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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

कराची: पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत की एक मशहूर सूफी दरगाह में शनिवार को 14 साल के लड़के द्वारा किए गए विस्फोट में महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 43 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक घायल हो गए। यह विस्फोट प्रांत के दूरस्थ खुजदार जिले में स्थित सूफी दरगाह शाह नूरानी में उस वक्त हुआ जब वहां सूफी नृत्य ‘धमाल’ चल रहा था और वहां बड़ी संख्या में जायरीन मौजूद थे। यह स्थान कराची से करीब 250 किलोमीटर दूर है। बलूचिस्तान के गृह मंत्री मीर सरफराज बुग्ती ने बताया ‘विस्फोट में 43 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए।’ डॉन न्यूज ने बुगती को यह कहते हुए उद्धृत किया है ‘गंभीर रूप से घायल लोगों को कराची ले जाया जाएगा।’ विस्फोट में दरगाह को निशाना बनाया गया जिसमें तब लोग ‘धमाल’ कर रहे थे। तब वहां 500 से 600 श्रद्धालु थे। दूसरी तरफ, ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने पुलिस के हवाले से कहा कि यह आत्मघाती हमला था और इसे 14 साल के लड़के ने अंजाम दिया। किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। बचाव दल मौके पर पहुंचे गए हैं और शवों एवं घायलों को अस्पताल पहुंचाना शुरू कर दिया है। विस्फोट स्थल दूरस्थ इलाके में होने के कारण बचाव कर्मियों को वहां पहुंचने में दिक्कत हो रही है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी हैं।

लाहौर: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक पंचायत के फैसले के बाद बलात्कार की शिकार हुई एक गर्भवती महिला ने खुद को आग लगा ली, जिससे उसकी मौत हो गयी। लाहौर के एक अस्पताल में महिला की मौत हो गयी। जियो न्यूज की खबर के अनुसार गुजरात शहर की एक पंचायत ने एक व्यक्ति को आदेश दिया कि वह उसकी नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म करने वाले व्यक्ति की बेटी से बलात्कार करे। महिला विवाहित और गर्भवती थी। मौत से पहले महिला ने पुलिस को दिये अपने बयान में कहा कि पंचायत के आदेश के बाद उसके साथ बलात्कार किया गया। खबर के मुताबिक, महिला के पति ने अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया। उसने कहा, ‘मैं मामला दर्ज नहीं कराना चाहता। केवल अल्लाह ही मेरे साथ न्याय कर सकते हैं।’ पुलिस ने कहा कि पंचायत के 11 सदस्यों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

वॉशिंगटन: हिलेरी क्लिंटन के इतिहास रचने के करीब आकर चूकने के बाद मीडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कैलिफोर्निया की भारतीय मूल की अटॉर्नी जनरल कमला हैरिस में अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति बनने की क्षमता है। 51 साल की कमला इस मंगलवार को कैलिफोर्निया से अमेरिकी सीनेट के लिए निर्वाचित हुईं और सीनेट में चुनी जाने वाली प्रांत की पहली अश्वेत एवं एशियाई सदस्य हैं। 51 साल की कमला की मां चेन्नई से हैं और पिता जमैका के रहने वाले हैं। चुनाव जीतने के साथ ही उन्होंने ट्रम्प की आव्रजन विरोधी नीतियों एवं बड़े पैमाने पर निर्वासन की नीति के खिलाफ अपना राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू कर दिया। हफिंगटन पोस्ट ने कल लिखा, ‘कमला हैरिस से मिलें जो पहली महिला राष्ट्रपति बन सकती हैं। कैलिफोर्निया की लोकप्रिय अटॉर्नी जनरल कैपिटोल हिल में जगह बना चुकी हैं। व्हाइट हाउस अगली मंजिल हो सकती है।’ प्रसिद्ध न्यूज पोर्टल का लेख कमला के ट्रम्पवाद की निंदा करने के एक दिन बाद आया है। न्यूज पोर्टल ने कहा कि कमला पहले ही सीनेट का चुनाव जीतकर इतिहास रच चुकी है और कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल के तौर पर उनका प्रभावशाली ट्रैक रिकार्ड रहा है और मौजूदा राष्ट्रपति बराक ओबामा एवं उपराष्ट्रपति जो बाइडेन सहित डेमोक्रेटिक पार्टी का शीर्ष नेतृत्व उनसे प्रभावित है। हफिंगटन पोस्ट ने लिखा, ‘अगर कमला 2020 में राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने का फैसला करती हैं तो ये गठबंधन देश भर में उनका प्रोफाइल बढ़ा सकते हैं।’

वाशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद अपनी हार कबूल करने के बाद हिलेरी क्लिंटन ने पहली बार अपना मुख खोलते हुए कहा है कि राष्ट्रपति चुनाव में उनकी स्तब्धकारी हार के बाद के दिन उनके लिए ‘बड़े मुश्किल भरे’ रहे हैं। हिलेरी ने कल कांफ्रेंस हाल में अपने प्रचार अभियान दल के सदस्यों और समर्थकों से कहा, ‘मैं चिकनीचुपड़ी बातें नहीं करने जा रही। ये बड़े ही मुश्किल भरे दिन रहे हैं।’ उन्होंने राष्ट्रपति निर्वाचित हुए डोनाल्ड ट्रंप के हाथों अपनी हार कबूलने के बाद पहली बार मुख खोला है। ट्रंप को 20 जनवरी, 2017 को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ दिलायी जाएगी। हिलेरी ने कहा, ‘यह हमारे देश के लिए मुश्किल वक्त है। मैं सोचती हूं कि अब हम देख चुके हैं कि कैसे लोग इस चुनाव के घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं और मैं जानती हूं कि हमें अपने दिमाग में यह बात स्पष्ट रखने के लिए एक दूसरे से मिलने की जरूरत है कि हमने जो कुछ किया, वह महत्वपूर्ण है।’ उन्होंने कहा, ‘यह ऐसा जान पड़ता है कि हम लोकप्रिय वोट जीतने के मार्ग पर हैं और यह आपके परिश्रम के महत्व के बारे में काफी कुछ कहता है और स्थायी प्रभाव के बारे में, जो होगा।’ नवीनतम आंकड़े के अनुसार पूर्व विदेश मंत्री को 47.72 फीसदी लोकप्रिय वोट मिला जबकि ट्रंप को 47.41 फीसदी। हालांकि ट्रंप को विजयी घोषित किया गया क्योंकि उन्हें 306 निर्वाचक मंडल वोट मिले जबकि हिलेरी को 232 वोट मिले।

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