ताज़ा खबरें
'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

वाशिंगटन: भारतवंशी अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल समेत कांग्रेस की महिला सदस्यों के एक समूह ने शुक्रवार को प्रतिनिधि सभा में एक प्रस्ताव पेश किया जिसमें 11 सितंबर के हमले के दो दशक बाद भी पूरे अमेरिका में अरब, पश्चिम एशिया, दक्षिण एशिया मूल के लोगों और मुस्लिमों तथा सिखों के खिलाफ नफरत, भेदभाव और नस्लवाद को स्वीकारा गया है।

प्रस्ताव में सांसदों प्रमिला जयपाल, इल्हान उमर, राशिदा तलैब और जूडी चू ने स्वीकार किया कि लोगों के धर्म, जाति, राष्ट्रीयता और आव्रजन स्तर के आधार पर सरकार ने उन्हें निशाना बनाया। प्रस्ताव में इन समुदायों को अनुचित तरीके से निशाना बनाने वाली सरकारी नीतियों की समीक्षा करने, उनकी जांच करने तथा उनके प्रभावों का ब्योरा तैयार करने के साथ ही उन्हें समाप्त करने के लिए समुदाय आधारित संगठनों के साथ काम करने के लिए एक अंतर-एजेंसी कार्यबल के गठन का विचार भी है। प्रस्ताव में कहा गया है कि अंतर-एजेंसी कार्यबल के निष्कर्षों तथा सिफारिशों को समझने के लिए कांग्रेस तथा नागरिक अधिकार संगठनों द्वारा सुनवाई होनी चाहिए।

वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 9/11 हमलों की 20वीं बरसी की पूर्व संध्या पर उन 2,977 लोगों को याद किया, जिन्होंने हमले में बीस साल पहले उस दिन अपनी जान गंवाई थी। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने ट्विटर पर पोस्ट एक वीडियो संदेश में कहा, "11 सितंबर 2001 के 20 साल बाद हम 2,977 लोगों को याद करते हैं, जिन्हें हमने खो दिया और उन लोगों का सम्मान करते हैं जिन्होंने जोखिम उठाया और अपनी जान दे दी। जैसा हमने आने वाले दिनों में देखा कि एकता हमारी सबसे बड़ी ताकत है। यह वही है जो हमें बताता है कि हम कौन है, हम इसे नहीं भूल सकते।"

बाइडेन ने व्हाइट हाउस से जारी छह मिनट के संदेश में कहा, "यह मेरे लिए 11 सितंबर की मुख्य शिक्षा है कि हमारी सबसे कमजोर स्थिति में भी जो चीज हमें मानव बनाती है, अमेरिका की आत्मा के लिए लड़ाई में एकता हमारी सबसे बड़ी ताकत है।" साथ ही उन्होंने कहा कि यह त्रासदी इस बात को उजागर करती है कि कैसे सबसे कमजोर स्थिति में भी एकता हमारी सबसे बड़ी ताकत है।

काबुल: अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद वहां दिन पर दिन हालात बिगड़ते जा रहे हैं। इस बीच खबर आ रही है कि तालिबान के कब्जे से पहले अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति रहे अमरूल्लाह सालेह के बड़े भाई रोहुल्लाह अज़ीज़ी की हत्या कर दी गई है। सूत्रों के मुताबिक, उन्हें दरिंदगी के बाद मौत के घाट उतार दिया गया है। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि तालिबानी लड़ाकों ने पंजशीर में बीती रात रोहुल्लाह अज़ीज़ी की बर्बरता  के साथ हत्या कर दी।

जानकारी के मुताबिक, गुरुवार रात तालिबान और नॉदर्न अलायंस के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसी घटना में सालेह के बड़े भाई को मार गिराया गया। ऐसी रिपोर्ट्स आ रही हैं कि तालिबान के लड़ाकों ने रोहुल्लाह अज़ीज़ी को काफी टॉर्चर किया था। अज़ीज़ी के हत्या की पुष्टि उनके भतीजे ने शुक्रवार को की है। रिपोर्ट में यह दावा ऐसे वक्त किया गया है, जब तालिबानी लड़ाके की उसी स्थान पर बैठे हुए तस्वीर सामने आई है, जहां से अमरूल्लाह सालेह ने एक वीडियो बयान जारी कर कहा था कि वह अभी भी पंजशीर में है।

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वे अफगानिस्तान को लेकर सकारात्मक रवैया दिखाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अफगानिस्तान को अलग-थलग करने के अफगान लोगों, क्षेत्र और विश्व के लिए गंभीर परिणाम हो सकते हैं। कुरैशी का यह बयान एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में आया, जहां वे स्पैनिश विदेश मंत्री जोस मैनुएल अल्बारेस के साथ पहुंचे थे। स्पैनिश विदेश मंत्री अफगानिस्तान मुद्दे पर चर्चा के लिए शुक्रवार को ही इस्लामाबाद पहुंचे हैं। मीडिया से बात करने से पहले दोनों नेताओं के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत भी हुई।

कुरैशी ने कहा कि अफगानिस्तान को अलग-थलग करने से हमें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे और यह अफगान लोगों के लिए अच्छा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हमें अफगानिस्तान के प्रति नए दृष्टिकोण को अपनाने की जरूरत है। अब वहां डराने-धमकाने, दबाव और बलपूर्वक शासन की नीति यहां काम नहीं करेगी।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख