहते हैं कि बाबा साहेब का संविधान इस देश में चले।"

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