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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ख़त लिखकर कहा है कि हमारे बैंकों के करीब साढ़े आठ लाख करोड़ के कर्ज़ उद्योगपतियों ने नहीं लौटाए हैं और उन पर कार्रवाई न करना पूंजीपतियों के प्रति आपकी निष्ठा को प्रदर्शित है। रिजर्व बैंक की ताजा रिपोर्ट का हवाला देते हुए येचुरी ने कहा है कि कर्जदार कंपनियों के जवाब और सरकार के रुख को देखकर नहीं लगता कि यह पैसा सरकार वापस मिलेगा। अपनी चिट्ठी में येचुरी ने मीडिया रिपोर्ट के हवाले से सीएजी के एक बयान का जिक्र किया है जिसमें सीएजी शशिकांत शर्मा ने बैंकों की ओर से दिए गए कर्ज के बड़े हिस्से को देश के बाहर जाने की आशंका जताई है। येचुरी ने प्रधानमंत्री को याद दिलाया है कि आपने चुनाव के दौरान लोगों से काले धन की वापसी का वादा करते हुए कहा था कि हर व्यक्ति के खाते में 15 से 20 लाख रुपये आएंगे, अगर उसे नज़रअंदाज़ भी किया जाए तो सीएजी के बयान से चिंता होती है कि जो पैसा देश के बाहर जा चूका है वह अब वापस नहीं आएगा। येचुरी ने अपने खत में एनपीए से जूझ रहे बैंकों की हालत ठीक करने के लिए आरबीआई की पूंजी के इस्तेमाल करने के खिलाफ चेतावनी दी है।

नई दिल्ली: कांग्रेस ने शुक्रवार को केन्द्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह द्वारा 44 हजार कार्बाइनों की खरीद प्रक्रिया में कथित तौर पर आपत्ति लगाये जाने का हवाला देते हुए मोदी सरकार पर देश की रक्षा तैयारियों से समझौता करने का आरोप लगाया। पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने सिंह की आपत्तियों तथा आंशिक विनिर्माण की बीईएल की पेशकश की अनदेखी करने के लिए सरकार पर हमला बोला। सिंह इस सप्ताह के शुरू तक रक्षा राज्य मंत्री थे। शर्मा ने कहा कि यह और गंभीर है क्योंकि मंत्री ने 2015 के एक पत्र में आपत्ति उठाते हुए दावा किया था कि एकल विक्रेता होने से मूल्य बढ़ेगा। खबरों में कहा गया था कि मंत्रालय से हटने से पहले राव इंद्रजीत सिंह का मंत्रालय की बैठक में बंदूक सौदे को लेकर विवाद हुआ। बताया जाता है कि उन्होंने सौदे के ‘अनुचित चयन’ के लिए सेना एवं रक्षा मंत्रालय की खरीद शाखा पर आरोप लगाया था। एकल विक्रेता प्रणाली पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेता शर्मा ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार की कामकाज की शैली पारदर्शी नहीं है विशेषकर रक्षा सौदों को लेकर।

नई दिल्‍ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत आगामी वर्षों में आठ फीसदी की वृद्धि दर हासिल करने के लिए काम कर रहा है। इसके साथ ही उन्होंने देश के उत्थान का श्रेय 'एच-ओ-पी-ई' यानी समरसता (हारमनी), आशावाद (ऑपटिमिज्म), क्षमता (पोटेंशियल) और ऊर्जा (एनर्जी) को दिया। साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका को महात्मा गांधी की 'कर्मभूमि' बताते हुए उन्होंने कहा कि इस देश ने 'मोहनदास को महात्मा बना दिया।' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत 'वैश्विक अर्थव्यवस्था के कुछ सर्वाधिक सुनहरे बिंदुओं में से एक है' और उन लोगों के लिए 'संभावनाओं की धरती' है जो निवेश और कारोबार करना चाहते हैं। उन्‍होंने कहा कि सरकार वर्ष 2022 तक 50 लाख रोजगार सृजित करने के लिए धुंधाधार तरीके से काम कर रही है। इसके अलावा वह ढांचागत विकास के जरिए गांवों और शहरी इलाकों का भी कायाकल्प कर रही है। उन्होंने कहा, 'ऐसे में जब विश्व में मंदी है..भारत ने इस वर्ष 7.6 फीसदी की वृद्धि दर हासिल की है और हम आने वाले सालों में आठ फीसदी तक इसे ले जाने के लिए काम कर रहे हैं।' उन्होंने यहां भारतीय समुदाय के करीब 11 हजार लेागों को संबोधित करते हुए यह बात कही। रंगभेद विरोधी नेता नेल्सन मंडेला की खास पहचान मानी जाने वाली 'मादिबा' शर्ट पहने पीएम मोदी ने कहा कि भारत की गतिशीलता केवल शब्दों में नहीं है बल्कि यह ठोस कार्रवाई से संचालित है।

प्रिटोरिया: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ कई मुद्दों पर चर्चा की जिसका उद्देश्य अफ्रीकी महाद्वीप से संबंधों खासकर आर्थिक क्षेत्र में संबंधों को सुदृढ़ करना। जुमा के साथ वार्ता के बाद पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद एक साझा खतरा है। प्रिटोरिया में जुमा के साथ वार्ता के बाद पीएम मोदी ने कहा, 'आतंकवाद एक साझा खतरा है। हम आतंकवाद से मुकाबले में क्षेत्रीय और वैश्विक तौर पर सहयोग के लिए सहमत हैं।' विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, ‘पुरानी मित्रता के लिए नये आयाम। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति से मुलाकात।’ प्रधानमंत्री के यूनियन भवन में पहुंचने पर पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत किया गया। स्वरूप ने कहा, ‘दक्षिण अफ्रीका में शुरुआत। यूनियन भवन प्रिटोरिया में पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भव्य स्वागत।’ यहां पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री ने कहा था कि दक्षिण अफ्रीका ‘महत्वपूर्ण सामरिक साझीदार है जिसके साथ हमारे संबंध ऐतिहासिक और गहराई से जुड़े हुए हैं।’ दक्षिण अफ्रीका में मोदी भारत-दक्षिण अफ्रीका व्यापार बैठक को भी संबोधित करेंगे जिसके साथ भारत का 2015..16 में 5.3 अरब डॉलर का व्यापार रहा है। मोजाम्बिक से यहां पहुंचे मोदी तंजानिया और केन्या भी जाएंगे। मोदी जोहानिसबर्ग के एक स्टेडियम में भारतीय मूल के लोगों को शाम में संबोधित करेंगे और फिर कल डरबन जाएंगे। भारत और दक्षिण अफ्रीका संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में सुधार के लिए अभियान चला रहे हैं।

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