ताज़ा खबरें
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

वाशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद अपनी हार कबूल करने के बाद हिलेरी क्लिंटन ने पहली बार अपना मुख खोलते हुए कहा है कि राष्ट्रपति चुनाव में उनकी स्तब्धकारी हार के बाद के दिन उनके लिए ‘बड़े मुश्किल भरे’ रहे हैं। हिलेरी ने कल कांफ्रेंस हाल में अपने प्रचार अभियान दल के सदस्यों और समर्थकों से कहा, ‘मैं चिकनीचुपड़ी बातें नहीं करने जा रही। ये बड़े ही मुश्किल भरे दिन रहे हैं।’ उन्होंने राष्ट्रपति निर्वाचित हुए डोनाल्ड ट्रंप के हाथों अपनी हार कबूलने के बाद पहली बार मुख खोला है। ट्रंप को 20 जनवरी, 2017 को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ दिलायी जाएगी। हिलेरी ने कहा, ‘यह हमारे देश के लिए मुश्किल वक्त है। मैं सोचती हूं कि अब हम देख चुके हैं कि कैसे लोग इस चुनाव के घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं और मैं जानती हूं कि हमें अपने दिमाग में यह बात स्पष्ट रखने के लिए एक दूसरे से मिलने की जरूरत है कि हमने जो कुछ किया, वह महत्वपूर्ण है।’ उन्होंने कहा, ‘यह ऐसा जान पड़ता है कि हम लोकप्रिय वोट जीतने के मार्ग पर हैं और यह आपके परिश्रम के महत्व के बारे में काफी कुछ कहता है और स्थायी प्रभाव के बारे में, जो होगा।’ नवीनतम आंकड़े के अनुसार पूर्व विदेश मंत्री को 47.72 फीसदी लोकप्रिय वोट मिला जबकि ट्रंप को 47.41 फीसदी। हालांकि ट्रंप को विजयी घोषित किया गया क्योंकि उन्हें 306 निर्वाचक मंडल वोट मिले जबकि हिलेरी को 232 वोट मिले।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख