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नई दिल्ली: सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के विरोध में केंद्रीय कर्मचारी संगठनों की 11 जुलाई से होने वाली हड़ताल चार महीने के लिए टल गई है। वेतन आयोग की सिफारिशों में बदलाव को लेकर सरकारी कर्मचारियों की मांग पर सरकार की एक उच्चस्तरीय कमेटी विचार करेगी। वित्त मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान जारी कर यह आश्वासन दिया। सरकार के आश्वासन के बाद कर्मचारी संगठनों ने हड़ताल को टालने का फैसला लिया। बुधवार को सरकारी कर्मचारियों के संगठनों के नेताओं की गृह मंत्री राजनाथ सिंह से दूसरी मुलाकात के बाद यह फैसला लिया गया है। सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि यह कमेटी केंद्र सरकार के कर्मचारियों की सभी मांगों पर विचार करेगी। ( कर्मचारी संगठनों ने सरकार के साथ दो दौर की बातचीत में मुख्य तौर पर दो मांगें सरकार के सामने रखी हैं- न्यूनतम बेसिक सैलरी को 18000 रुपये प्रति माह से बढ़ाया जाए और पेंशन व्यवस्था की खामियों को दुरुस्त किया जाए।

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्रिपरिषद के विस्तार को सही ठहराते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने आज (बुधवार) कहा कि 78 मंत्री भारत जैसे विशाल एवं विविधतापूर्ण देश के लिए अधिक नहीं है। अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगी और वित्त मंत्री अरूण जेटली से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का प्रभार संभालने के बाद उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में फेरबदल पर लोगों और यहां तक कि कुछ विपक्षी नेताओं से भी अनुकूल प्रतिक्रियाएं आयी हैं। उन्होंने कहा कुछ ऐसे लोग भी हैं जो किसी भी चीज पर सकारात्मक दृष्टिकोण नहीं अपना सकते। उन्होंने कहा, ‘संविधान प्रधानमंत्री के मंत्रिमंडल के लिए लोकसभा की सदस्य संख्या के 15 फीसदी की इजाजत देता है। हम उसके अंदर ही हैं और यह एक बड़ा देश है। हमें विरासत में ढेरों समस्याएं मिली हैं और एक विशाल प्रयास की जरूरत है।’ नायडू ने कहा, ‘हमारे इतने बड़े देश, हल किये जाने वाले मुद्दों, राज्यों के साथ तालमेल और त्रिस्तरीय संस्थान के लिए मैं समझता हूं कि 78 मंत्री निश्चित ही ज्यादा नहीं हैं।’ विपक्षी दल मंत्रिपरिषद के आकार में वृद्धि पर प्रधानमंत्री के ‘न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन’ के मंत्र के आलोक में सवाल खड़ा कर रहे हैं।

नई दिल्ली: अफ्रीकी देशों की यात्रा पर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि अफ्रीका के चार देशों की यात्रा का मकसद संबंधों को प्रगाढ़ बनाना है। विशेष तौर पर आर्थिक क्षेत्र में। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पांच दिवसीय यात्रा की शुरूआत मोजांबिक से होगी और इसके बाद वे दक्षिण अफ्रीका, तंजानिया और केन्या जाएंगे। मोदी की यात्रा का मकसद इन देशों के साथ हाइड्रोकार्बन, नौवहन सुरक्षा, कारोबार और निवेश तथा कृषि एवं खाद्य क्षेत्र में सहयोग को गहरा बनाना है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट में कहा, ‘मेरी अफ्रीका यात्रा का मकसद भारत और अफ्रीका के संबंधों को और मजबूत बनाना है जिसकी शुरूआत मोजांबिक से होगी जो संक्षिप्त लेकिन महत्वपूर्ण होगी।’ उन्होंने कहा, ‘दक्षिण अफ्रीका में मेरा कार्यक्रम प्रीटोरिया, जोहांसबर्ग, डरबन और पीटरमारिट्जबर्ग में होगा। तंजानिया में मैं राष्ट्रपति डॉ. जॉन मागुफली के साथ चर्चा करूंगा, साथ ही भारतीय समुदाय के साथ भी बातचीत करूंगा।’ केन्या यात्रा की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘राष्ट्रपति यूकेन्यात्ता के साथ आर्थिक और लोगों के स्तर पर सम्पर्क मेरी केन्या यात्रा के केंद्र में होंगा।’ अपनी यात्रा का ब्यौरा फेसबुक पोस्ट में जारी करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मोजांबिक या़त्रा का मकसद सहयोग बढ़ाना और सांस्कृतिक संबंध को गति प्रदान करना है। उन्होंने कहा, ‘मैं वहां के राष्ट्रपति फिलिप न्यूसी के साथ बैठक करूंगा और व्यापक चर्चा करूंगा।’

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आज (बुधवार) कपड़ा मंत्रालय की नई जिम्मेदारी का कार्यभार संभाल लिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में भरोसा जताते हुए कहा कि वह अपनी नई जिम्मेदारी पूरी निष्ठा और कुशलता से निभाएंगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय वापस ले लिए जाने को लेकर हो रही चर्चा पर एक सवाल के जबाव में उन्होंने कहा, 'कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना।' स्मृति ने दोपहर को कपड़ा मंत्रालय का कार्यभार संभाला। उसी समय राज्यमंत्री बने अजय टम्टा ने भी कार्यभार संभाला। बाद में टम्टा ने स्मृति से मुलाकात की। इस मौके पर बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी मौजूद थे। लेकिन स्मृति ने कुछ खास नहीं बोला। पत्रकारों ने पूछा कि आपका चेहरा काला पड़ गया तो, उन्होंने कहा कि धूप ज्यादा है इसलिए। लेकिन छोटे पर्दे की चर्चित अभिनेत्री स्मृति के हाव-भाव, लोगों से पेश आने के तौर-तरीके से कहीं भी महसूस नहीं हो रहा था कि वे अपना विभाग बदले जाने से खफा हैं। वह हमेशा की तरह खुश और खिलखिलाती हुई नजर आ रही थीं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय से हटाए जाने से जरा भी विचलित नहीं दिख रही स्मृति ने कहा कि मैं सभी के लिए गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही थी। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को हकीकत में बदलने में सतत सहयोग देने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारियों का धन्यवाद करती हूं। स्मृति ने कहा कि वे प्रधानमंत्री का धन्यवाद करती हैं कि पहले उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय में और अब कपड़ा मंत्रालय में देश सेवा का अवसर दिया।

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