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गुरुग्राम: हरियाणा पुलिस ने भिवानी में जिंदा जलाए नासिर-जुनैद हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई की है। गौरक्षक मोनू मानेसर को गुरुग्राम से पुलिस ने हिरासत में लिया। इसके बाद आज नूंह कोर्ट में मोनू मानेसर को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। हरियाणा पुलिस अब उसे राजस्थान पुलिस के हवाले कर सकती है। मोनू मानेसर पर भिवानी में जिंदा जलाकर नासिर और जुनैद की हत्या का आरोप है।

मोनू मानेसर को मंगलवार को आईएमटी मानेसर से हरियाणा पुलिस के सीआईए स्टाफ ने पकड़ा है। दोपहर करीब 12 बजे सिविल ड्रेस में आए पुलिसकर्मी मोनू को अपने साथ ले गए। इसका एक सीसीटीवी फुटेज भी वायरल है। गुरुग्राम के अधिकारियों का कहना है कि गुरुग्राम पुलिस ने मोनू को नहीं उठाया है। बल्कि सीआईए स्टाफ ने हिरासत में लिया है।

आपको बता दें कि गौरक्षक मोनू मानेसर भिवानी में जिंदा जलाए नासिर और जुनैद हत्याकांड के बाद आठ महीने से फरार चल रहा था। 16 फरवरी, 2023 को हरियाणा के भिवानी में बोलेरो में जली हालत में दो शव मिले थे। जांच के बाद सामने आया था कि दोनों शव राजस्थान के गोपालगढ़ के जुनैद और नासिर के थे।

गुरुग्राम: जुनैद नासिर हत्याकांड मामले में हरियाणा पुलिस ने मोनू मानेसर को हिरासत में लिया है। मोनू मानेसर फ़रवरी में हुए जुनैद नासिर हत्याकांड में वांछित था। साथ ही मोनू मानेसर का नाम नूंह हिंसा में भी सामने आया था। बताया जा रहा है कि हरियाणा पुलिस मोनू मानेसर को राजस्थान पुलिस को सौंप सकती है।

मोनू मानेसर उर्फ मोहित यादव नूंह में एक गोरक्षक समूह का नेतृत्व करता है और गोरक्षकों के हमलों के वीडियो पोस्ट करने के लिए कुख्यात है। वह 'लव जेहाद' के खिलाफ अभियानों में भी सक्रिय है। आमतौर पर 'लव जेहाद' शब्द दक्षिणपंथियों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें मुस्लिम पुरुषों पर हिन्दू महिलाओं को बहकाने और उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया जाता है।

मोनू मानेसर पहली बार 2019 में सुर्खियों में आया था, जब कथित गोतस्करों का पीछा करते समय उस पर गोली चलाई गई थी। वह 2015 में गाय संरक्षण कानून लागू होने के बाद हरियाणा सरकार द्वारा गठित जिला गाय संरक्षण टास्क फोर्स का सदस्य भी था।

नूंह: हरियाणा के नूंह में हिंदू संगठनों द्वारा आज शोभायात्रा निकालने के ऐलान के बाद सुरक्षा व्यवस्था काफ़ी चाक-चौबंद है। प्रशासन ने शोभायात्रा निकालने की इजाज़त नहीं दी है। नूंह में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। साथ ही धारा-144 भी लगाई गई है, ताकि लोग एकत्रित न हो सकें। सुरक्षा के मद्देनजर सोहना टोल से नूंह की तरफ़ जाने वाली हर गाड़ी की जांच की जा रही है, गाडि़यों के नंबर नोट किये जा रहे हैं। लोगों को बताया जा रहा है कि वो नूंह की तरफ़ न जाएं। हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी लोगों से अपील की है कि वह अपने क्षेत्र के ही मंदिरों में जलाभिषेक करें।

पुलिस नूंह में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयार नजर आ रही है। जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है। हरियाणा पुलिस के 675 अधिकारी व कर्मचारी मोर्चा संभाल रहे हैं, तो तीन एचएपी की बटालियन लगाई गई हैं। इसके अलावा अर्द्धसैनिक बलों के हजारों जवान नूंह शहर में हर हरकत पर नजर रख रहे हैं। पुलिस ने शहर में प्रवेश से पहले भी बैरिकेडिंग की हुई है। बैरिकेटिंग पर कैमरे से हर हरकत पर नजर रखी जा रही है।

नूंह: हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के बाद फिर से ब्रजमंडल की शोभायात्रा निकाले जाने की तैयारी है। जानकारी के मुताबिक, हिंदू संगठन ब्रजमंडल 28 अगस्त को शोभायात्रा निकालेगा। हालांकि, प्रशासन की ओर से इस शोभायात्रा की अनुमति नहीं दी गई है। प्रशासन ने किसी भी तरह की हिंसा और अनहोनी से बचने के लिए 25 से 29 अगस्त तक इंटरनेट सर्विस और बल्क एसएमएस पर रोक लगा दी है। इस दौरान सिर्फ कॉलिंग सर्विस ही चालू रहेगी।

नूहं जिले में डीसी ने इंटरनेट सेवा और बल्क एसएमएस 29 अगस्त तक बंद रखने के लिए एडिशनल चीफ सेकेट्री, हरियाणा होम डिपार्टमेंट पंचकुला को चिट्ठी लिखी है। डीसी ने कहा है कि 29 अगस्त तक सभी इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी जाएं, ताकि किसी तरह के भड़काऊ पोस्ट या भ्रामक प्रचार वायरल न हो सके।

13 अगस्त को नूंह से सटे पलवल के पोंडरी गांव में कई हिंदू संगठनों की ओर से बुलाई गई महापंचायत में नूंह के नल्हार मंदिर से इस शोभायात्रा को फिर से निकालने का फैसला लिया गया था।

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