नई दिल्ली: हरियाणा के नूंह में स्थिति अब नियंत्रण में बताई जा रही है। मेवात जिले के नूंह में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद और मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी की तरफ से निकाली जा रही ब्रजमंडल यात्रा के दौरान बवाल हो गया था। दो गुटों में टकराव के बाद पथराव और आगजनी हुई. उपद्रवियों ने कई गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया। पुलिस पर भी पथराव किया गया। नूंह में अभी हालात नियंत्रण में हैं।
नूंह में शांति बहाली के लिए बड़ी बैठक
नूंह में शांति बहाली के लिए बड़ी बैठक हो रही है। नूंह प्रशासन समाज के ज़िम्मेदार धर्मगुरुओं, नेताओं के साथ बैठक कर रहा है। बैठक में नूंह के विधायक आफ़ताब अहमद, फ़िरोज़पुर झीरका के विधायक मम्मन ख़ान मौजूद। बैठक में नूह के डिप्टी कमिश्नर, एसपी इंचार्ज नरेंद्र बिजारनिया मौजूद हैं। नूंह पुलिस ने 20 से ज़्यादा उपद्रवियों को हिरासत में लिया है।
हरियाणा के हिंसा प्रभावित नूंह जिले में अधिकारियों ने मंगलवार को कर्फ्यू लगा दिया है। नूंह में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, लेकिन मंगलवार को किसी ताजा हिंसा की जानकारी नहीं मिली है।
अधिकारियों ने बताया कि नूंह और अन्य इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को कहा कि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ ‘कड़ी कार्रवाई' की जाएगी। उन्होंने ट्वीट किया, "आज की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं सभी लोगों से प्रदेश में शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। दोषी लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
पुलिस के सूत्र ने बताया कि नूंह हिंसा में अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इनमें 2 होमगार्ड और एक आम नागरिक है। पूरे हरियाणा में 45 के करीब लोग घायल हैं। इनमें 7 पुलिसकर्मी। इनमें 2 को गोली लगी है। हिंसा को लेकर अब तक 20 एफआईआर दर्ज कर कई लोग हिरासत में लिए गए हैं। बड़ी संख्या में गाड़ियों को आग के हवाले किया गया है, उनकी गिनती जारी है।
हरियाणा में 31 जुलाई को नूंह में दो समूहों के बीच हुई झड़प के बाद इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई हैं। सोहना/पटोदी/मानेसर क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित की गई हैं। नूंह व सोहना और आसपास के जिलों में पुलिसबल की तैनाती की गई है। 15 कंपनियां सीआरपीएफ और एक आरएएफ की तैनात की गई है। वीडियो फुटेज या दूसरे माध्यमों से हिंसा करने वालों की पहचान की जा रही है। हिंसा में शामिल कई लोगों को हिरासत में लिया गया है।
हरियाणा सरकार ने नूंह जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए केंद्र से एक सप्ताह के लिए रैपिड एक्शन फोर्स की 20 कंपनियां मांगी हैं। केंद्रीय गृह सचिव को लिखे एक पत्र में, हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) टी वी एस एन प्रसाद ने 31 जुलाई से एक सप्ताह के लिए 'तत्काल' आरएएफ की 20 कंपनियों की मांग की।
गुरुग्राम के जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि गुरुग्राम में स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर सहित सभी शैक्षणिक संस्थान मंगलवार 1 अगस्त को बंद रहेंगे। नूंह में हुई हिंसा के बाद सुरक्षा के मद्देनजर ये कदम उठाया गया है। नूंह में दो समूहों के बीच हुई झड़प के बाद इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
डिप्टी कमिश्नर प्रशांत पंवार ने बताया कि जिला में शांति व्यवस्था के लिए धारा-144 लगाई गई है। इस दौरान 5 या अधिक व्यक्तियों के एकत्रित होने, किसी भी प्रकार के लाइसेंसी हथियार या फायर आर्म्स, तलवार, गंडासा, लाठी, बरछा, कुल्हाड़ी, जेली, चाकू व अन्य हथियार लेकर चलने पर पाबंदी है। ये आदेश तुरंत प्रभाव से लागू हो गया है और अगले आदेश तक जारी रहेगा। आदेशों की अवहेलना करने वालों पर भारतीय दंड संहिता की धारा-188 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
बवाल के दौरान गोलीबारी से लेकर आगजनी की घटना हुई। कई सरकारी वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई। कुछ निजी वाहनों को भी भीड़ ने निशाना बनाया। कुल मिलाकर इस मामले को कंट्रोल करने के लिए तकरीबन 1000 जवान मैदान में उतार दिए गए। पुलिस ने भी मामले को शांत करने के लिए फायरिंग की। हालात तनावपूर्ण है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है।
सोमवार देर रात तक वीएचपी के बड़े नेता नूंह में ही थे। इस दौरान उन्होंने जमीनी हक़ीक़त का जायजा लिया। कितने लोगों की मौत हुई और कितने घायल हुए हैं, ये पता लगाने की कोशिश की गई। इस दौरान क्या नुकसान हुआ है, इसकी भी समीक्षा की गई। अब वीएचपी के ये नेता दिल्ली में शाम 4 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।