ताज़ा खबरें
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

नई दिल्ली: कांग्रेस ने राजग सरकार के दो साल पूरे होने पर यहां 28 मई को आयोजित होने वाले कार्यक्रम से महानायक अमिताभ बच्चन को जोड़ने पर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे समय में जब बिग बी के खिलाफ पनामा पेपर लीक मामले में जांच चल रही है, क्या उन्हें इस कार्यक्रम से जोड़ना सही होगा। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘क्या यह सही होगा। विदेश में अवैध तरीके से धन का घपला किए जाने की जांच कर रही एजेंसियों को यह क्या संदेश देगा।’ इस मुद्दे पर कई सवाल उठाते हुए उन्होंने आश्चर्य जताया कि क्या महानायक के कार्यक्रम की मेजबानी करने से काले धन के खिलाफ लड़ाई कमजोर नहीं होगी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी हिस्सा लेने की उम्मीद है। उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री ने बार-बार विदेशों में जमा काला धन वापस लाने और दोषियों को दंडित करने की बात कही है। चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा नेताओं ने वादा किया था कि एक बार काला धन वापस आ जाने पर हर व्यक्ति के बैंक खाते में 15 से 20 लाख रुपये जमा होंगे। मोदी सरकार राजग सरकार के दो साल पूरे होने पर आगामी 28 मई को ‘जरा मुस्करा दो’ कार्यक्रम का आयोजन कर रही है, जिसमें सरकार की उपलब्धियों को उजागर करते हुए कई कार्यक्रम पेश किए जाएंगे।

नई दिल्ली: तिरूपति, पलक्कड़, धारवाड़, भिलाई, गोवा और जम्मू में छह नये आईआईटी खुलेंगे जबकि आईएसएम धनबाद को आईआईटी के रूप में प्रोन्नत किया जाएगा। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने तिरूपति (आंध्रप्रदेश), पलक्कड़ (केरल), धारवाड़ (कर्नाटक), भिलाई (छत्तीसगढ़), गोवा और जम्मू में नये आईआईटी को शामिल करने और धनबाद के भारतीय खान विद्यालय को आईआईटी में प्रोन्नत करने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान अधिनियम, 1961 में संशोधन को पिछली तारीख से मंजूरी देने के लिए बुधवार को एक बैठक की। एक सरकारी बयान में कहा गया है, 'इस मंजूरी से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान अधिनियम, 1961 के दायरे में छह नये भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आ जाएंगे और उन्हें राष्ट्रीय महत्व के संस्थान घोषित किया जाएगा।' मंत्रिमंडल ने आंध्रप्रदेश में एनआईटी की स्थापना को भी पिछली तारीख से भी मंजूरी दी जिसे आंधप्रदेश सोसायटीज रजिस्ट्रेटशन एक्ट, 2001 के तहत सोसायटी के रूप में दर्ज किया गया था।

नई दिल्ली: असम की तरह उत्तर प्रदेश में भी मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के बारे में अपने पत्ते नहीं खोलते हुए भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को दावा किया कि उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी पूर्ण बहुमत हासिल कर सरकार बनाएगी और वे चुनाव उसके लिये असम से भी ज्यादा आसान साबित होंगे। उन्होंने प्रदेश में समाजवादी पार्टी को भाजपा का मुख्य प्रतिद्वन्द्वी बताया। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ सपा सरकार पर परोक्ष प्रहार करते हुए शाह ने कहा कि वहां भारी अव्यवस्था है और जातिवाद भी एक बड़ा कारक है। असम की जीत और केरल में पार्टी को मिले मतों से उत्साहित भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी भाजपा की मुख्य प्रतिद्वन्द्वी होगी और प्रदेश में जीत हासिल करना असम से भी आसान होगा क्योंकि वहां पार्टी के पास अपनी ताकत है। केन्द्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार के दो साल पूरे होने के अवसर पर यहां वरिष्ठ पत्रकारों से बातचीत में भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अभी यह फैसला नहीं किया गया है कि पार्टी उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिये किसी नाम का ऐलान करेगी भी या नहीं। उन्होंने इस बारे में मीडिया में आई खबरों को खारिज करते हुए साफ कहा कि अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। राम मंदिर के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि राम मंदिर हमारे एजेन्डा में है और वे राम मंदिर का निर्माण सर्वसम्मति से अथवा अदालत के आदेश से करने के पक्षधर हैं।

गुआंगचऊ: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को कहा कि चीन के साथ भारत के संबंधों का मुख्य सिद्धांत समझौते वाले क्षेत्रों का विस्तार करना और मतभेदों को कम करना है। दक्षिणी चीन के औद्योगिक शहर गुआंगचउ से अपने चार दिवसीय चीन दौरे की शुरूआत करते हुए मुखर्जी ने कहा, ‘हम कभी भी मतभेदों को बढ़ाने में शामिल नहीं है, बल्कि हमने मतभेदों को कम किया है और समझौते वाले क्षेत्रों का विस्तार किया है।’ उन्होंने कहा, ‘यह भारतीय कूटनीति का मुख्य सिद्धांत है।’ राष्ट्रपति यहां चीन में भारत के राजदूत विजय गोखले की ओर से आयोजित स्वागत समारोह में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित कर रहे थे। मुखर्जी ने यह स्मरण किया कि कुछ दशक पहले वाणिज्य मंत्री के तौर पर उन्होंने हैरानी जताई थी कि विश्व व्यापार संगठन चीन के बगैर कैसे काम कर सकता है। राष्ट्रपति ने कहा, ‘चीन के बगैर डब्ल्यूटीओ नहीं हो सकता। चीन की मौजूदगी जरूरी है। हम एक दूसरे के साथ निकट सहयोग के साथ काम करते हैं।’ मुखर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग इस साल चीन में आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात करेंगे। साल 2008 की वैश्विक आर्थिक मंदी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि भारत और चीन अपनी अर्थव्यवस्थाओं के माध्यम से वैश्विक अर्थव्यवस्था स्थिर करने में बड़ा योगदान दिया।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख