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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

नई दिल्ली: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज (बुधवार) कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में चीन का भारत के साथ हाथ मिलाने का अपना असर होगा। उनका यह बयान मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकवादी घोषित किये जाने के भारत के प्रयास को बीजिंग द्वारा हाल ही में बाधित करने की पृष्ठभूमि में आया है। मुखर्जी ने अगले सप्ताह अपनी चीन यात्रा से पहले एक साक्षात्कार में चीन के सरकारी टेलीविजन सीसीटीवी से कहा, ‘भारत और चीन दोनों बड़े देश हैं और बहु-संस्कृति वाले और बहु-जातीय हैं। अगर इस समस्या से लड़ने में साथ आते हैं तो मुझे विश्वास है कि इसका अपना असर होगा।’ उन्होंने कहा, ‘और भारत हमेशा मानता है कि हर देश की आतंकवाद के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति होनी चाहिए और पूरी ताकत से लड़ाई होनी चाहिए।’ वह आतंकवाद पर पूछे गये एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। चीन ने इस साल मार्च में 2001 के संसद हमले और 2016 के पठानकोट आतंकी हमलों के षड्यंत्रकारी जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख अजहर को संयुक्त राष्ट्र में वैश्विक आतंकवादियों की सूची में रखने के भारत के प्रयास को बाधित किया था। राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों का एक व्यापक रिश्ता है और भारत चीन के साथ रिश्तों को महत्वपूर्ण समझता है।

नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह ने आज (बुधवार) कहा कि सोनिया गांधी को पार्टी अध्यक्ष बने रहना चाहिए, भले ही पांच राज्यों में चुनाव परिणाम कुछ भी आए। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा सांसद सिंह ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी तब सोनिया की जगह ले सकते हैं जब उन्हें लगने लगे कि उनके पद छोड़ने का समय आ गया है और वह 1997 से पार्टी की कमान संभालते हुए थक गयी हैं। एक्जिट पोल के नतीजों में संभावना जताई गयी है कि असम और केरल में कांग्रेस चुनाव हार सकती है। सिंह से जब पूछा गया कि क्या राहुल के कांग्रेस अध्यक्ष बनने का समय आ गया है, इस पर उन्होंने कहा, ‘नहीं, बिल्कुल नहीं।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने सोनियाजी के साथ बहुत करीब से काम किया है और मुझे लगता है कि वह महान नेता हैं।’ पिछले साल नवंबर में पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद पर लौटे सिंह ने कहा कि सोनिया प्रबंधन की आधुनिक अवधारणा में भरोसा रखती हैं। सिंह ने कहा कि राहुल का कद बढ़ने के बारे में कोई भी फैसला उन्हें और सोनिया को लेना है। उन्होंने कहा, ‘वह 1997 से लगातार इस भूमिका में रही हैं और वह थकी हो सकती हैं। उन्हें लग सकता है कि समय आ गया है कि वह पद छोड़ना चाहती हैं और वह इसे संभालते हुए थक गयी हैं।

नई दिल्‍ली: पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में हुए विधानसभा चुनाव की मतगणना गुरुवार सुबह शुरू हो जाएगी और एक घंटे बाद से रुझान मिलने लगेंगे। 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव को राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय राजनीति के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिसमें ममता बनर्जी, जयललिता, तरुण गोगोई, एम करुणानिधि, ओमन चांडी, वीएस अच्युतानंदन, बुद्धदेव भट्टाचार्य, सर्बानंद सोनोवाल, एन रंगासामी जैसे दिग्गज नेताओं की किस्मत का फैसला होगा। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि मतगणना गुरुवार सुबह आठ बजे शुरू होगी और तीन बजे तक मतगणना का कार्य पूरा हो जाएगा। उम्मीद है कि दोपहर 12 बजे तक विजेताओं की एक स्पष्ट तस्वीर सामने आ जाएगी और यह भी साफ हो जाएगा कि पश्चिम बंगाल में ममता दीदी की पकड़ कायम है या वाममोर्चा-कांग्रेस गठबंधन पुरानी हैसियत वापस पाने में सफल रहा। इस चुनाव में पहली बार पूर्वोत्तर के किसी राज्य में अपनी सरकार बनाने की भाजपा की दावेदारी पर भी स्थिति साफ होगी। तमिलनाडु में भी जयललिता के नेतृत्व वाले अन्नाद्रमुक की सत्ता में कायम रहने की कवायद और उसे मिली करूणानिधि नीत द्रमुक की चुनौती पर से पर्दा हटेगा और यह भी साफ होगा कि केरल में कांग्रेस नीत यूडीएफ और वाममोर्चा की एलडीएफ में विजेता कौन है।

नई दिल्ली: उत्तराखंड में दलबदल कानून के तहत विधानसभा से अयोग्य घोषित किये गये पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा सहित कांग्रेस के नौ बागी विधायक आज ‘बिना शर्त’ भाजपा में शामिल हो गये और उन्होंने विधानसभा भंग कर नये सिरे से चुनाव कराने की मांग की। बहुगुणा और आठ अन्य विधायकों ने भाजपा के वरिष्ठ नेतृत्व से मुलाकात की जिसके बाद यह बहुप्रतीक्षित कदम उठाया गया। उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा, ‘उत्तराखंड में हरीश रावत के खिलाफ विद्रोह करने वाले सभी नौ कांग्रेसी विधायक आज बिना शर्त भाजपा में शामिल हो गये।’ उन्होंने कहा कि शक्ति परीक्षण के दौरान रावत के खिलाफ वोट डालने वाली कांग्रेस की बागी विधायक रेखा आर्य को भी आज भाजपा में शामिल होना था लेकिन वह ऐसा नहीं कर सकीं क्योंकि वह महाकुंभ में शामिल होने उज्जैन गई हैं। बहुगुणा ने स्पष्ट किया कि भाजपा में उनका प्रवेश किसी निजी लाभ के लिए नहीं बल्कि राज्य के हित में है। उन्होंने कहा कि वे राज्य के हितों के संरक्षण के लिए आगे भी लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘हम मांग करते हैं कि राज्य विधानसभा भंग हो और तुरंत नये चुनाव कराने का आदेश दिया जाए क्योंकि हरीश रावत सरकार सत्ता में रहने का अधिकार खो चुकी है और लोगों में भरोसा गंवा चुकी है।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए बहुगुणा ने कहा, ‘वह बेहतरीन नेता हैं और उनकी सुशासन एवं विकास के प्रति कठोर प्रतिबद्धता है।

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