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नई दिल्ली: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने आज (बुधवार) अफवाहों से प्रेरित उन तमाम खबरों को सिरे से खारिज कर दिया जिसमें उनके कांग्रेस का साथ छोड़ने को लेकर बातें की जा रही थीं। प्रशांत ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में साफ-साफ कहा है कि कांग्रेस का साथ छोड़ने की खबर महज अफवाह है। हम उत्तर प्रदेश और पंजाब चुनाव तक कांग्रेस का साथ नहीं छोड़ रहे हैं। प्रशांत किशोर की संस्था 'आई-पेक' ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट में कांग्रेस का साथ छोड़ने का खंडन किया है। आई-पेक ने लिखा है- 'प्रशांत किशोर का किसी से भी कोई मतभेद नहीं है और उन्हें जो काम दिया गया है उसे वे पूरा करेंगे। वह इस बात के आभारी हैं कि पार्टी ने मुझे यह काम सौंपा है, जिसे मैं पूरी ईमानदारी से कर रहा हूं।' दरअसल, प्रशांत किशोर की भूमिका कांग्रेस के कुछ नेताओं को इसलिए खटक रही है क्योंकि वह सीधे राहुल गांधी को रिपोर्ट करते हैं और उनकी टीम का हिस्सा हैं। इससे पहले खबरें आ रही थी कि 2014 में भाजपा और नरेंद्र मोदी की नैया पार लगाने वाले और 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को बिहार की सत्ता दिलाने वाले प्रशांत किशोर कांग्रेस में आजादी के साथ काम नहीं करने देने की वजह से नाराज चल रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रशांत को पार्टी के अंदर रोक-टोक मंजूर नहीं है। खबर आ रही थी कि नाराजगी के कारण वे जल्द ही कांग्रेस का 'हाथ' छोड़ सकते हैं। कांग्रेस ने प्रशांत किशोर को उत्तर प्रदेश और पंजाब चुनाव की अहम जिम्मेदारी दी है।

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